सियासी उथल-पुथल के बीच सीएम नीतीश कुमार से मिले विवादों से घिरे शिक्षा मंत्री चौधरी, राजनीतिक गलियारों में कयासबाजी तेज
पटना : बिहार में शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी को लेकर सियासी बवाल के बीच वे अब कल गुरुवार, 19 नवंबर को शिक्षा विभाग का पदभार ग्रहण करेंगे। आज पूरे दिन विपक्ष ने मेवालाल को भ्रष्टाचारी बताकर उनके शिक्षा मंत्री बनाने पर सीएम नीतीश कुमार पर कड़ा प्रहार किया। तेजस्वी यादव ट्वीट कर कहा कि भ्रष्टाचार के भगोड़े को शिक्षा मंत्री का पदभार दे दिया गया है। सहायक प्राध्यापक नियुक्ति सहित भवन निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोपित को मंत्री बनाकर खुली छूट दे दी गई है। महागठबंधन द्वारा की जा रही फजीहत के बीच बुधवार शाम मेवालाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की है। उसके बाद राजनीतिक गलियारे में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। मेवालाल बुधवार सुबह जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से भी मिले थे।
लालू ने किया तंज
वहीं लालू प्रसाद यादव ने भी पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के एक पुराने ट्वीट को साझा करते हुए भाजपा पर तंज कसा है। 2017 के ट्वीट में सुशील कुमार मोदी ने तत्कालीन महागठबंधन सरकार से मेवालाल को गिरफ्तार कर कार्रवाई की मांग की थी। लिखा था कि राजभवन के हस्तक्षेप पर न्यायिक जांच में सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति मेवालाल पर सहायक प्राध्यापक , जूनियर इंजीनियर एवं वैज्ञानिकों की बहाली में भ्रष्टाचार के आरोप सत्यापित हो गए हैं। एफआइआर भी दर्ज है। सीएम को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। इस ट्वीट के साथ लालू ने तंज किया कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भाजपाई जिसे खोज रहे थे, आज मेवा पाकर क्यों मौन है।
लगे थे गंभीर आरोप
बता दें कि मेवालाल चौधरी जदयू के टिकट पर तारापुर से विधायक निर्वाचित हुए हैं। पहली बार सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। 2010 से 2015 के बीच वे सबौर कृषि विश्वविद्यालय के पहले कुलपति नियुक्त किए गए थे। उस वक्त उनपर सहायक प्राध्यापक , जूनियर इंजीनियर एवं वैज्ञानिकों की बहाली में भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। 2016 में तत्कालीन राज्यपाल ने मामले में जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद मेवालाल पर धारा 409, 420 और 467 में एफआइआर दर्ज किया गया था। उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी हुआ था। इस मामले में वे अब तक बरी नहीं किए गए हैं।
मांझी लेंगे प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ
नई विधानसभा के गठन और 2020 का विधानसभा चुनाव जीतकर आने वाले विधायकों को शपथ दिलाने के लिए एनडीए की सरकार की ओर से नियुक्त प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी गुरुवार को पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। राज्यपाल फागू चौहान गुरुवार की दोपहर करीब 11 बजे मांझी को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाएंगे।
बता दें कि प्रोटेम स्पीकर के रूप में मांझी एक ओर सभी 243 विधायकों को शपथ दिलाएंगे साथ ही वे विधानसभा के नए अध्यक्ष का चुनाव भी कराएंगे। प्रदेश की एनडीए सरकार ने आपसी सहमति से हम प्रमुख जीतन राम मांझी को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। मांझी विधानसभा के वैसे सदस्य हैं जिन्होंने अब तक सात बार विधानसभा का चुनाव जीता है। उनके अनुभव को देखते हुए उन्हें यह पद सौंपा गया है।