युवा शायर डा. काशिफ के मजमुआ ए कलाम ‘बेख्याली’ का हुआ विमोचन

- नगर के शेखुल हिंद हॉल में आयोजित कार्यक्रम में शायरी पर आधारित पुस्तक बेख्याली का विमोचन करते अतिथि।
देवबंद [24CN] : युवा शायर डा. काशिफ अख्तर के मजमुआ कलाम ‘बेख्याली’ का रविवार को नगर के महमूद हाल में विमोचन हुआ।इस अवसर पर शायरों व कार्यक्रम में शामिल मेहमानों ने युवा शायर के फन की सराहना की।
कार्यक्रम में नौजवान शायर डा. काशिफ अख्तर के आसान जुबान में दिल को छू लेने वाले शेर ‘बेखयाली में जो तस्वीर बनाई मैंने, गौर से देखा तेरी शक्ल उभर आई है’। ‘लोग कहते हैं बेवफा है वो, मुझको लगता है बस खफा है वो’ जैसे सैकड़ों शेरों पर आधारित उनकी पहली किताब ‘बेख्याली’ का प्रख्यात शायर डा. नवाज देवबंदी, दारुल उलूम देवबंद के वरिष्ठ उस्ताद मौलाना सलमान बिजनौरी, लखनऊ के प्रख्यात अदीब व शायर अफीफ सिराज, दारुल उलूम वक्फ के उस्ताद मौलाना नसीम अख्तर शाह कैसर, शायर जुहैर अहमद जुहैर व मास्टर शमीम किरतपुरी ने विमोचन किया।
इस दौरान डा. नवाज देवबंदी ने कहा कि शायरी का उम्र से कोई सम्बंध नहीं होता। डा. काशिफ की यह पहली कोशिश उनकी अदबी सलाहियतों को दर्शा रही है। जिसके लिए वह मुबारकबाद के मुस्तहिक हैं। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ लेखक कमल देवबंदी ने किया। इस दौरान डा. शमीम देवबंदी, नदीम शाद, तंवीर अजमल, अब्दुल्लाह राज, गुलजार बेग, कदरुज्जमा कासमी आदि मौजूद रहे।