हजरत अली अकबर की याद में निकाला मातमी जुलूस

हजरत अली अकबर की याद में निकाला मातमी जुलूस
  • सहारनपुर में मोहर्रम के मातमी जुलूस में शामिल जुलजना।

सहारनपुर [24CN]। हजरत इमाम हुसैन के बेटे हजरत अली अकबर की याद में छह मोरर्हम का मातमी जुलूस परम्परागत तरीके से मुख्य बाजारों में निकाला गया। मौहल्ला अंसारियान स्थित वक्फ जनाना इमामबाड़ा हाजी सादिक हुसैन से अकीदतमंदों ने जुलजना निकालकर छोटी इमामबारगाह तक जाने के बाद जुलूस में बड़ा अलम निकाला गया। जुलूस में अकीदतमंदों ने भारी संख्या में जंजीरों में बंधी छूरियों का कमाह व हाथ से अपने शरीर पर मातम किया।

हजरत अली अकबर का गम उनके दिलोदिमाग पर छाया हुआ था। जिन लोगों ने छूरियों या कमाह से मातम किया, उनके शरीर से खून रिस रहा था। सभी गमजदा लोगों ने काले कपड़े पहन रखे थे तथा नंगे पैर गरेबान चाक मातम करते हुए चल रहे थे। सभी अकीदतमंद या हुसैन, या अली, या अब्बास, हाय शकीना, हाय प्यास की आवाजें बुलंद कर रहे थे। जुलूस छोटी इमामबारगाह से शुरू होकर मौहल्ला मुतरीबान, नखाशा बाजार, खानी बाग, फारूख की मस्जिद, सर्राफा बाजार, पुराना बजाजा, हलवाई हट्टा, बाजार दीनानाथ, बड़तला यादगार, भगतसिंह चौक, मोरगंज व नगर कोतवाली के सामने से होता हुआ पुल दालमंडी, मटिया महल, आर्य कन्या इंटर कालेज से होता हुआ मौहल्ल जाफर नवाज स्थित बड़ी इमामबारगाह पहुंचा जहां कुछ देर रूकने के बाद जुलूस पुल सब्जी मंडी, सीताराम काम्पलैक्स, अंसारी रोड, पुलिस क्लब, जामा मस्जिद कला, नया बाजार, गौरी शंकर बाजार, चूड़ी बाजार, मौहल्ला संज्ञान, चौक मौहल्ला अंसारियान से होता हुआ छोटी इमामबारगाह अंसारियान पहुंचकर सम्पन्न हुआ।

जुलूस में सबसे पीछे जुलजना चल रही थी जिसकी बाग ख्वाजा अब्बास कुमैल, केसर अब्बास, मुनीर अब्बास आदि पकड़ रखी थी। जुलूस का संचालन छोटी इमामबारगाह के प्रबंधक दानिश आब्दी ने किया। जुलूस में फरहत मेहंदी, शादाब आब्दी, मंजर हुसैन काजमी, चांद जैदी, आसिफ हैदर, डा. जेड. ए. कौसर, काजी अकरम, प्यारे मियां, सकलैन रजा, फरहत हुसैन, साजिद काजमी, जैगम अब्बास, ख्वाजा रईस अब्बास, जिया अब्बास, रियाज हैदर, मिर्जा अहसान, अजहर काजमी आदि सहित भारी संख्या में शिया समुदाय के लोग चल रहे थे।