इस्लामाबाद: सुप्रीम कोर्ट के फैसले से झटका खाने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को घोषणा की कि वे शुक्रवार शाम को राष्ट्र को संबोधित करेंगे। खान ने कहा कि शुक्रवार को उनकी पार्टी पीटीआइ की संसदीय समिति की एक बैठक बुलाई जाएगी और वे आखिरी गेंद तक पाकिस्तान के लिए लड़ना जारी रखेंगे।
आखिरी गेंद तक लड़ने का संकल्प
खान ने कहा कि मैंने शुक्रवार को कैबिनेट और पार्टी की बैठक बुलाई है। शुक्रवार शाम मैं राष्ट्र को संबोधित करूंगा। अपने देश के लिए मेरा संदेश है कि मैं हमेशा आखिरी गेंद तक पाकिस्तान के लिए लड़ता रहूंगा। क्रिकेटर से नेता बने 69 वर्षीय इमरान ने यह दावा एक ट्वीट में किया। जियो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इससे पहले दिन में सरकार की कानूनी टीम के साथ बैठक के दौरान इमरान ने कहा था कि वे शीर्ष अदालत द्वारा किए जाने वाले किसी भी फैसले को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।
विपक्ष ने किया कोर्ट के फैसले का स्वागत
पाकिस्तान में विपक्ष ने शीर्ष अदालत के ऐतिहासिक आदेश का स्वागत किया है, लेकिन सरकार के प्रतिनिधि इससे खुश नहीं हैं और इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि फैसले ने देश को राजनीतिक उथल-पुथल की ओर धकेल दिया है। कोर्ट द्वारा फैसला सुनाए जाने के बाद पाकिस्तान के सूचना और कानून मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि सरकार में बदलाव पाकिस्तान को 23 मार्च, 1940 से संघर्ष शुरू करने के लिए मजबूर करेगा। फवाद ने अपने बयान में देश में विपक्ष के शासन के दौरान तस्वीर पेश करने की कोशिश की है।
स्वतंत्र पाकिस्तान के लिए फिर करना होगा संघर्ष
मीडिया से बातचीत में फवाद ने कहा कि हमें एक स्वतंत्र पाकिस्तान के लिए फिर से संघर्ष करना होगा। विपक्ष पाकिस्तान को गुलामी की ओर धकेलने की कोशिश कर रहा है। हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोर्ट का फैसला देश को और राजनीतिक उथल-पुथल की ओर धकेल रहा है। क्योंकि देश में जल्द होने वाले चुनाव स्थिरता की स्थिति पैदा कर सकते थे।