असम: तेल के कुएं में लगी आग अब गांवों में फैली, 6 लोग जख्मी

असम: तेल के कुएं में लगी आग अब गांवों में फैली, 6 लोग जख्मी

 

  • असम के तिनसुकिया में सरकारी गैस कंपनी ऑयल इंडिया के तेल के कुएं में आग
  • असम के वन मंत्री ने बताया आग से आसपास के गांवों के लगभग 6 लोग घायल हो गए हैं
  • वहीं आग अब आसपास के गांवों में फैलती जा रही है
  • तेल के कुएं से पिछले दो हफ्ते से गैस लीक हो रही थी, काबू करने के हो रहे थे प्रयास

तिनसुकिया
असम के तिनसुकिया (Tinsukia) जिले में स्थित सरकारी गैस कंपनी ऑयल इंडिया (Oil India Fire Tragedy) के तेल के कुएं में आग लग गई। तिनसुकिया ऑयल इंडिया लिमिटेड के गैस कुएं में लगी भीषण के आग के बारे में राज्य के पर्यावरण एवं वन मंत्री परिमल सुखाबैद्य ने बताया कि असम सरकार आग पर काबू पाने की पूरी कोशिश कर रही है। वहीं आग से आसपास के गांवों के लगभग 6 लोग घायल हो गए हैं। आग अब गांवों में फैलती जा रही है।

असम के पर्यावरण एवं वन मंत्री परिमल सुखाबैद्य ने कहा ‘असम सरकार आग पर काबू पाने की पूरी कोशिश कर रही है। लेकिन आग अब तेजी से गांवों में फैल रही है, जिससे गांवों के लगभग 6 लोग घायल हो गए हैं।’ इस बीच सर्बानंद सोनोवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस मसले पर बात की है। सीएम का कहना है कि आग पर काबून पाने की हरसंभव कोशिश की जा रही है। वहीं, जानकारों का कहना है कि यह आग इतनी भयंकर है कि इसे काबू पाने में करीब एक महीना लग सकता है।
आग बुझाने में घायल हुआ दमकलकर्मी
असम के तिनसुकिया जिले में स्थित बागजान तेल के कुएं से पिछले 14 दिन से अनियंत्रित तरीके से गैस का रिसाव हो रहा था। ऑयल इंडिया लिमिटेड के तेल कुएं में लगी आग इतनी भीषण है कि उसकी लपटें 30 किलोमीटर से भी ज्यादा दूर से देखी जा सकती हैं, कई मीटर की ऊंचाई तक धुएं का गुब्बार उठ रहा है।

कुएं की आग बुझाने में जुटे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) का एक दमकलकर्मी बुरी तरह घायल हो गया है।

​दो हफ्ते से लीक हो रही थी गैस, अचानक हुआ ब्लास्ट

  • ​दो हफ्ते से लीक हो रही थी गैस, अचानक हुआ ब्लास्ट

    तिनसुकिया के बाघजन स्थित सरकारी तेल के कुएं में बीते दो हफ्ते से गैस लीक हो रही थी। आसपास के लोगों को भी काफी दिक्कत हो रही थी। हालांकि ऑयल कंपनी का कहना है कि वह अपनी तरफ से गैस लीक पर काबू पाने का प्रयास कर रही थी। ऑयल इंडिया और लोकल प्रशासन इस पर नजर बनाए हुए था और इस पर नियंत्रण की कोशिश की जा रही थी।
  • ​​​कनाडा की एक्सपर्ट टीम को गैस लीक रोकने को बुलाया गया था

    ऑयल इंडिया ने मंगलवार को कनाडा से एक विशेष टीम बुलाई थी। मेसर्स अलर्ट डिजास्टर कंट्रोल के एक्सपर्ट्स ने साइट का निरीक्षण किया और कुएं को नष्ट करने की तैयारी चल रही थी। हालांकि प्रक्रिया पूरी हो पाती उससे पहले ही साइट पर भीषण धमाका हो गया। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ।
  • ​केंद्र सरकार की नजर, मुख्यमंत्री ने मांगी मदद

    मुख्‍यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को फोन कर हादसे की भयावहता के बारे में सूचित किया है। सोनोवाल ने स्थिति नियंत्रित करने के लिए जल्‍द से जल्‍द कदम उठाए जाने की मांग की है। इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर वायुसेना की मदद मांगी है।
  • डिब्रू-साइखोवा नैशनल पार्क करीब, सैकड़ों जीव-जंतुओं पर खतरा

    यह हादसा इसलिए भी भयावह माना जा रहा है क्योंकि हादसे वाली जगह से कुछ मीटर की दूरी पर ही डिब्रू-साइखोवा नैशनल पार्क भी है। 761 वर्ग किलोमीटर में फैला यह पार्ट पर्यावरण की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है और कई दुर्लभ जीव-जंतुओं का हैबिटैट है। आग अगर आसपास फैली तो इस जंगल को भी अपनी चपेट में ले सकती है जिसके बाद स्थिति पर काबू पाना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
  • हादसे पर राजनीति शुरू, कांग्रेस ने बीजेपी को निशाने पर लिया

पेट्रोलियम मंत्री को भी किया फोन
मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने घटना के संबंध में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से फोन पर बात कर आग को बुझाने में तत्काल मदद मांगी है। कुएं में आग उस वक्त लगी जब वहां सफाई अभियान चल रहा था। केंद्र सरकार ने सोनोवाल को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। असम सरकार को कहा गया है कि जरुरत पड़ने पर वायुसेना भी मदद के लिए तैयार है।

हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि डिब्रू-साईखोवा राष्ट्रीय उद्यान के पास स्थित इस कुएं में दोपहर में विस्फोट हुआ, जिसके बाद आसपास के पूरे इलाके को काले धुएं की चादर ने ढंक लिया। आग लगने के बाद वहां आसपास लोगों ने प्रदर्शन किया, क्योंकि कोविड-19 संकट से जूझ रहे लोगों के लिए जीविका का संकट खड़ा हो गया है। जिला प्रशासन ने प्राकृतिक गैस के रिसाव और उसके प्रभावों को देखते हुए आसपास रहने वाले हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।

NBT

दूर-दूर तक आग की लपटें

सिंगापुर से आएंगे विशेषज्ञ
ऑयल इंडिया ने कहा कि कुएं के आसपास हो रहे प्रदर्शनों को देखते हुए मुख्य सचिव और तिनसुकिया जिला प्रशासन से कानून-व्यवस्था बनाए रखने का अनुरोध किया गया है, ताकि विशेषज्ञ वहां तक पहुंच सकें और कुएं को नियंत्रित करने का अभियान शुरू कर सकें। ऑयल इंडिया और ओएनजीसी के कर्मचारियों को वहां से हटाया जा रहा है। हालात सामान्य होने के बाद सिंगापुर की फर्म ‘अलर्ट डिजास्टर कंट्रोल’ के विशेषज्ञ और सरकारी कंपनी के विशेषज्ञ मौके पर पहुंचेंगे।

आग पर कंट्रोल करने में लगेगा एक महीना!
बयान में कहा गया है कि कुएं से हो रहे गैस के रिसाव को रोकने में सोमवार से ही जुटे सिंगापुर के तीन विशेषज्ञों को विश्वास है कि हालात पर काबू पाया जा सकता है और कुएं को सुरक्षित बचाया जा सकता है। बयान के अनुसार, इस पूरे अभियान में चार सप्ताह का समय लगने की संभावना है लेकिन विशेषज्ञों की टीम इसे कम करने में जुटी है।