कृषि कानूनों के खिलाफ जिला मुख्यालय पर गरजे भाकियू बेदी के कार्यकर्ता

कृषि कानूनों के खिलाफ जिला मुख्यालय पर गरजे भाकियू बेदी के कार्यकर्ता
  • सहारनपुर में जिला मुख्यालय पर नारेबाजी करते भाकियू बेदी के पदाधिकारी।

सहारनपुर [24CN] । भारतीय किसान यूनियन बेदी के कार्यकर्ताओं ने नए कृषि कानूनों के विरोध में जिला मुख्यालय पर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया तथा राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपकर कृषि कानूनों को तत्काल प्रभाव से वापस लिए जाने की मांग की। भारतीय किससान यूनियन बेदी के कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष शमीम अहमद के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पहुंचकर नए कृषि कानूनों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष शमीम अहमद ने ेकहा कि केंद्र सरकार द्वारा बिना विपक्ष के राज्यसभा में बिना वोटिंग कराए अध्यादेश के जरिए तीन कृषि बिल पारित किए गए हैं जो किसानों को मंजूर नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कहा जा रहा है कि यह तीनों कृषि बिल किसानों के फायदे के लिए हैं, जबकि किसानों का मानना है कि यह कानून किसान को कमजोर करने के लिए लागू किए गए हैं क्योंकि केंद्र सरकार देश के पूंजीपतियों के इशारे पर चल रही है। जिला महासचिव साजिद गौहर व नगर विधानसभा अध्यक्ष उस्मान मलिक ने कहा कि केंद्र सरकार देश के अन्नदाता किसानों को चंद उद्योगपतियों के हाथों गिरवी रखना चाहती है जिसे भाकियू बेदी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि किसान व जवान हमारे देश की रीढ़ है लेकिन मौजूदा केंद्र सरकार इस रीढ़ को तोड़ रही है। देश का अन्नदाता किसान कड़ाके की ठंड में अपने घरों से बाहर तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कों पर आंदोलनरत है। अभी तक 22 से अधिक किसान इस आंदोलन में अपनी जान गंवा चुके हैं परंतु केंद्र सरकार किसानों की सुध लेने को तैयार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार ने किसान व जवान को आपस में भिड़ा दिया है जो देश के लिए बड़े दुर्भाग्य की बात है।

उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार द्वारा अध्यादेश के जरिए पारित किए गए तीनों कृषि बिलों को वापस लेना चाहिए और किसानों को उनके हकों व अधिकारों के साथ जीने दे। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही समस्या का समाधान नहीं किया गया तो भाकियू बेदी देश में चक्का जाम करने को बाध्य होगी। प्रदर्शनकारियों में ब्लाक अध्यक्ष नफीस मलिक, देहात विधानसभा अध्यक्ष आलिम मलिक, गुलजार, शक्ति भारद्वाज, मुर्सलीन, संतोष भारद्वाज, रवि, आनंद, अनस सिद्दीकी सहित भारी संख्या में किसान शामिल रहे।