अखिलेश यादव लगातार तीसरी बार समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, फिर निर्विराध निर्वाचन
- उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लखनऊ में एक जनवरी 2017 को जनेश्वर मिश्रा पार्क में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में पहली बार पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था।
लखनऊ : समाजवादी पार्टी ने राजधानी लखनऊ में दो दिन से माहौल बना रखा है। बुधवार को पार्टी के राज्य स्तरीय सम्मेलन में नरेश उत्तम पटेल को फिर से प्रदेश अध्यक्ष चुना गया तो आज होने वाले 11वें राषïट्रीय सम्मेलन में अखिलेश यादव अखिलेश यादव को पार्टी का राष्ट्रीयअध्यक्ष चुना गया।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को लगातार तीसरी बार पार्टी का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। चुनाव अधिकारी राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रो रामगोपाल यादव ने अखिलेश यादव के निर्वाचन की घोषणा। जनवरी 2017 के बाद पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन लखनऊ में हो रहा है।
ऐसे हुआ चुनाव, तीनों नामांकन पत्र में अखिलेश यादव का नाम
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के चुनाव के लिए प्रक्रिया 20 सितंबर से प्रारंभ हो गई थी। इसमें अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित किया गया। राम गोपाल यादव ने उनके निर्वाचन का एलान किया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए तीन नामांकन पत्र दाखिल हुए थे। इन तीनों में अखिलेश यादव का ही नाम था। उनके लिए कुल 36 प्रस्तावक थे। उनके विरोध में किसी ने नामांकन ही नहीं किया था। इसी कारण राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए राम गोपाल ने अखिलेश यादव अध्यक्ष के निर्वाचन पर मुहर लगा दी।
लखनऊ के रमा बाई अम्बेडकर रैली मैदान में गुरुवार को समाजवादी पार्टी के 11वें राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होने राज्यसभा सदस्य जया बच्चन भी पहुंची हैं। पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय ध्वज के बाद समाजवादी पार्टी का ध्वज फहराया। इसके बाद आगे की कार्यवाही आरंभ की गई। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन आज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम समेत विभिन्न प्रस्तावों पर मुहर लगेगी।
इससे पहले बुधवार को समाजवादी पार्टी का राज्य सम्मेलन आयोजित किया गया था। जिसमें प्रदेस अध्यक्ष के चुनाव समेत कई अहम फैसले लिए गए थे। नरेश उत्तम पटेल को एक बार फिर पार्टी की उत्तर प्रदेश की कमान सौंपी गई है। देश में 2024 के चुनाव को देखते हुए सपा का यह सम्मेलन कई मायनों में खास होने वाला है।
समाजवादी पार्टी के निर्वाचन अधिकारी राज्यसभा सदस्य प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने आज राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया सम्पन्न करा दी। इसके बाद राजनैतिक एवं आर्थिक प्रस्ताव पेश किया जाएगा। जिस पर चर्चा एवं प्रस्ताव पारित किया जाएगा। उसके बाद अखिलेश यादव राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन करेंगे।
लगातार तीसरी बार कमान
लखनऊ में एक जनवरी 2017 को जनेश्वर मिश्रा पार्क में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में अखिलेश यादव को पहली बार पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था। पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव को पद से हटाकर पहली बार अखिलेश यादव को अध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद पांच अक्टूबर 2019 को आगरा के राष्ट्रीय अधिवेशन में सर्वसम्मति से अखिलेश को दोबारा राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। पार्टी संविधान में संशोधन कर अखिलेश को पांच साल के लिए अध्यक्ष चुना गया था। पहले सपा में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का कार्यकाल तीन साल का होता था।
राज्य सम्मेलन
इससे पहले समाजवादी पार्टी का 9वां राज्य सम्मेलन बुधवार को आयोजित हुआ। नरेश उत्तम पटेल को दोबारा प्रदेश अध्यक्ष बनने पर बधाई देते हुए अखिलेश यादव ने कहा 2019 में समाजवादियों ने बाबा साहब के सिद्धांतों के साथ भाजपा को लोकसभा सीटें हराई थी। हम सरकार बनाने में कामयाब नहीं हुए, लेकिन हमारी सीटें बढ़ीं। हमने 2022 का चुनाव लड़ा था। आने वाले दिन में हम सब संघर्ष करेंगे। पिछले लोकसभा चुनाव में लोहिया-अंबेडकर साथ आए थे। राज्य सम्मेलन में अखिलेश ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार तो सरकारी नौकरियों में बहुजन को मिले आरक्षण के संवैधानिक अधिकार से सरकार छेड़छाड़ कर रही है।