‘वीडियो तो देखा ही होगा…’ आतंकी पन्नू के मुद्दे पर अमेरिका के सामने भारत ने कनाडा को लगाई लताड़
- भारत और अमेरिका के बीच शुक्रवार को टू प्लस टू विदेश और रक्षा मंत्रीस्तरीय बैठक नई दिल्ली में हुई। इस बैठक में भारत ने कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों की बढ़ती गतिविधियों पर अपनी गंभीर चिंताओं से अमेरिका को अवगत कराया है। भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा हमने अपनी चिंताओं को बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है।
नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच शुक्रवार (10 नवंबर) को टू प्लस टू विदेश और रक्षा मंत्रीस्तरीय बैठक नई दिल्ली में हुई। इस बैठक में भाग लेने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन देर रात दिल्ली पहुंचे। वहीं, बैठक की सह अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर कर रहे हैं
इसमें भारत ने कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों की बढ़ती गतिविधियों पर अपनी गंभीर चिंताओं से अमेरिका को अवगत कराया है। भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “हमने अपनी चिंताओं को बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है।” बता दें कि पिछले कई महीनों से भारत और कनाडा के बीच खालिस्तानी गतिविधियों को लेकर राजनयिक विवाद चल रहा है।
हमारी सबसे ज्यादा सुरक्षा को लेकर चिंताएं हैं- भारत
टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय संवाद वार्ता में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन कर रहे हैं। क्वात्रा ने कहा, “हमारी सबसे ज्यादा सुरक्षा को लेकर चिंताएं हैं और मुझे लगता है कि आप सभी हाल ही में एक ऐसे व्यक्ति के सामने आए वीडियो से परिचित होंगे।”
भारत ने गुरपतवंत सिंह पन्नू की तरफ किया इशारा
क्वात्रा का इशारा खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की तरफ था, जिसने 19 नवंबर को एयर इंडिया के विमान को उड़ाने की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका नई दिल्ली की गंभीर चिंताओं को समझता है।
हरदीप निज्जर हत्या के बाद कनाडा ने किया विवाद
बता दें कि कनाडा के सरे शहर में इसी साल जून में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर सितंबर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भारत पर लगाए गए आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंधों में भारी तनाव आ गया।
ट्रूडो के आरोपों के कुछ दिनों बाद ही भारत ने कनाडाई नागरिकों को वीजा जारी करना अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया और देश में अपनी राजनयिक उपस्थिति को कम करने के लिए भी आदेश जारी कर दिए। कनाडा पहले ही भारत से 41 राजनयिकों और उनके परिवार के सदस्यों को वापस बुला चुका है। हालांकि बाद में भारत ने कुछ वीजा सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं।