मोगा। खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह ने गिरफ्तार होने से पहले कहा कि सिखों पर अत्याचार हुए हैं और मेरे ऊपर झूठे आरोप लगाए गए हैं। पंजाब के मोगा जिले में खालिस्तानी अलगाववादी जरनैल सिंह भिंडरावाला के पैतृक गांव से उसे पकड़ा गया है। गिरफ्तारी से पहले उसने रोडेवाल सिंह सभा गुरुद्वारा साहिब में दर्शन किए और संगत को संबोधित भी किया।

अमृतपाल ने अपनी वीडियो में कहा कि उसे अपनी कौम के आगे साबित भी करना था कि वह भगोड़ा नहीं है। गुरुद्वारा साहिब के अंदर संबोधित करते हुए उसका वीडियो सामने आया है।

संबोधन में अमृतपाल सिंह ने दावा किया, “अगर बस गिरफ्तारी की बात होती तो मैं पहले ही सरेंडर कर देता, लेकिन सिखों पर काफी अत्याचार हुए हैं। मैं दुनिया के सामने दोषी हो सकता हूं लेकिन ऊपर वाले के सामने नहीं। अब एक महीने के बाद हमने फैसला किया है कि इस धरती पर लड़े हैं, इस धरती पर लड़ेंगे, धरती छोड़कर हम कहीं नहीं जाते।

उसने कहा कि जो झूठे आरोप हमारे ऊपर लगाए जा रहे हैं इसका सामना भी हम कर लेंगे। संगतों की अरदास का बहुत धन्यवाद, आपकी अरदास ही है जो आज हमने सच्चे पातशाह की जमीन पर सरेंडर करने का फैसला किया है।”

वारिस पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल मूल रूप से करीब दस सालों बाद पिछले ही साल दुबई से वापस लौटा था। यहां उसने स्वयं को भिंडरावाला के पैरोकार के रूप में भी पेश किया। इसके बाद उसने पंजाब के कई जिलों में घूम-घूमकर युवाओं को जोड़ना शुरू कर दिया। फिर उसने कट्टरपंथी विचारधारा के बारे में प्रचार करना शुरू कर दिया।