बगदादी के ढेर होने के बाद इस्लामिक स्टेट ने अब्दुल्लाह कार्दश को चुना सरगना, सद्दाम के साथ किया था काम
हाइलाइट्स
- अबू बकर-अल बगदादी के मारे जाने के बाद इस खूंखार आतंकी संगठन की कमान अब अब्दुल्लाह कार्दश के पास है
- अमेरिकी रक्षा सूत्रों के मुताबिक कार्दश ने पूर्व इराकी तानाशाह सद्दाम हुसैन के मातहत सेना में काम किया था
- इसी साल अगस्त में एक हमले में जख्मी होने के बाद ही बगदादी ने कमान कार्दश को सौंप दी थी
दमिश्क
इस्लामिक स्टेट के सरगना अबू बकर-अल बगदादी के मारे जाने के बाद इस खूंखार आतंकी संगठन की कमान अब अब्दुल्लाह कार्दश के पास आ गई है। अमेरिकी रक्षा सूत्रों के मुताबिक कार्दश ने पूर्व इराकी तानाशाह सद्दाम हुसैन के मातहत सेना में काम किया था। न्यूजवीक की रिपोर्ट के मुताबिक कार्दश ने पहले से ही इस्लामिक स्टेट के कई मामलों को संभालना शुरू कर दिया था।
न्यूजवीक की रिपोर्ट के मुताबिक बगदादी किसी भी ऑपरेशन का हिस्सा नहीं होता था। वह सिर्फ मंजूरी देता था और लड़कों का ब्रेनवॉश करता था। लेकिन किसी भी तरह के आतंकी हमले को अंजाम देने में पूर्व सैन्य अधिकारी कार्दश की अहम भूमिका होती थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इसी साल अगस्त में एक हवाई हमले में बगदादी घायल हो गया था। इसके बाद से ही उसने आतंकी संगठन की कमान अब्दुल्लाह कार्दश को सौंप दी थी। आतंकी सरगना डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर से भी पीड़ित था।
यहां मारा गया नंबर 1 आतंकी बगदादी
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दुनिया के नंबर 1 आतंकी अबु बकर अल-बगदादी को अमेरिका ने मार गिराने का दावा किया है। आतंकी संगठन आईएस के सरगना को अमेरिकी फोर्स ने उसी के ठिकाने पर घेर मार गिराया।
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बगदादी सीरिया के इदलिब प्रांत के सुदूर गांव बारिशा में छिपा हुआ था। बगदादी के इसी ठिकाने पर अमेरिकी सैनिकों ने सरप्राइज अटैक किया था। बता दें कि सीरिया का एक गरीब और पिछड़ा गांव है। यहां की आबादी सिर्फ 7 हजार है।
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सबसे खूंखार आतंकी को मारने के लिए 70 अमेरिकी डेल्टा कमांडोज उतरे थे। उन्होंने बगदादी की उस गुफानुमे बंकर को घेर लिया, जिसमें छिपकर वह दुनिया में दहशत फैलाने की योजनाएं बनाता था।
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बगदादी को घेरने से पहले अमेरिकी हेलिकॉप्टर्स ने उसी प्रांत में अन्य बिल्डिंग को भी निशाना बनाया था। यह उस बिल्डिंग की ही तस्वीर है।
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डेल्टा कमांडो के इस ऑपरेशन को अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने लाइव देखा। शाम को गोल्फ खेलकर लौटे डॉनल्ड ट्रंप वाइट हाउस में बैठे लाइव स्ट्रीमिंग देख रहे थे।
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2011 में अमेरिका ने अलकायदा के सरगाना ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। उस ऑपरेशन को तब के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने लाइव देखा था।
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ऑपरेशन के लिए अमेरिका ने बगदादी को जैकपॉट कोडनेम दिया था। इसपर अमेरिका ने करीब 176 करोड़ रुपये का इनाम रखा था। बता दें कि 2011 में लादेन के खिलाफ ऑपरेशन के दौरान उसे भी जैकपॉट कोडनेम ही दिया गया था।
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यह बगदादी के घर की सेटलाइट इमेज है। अपने आपको घिरा देख बगदादी इधर-उधर भाग रहा था। खबरों के मुताबिक, वह रो और गिड़गिड़ा भी रहा था। फिर आखिर में कोई रास्ता न देख उसने कमर में बंधी विस्फोटक बेल्ट से खुद को उड़ा लिया। इस धमाके में उसके तीन बच्चे भी मारे गए। अपने आपको घिरा देख बगदादी इधर-उधर भाग रहा था। खबरों के मुताबिक, वह रो और गिड़गिड़ा भी रहा था। फिर आखिर में कोई रास्ता न देख उसने कमर में बंधी विस्फोटक बेल्ट से खुद को उड़ा लिया। इस धमाके में उसके तीन बच्चे भी मारे गए।
ट्रंप ने कहा, बगदादी के उत्तराधिकारियों पर भी नजर
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने बगदादी के मारे जाने का ऐलान करते हुए कहा, ‘हम उसके उत्तराधिकारियों के बारे में जानते हैं और उन पर हमारी नजर है।’ उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, इस साल के शुरुआत में अमेरिकी सैनिकों ने अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के बेटे हमजा बिन लादेन को मार गिराया था।
‘हमजा लादेन को मारने से यह बड़ी कामयाबी’
ट्रंप ने कहा, ‘हमजा बिन लादेन को मार गिराना बड़ी उपलब्धि थी लेकिन यह सबसे बड़ी उपलब्धि है। ओसामा बिन लादेन बहुत बड़ा आतंकवादी था लेकिन लादेन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले से बड़ा आतंकवादी बना था। वहीं इस व्यक्ति ने पूरे क्षेत्र पर कब्जा करके एक देश बना लिया था जिसे वह ‘खिलाफत’ कहता था और वह यह दोबारा करने का प्रयास कर रहा था।’
ट्रंप बोले, खौफनाक मौत मरा बगदादी
उन्होंने कहा, ‘मैंने बगदादी की सेहत के बारे में बहुत नहीं सुना था। मैंने सुना था कि उसकी सेहत ठीक नहीं थी लेकिन वह बहुत खौफनाक मौत मरा, यह मैं आपसे कह सकता हूं।’
अब्दुल्लाह कार्दश