कोरोना से जंग: ठीक होने के बाद बोले जमाती- हमारी तो आज ही मन गई ईद, धरती के खुदा हैं डॉक्टर

कोरोना को मात देने वाले लोगों ने कहा कि वह बेहद खुश है। जैसे आज उनकी ईद मन गई। डॉक्टरों की अथक मेहनत और विश्वास के चलते ही वह ठीक हो सके। लोगों को लॉकडाउन का पालन करना चाहिए। पुलिस और कोरोना को मात देने में जुटे अन्य लोगों की बात को भी मानना चाहिए।

बागपत जनपद में रटौल गांव के मोहम्मद आदिल ने बताया कि वह बीबीए का छात्र है। गाजियाबाद में पढ़ता है। लॉकडाउन के कारण गांव में जमाती फंस थे। वह रोजाना उनका खाना पहुंचाता था। उसका टेस्ट हुआ तो वह भी पॉजिटिव निकला। यह एक बड़ा झटका था। उसके परिवार के लोगों को स्क्रीनिंग सेंटरों पर क्वारंटीन किया। खेकड़ा में डॉक्टरों ने उसकी मदद की और भरोसा दिया कि वह ठीक हो जाएगा, जो डॉक्टर बताते गए वह करता गया। कोविड अस्पताल में रहने के दौरान वह पढ़ाई कर अपना ध्यान बंटाता था। इसके अलावा कोरोना की दुनियाभर में चल रही हलचल देखता रहा। लोगों को डॉक्टरों की बात माननी चाहिए। हमारे दिन बहुत ही मुश्किल भरे गुजरे हैं। अस्पताल में तैनात चिकित्सकों ने समय-समय पर उनकी काउंसिलिंग की।

मथुरा के कमरूदीन का कहना था कि अब वह ठीक हो गया, अब अपने बच्चों से मिल सकेगा। दिल्ली के सादिक मलिक ने कहा घर पर रहकर ही कोरोना को हराया जा सकता है। पश्चिम बंगाल के शाहबुद्दीन ने लॉकडाउन का पालन करने की अपील की। कोरोना से जंग जीतने वाले मेरठ के खरखौदा निवासी मोहम्मद चांद का कहना था कि इलाज के दौरान उनका पूरा ख्याल रखा गया। वह बेहद खुश है।

खेती की सताती रही चिंता
रटौल गांव के आदिल ने कहा उसके पॉजिटिव आने के बाद पूरा परिवार स्क्रीनिंग सेंटरों पर भेजा। मां जुबैदा और पिता यासीन को स्क्रीनिंग सेंटर पर भेजे जाने के कारण ठेके पर ली गई खेती को नुकसान हुआ है। आम और आडू के बाग ले रखे हैं।


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