पाकिस्तान को बेनकाब करने वाली संसदीय टीम के साथ जाने से यूसुफ पठान ने किया इनकार

भारत ने पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए कई देशों में सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को भेजने का फैसला किया है. इसमें भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के अलावा अन्य पार्टियों के नेताओं को भी शामिल किया गया है. सरकार ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद और पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान को भी शामिल किया है, लेकिन एक रिपोर्ट के मुताबिक पठान ने इस टीम के साथ जाने से इंकार कर दिया है.
तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को केंद्र सरकार को बताया कि यूसुफ पठान या पार्टी का कोई अन्य सांसद सर्वदलीय प्रतिनिमंडल का हिस्सा नहीं बनेगा. यह प्रतिनिधमंडल पाक को आतंकवाद के मसले पर बेनकाब करने के लिए कई देशों में जाएगा.
यूसुफ पठान के मामले पर क्या बोली टीएमसी
ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी टीएमसी ने कहा, ”हम मानते हैं कि देश सबसे पहले है और केंद्र सरकार को देश की रक्षा के लिए आवश्यक किसी भी कार्रवाई करने के लिए अपना पूरा समर्थन दिया है. हमारे सशस्त्र बलों ने देश को गौरवान्वित किया है और उनके प्रति हमेशा ऋणी रहेंगे. विदेश नीति पूरी तरह से केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में है. इसलिए, केवल केंद्र सरकार को ही हमारी विदेश नीति तय करने और इसके लिए पूरी जिम्मेदारी लेने देना चाहिए.”
भारत ने पाकिस्तान को बेनकाब करने का बनाया प्लान
सरकार ने सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में यूसुफ पठान को शामिल किया था. एक रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने सीधे पठान से संपर्क किया था. भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का ऑपरेशन सिंदूर के जरिए जवाब दिया था. उसने पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया था. पाकिस्तान ने इसके जवाब में आक्रामक रवैया अपनाया और कई शहरों पर हमले की कोशिश की, हालांकि भारत ने उसके हर हमले को नाकाम कर दिया. अब भारत दुनिया भर में प्रतिनिधमंडल भेजने की तैयारी में है. वह दुनिया को पाकिस्तान की सच्चाई बताएगा.