सहारनपुर-गन्ना किसानों की उपेक्षा कर रही है योगी सरकार: रविंद्र

- सहारनपुर में भाकियू वर्मा की बैठक को सम्बोधित करते सहसंयोजक रविंद्र चौधरी।
सहारनपुर [24CN]। भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय सहसंयोजक रविंद्र चौधरी ने कहा कि भाजपा की योगी सरकार लगातार प्रदेश के गन्ना किसानों की घोर उपेक्षा कर रही है। चीनी मिलों से गन्ना किसानों को 14 दिन तो दूर 14 महीने में भी गन्ना मूल्य भुगतान नहीं मिल पा रहा है तथा मेहनत करके गन्ना पैदा करने वाले किसानों को गन्ना मूल्य भुगतान के लिए संघर्ष करना पड़ता है जो आजाद भारत में शर्मनाक है।
रविंद्र चौधरी आज यहां पेपर मिल रोड स्थित कार्यालय पर आयोजित गन्ना किसानों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। रविंद्र चौधरी ने कहा कि सहारनपुर जिले की पांच चीनी मिलों पर अभी भी 568 करोड़ रूपए बकाया भुगतान है जिसमें बजाज हिंदुस्तान गांगनोली पर सबसे अधिक 263 करोड़ रूपए गन्ना मूल्य भुगतान है तथा सहकारी चीनी मिल नानौता पर 109 करोड़ रूपए गन्ना मूल्य भुगतान बकाया है जिसे दिलाने के लिए प्रदेश सरकार गम्भीर नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के गन्ना किसानों को गन्ने का लाभकारी मूल्य तो देर लागत मूल्य भी सरकार नहीं दिला पा रही है।
उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही चीनी मिलों से गन्ना मूल्य भुगतान व ब्याज नहीं दिलाया गया और गन्ने का लाभकारी मूल्य 600 रूपए प्रति कुंतल नहीं किया गया तो गन्ना किसान पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भाकियू वर्मा के राष्ट्रीय संयोजक भगत सिंह वर्मा के नेतृत्व में बड़ी लड़ाई लड़ेंगे।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष नीरज कपिल ने कहा कि गन्ना किसानों की दुर्दशा के लिए भाजपा सरकार और गन्ना विभाग सीधे-सीधे जिम्मेदार है। गन्ना मूल्य भुगतान न होने के कारण किसान एक-एक रूपए को मोहताज है। बैठक को संचालन करते हुए प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक ने कहा कि गन्ना उत्तर प्रदेश की आर्थिक रीढ़ है जिससे प्रतिवर्ष प्रदेश सरकार को 34 हजार करोड़ रूपए राजस्व प्राप्त होता है। प्रदेश सरका किसानों को खोई के दाम भी नहीं दिला पा रही है जिस कारण प्रदेश का गन्ना किसान कर्जमंद होकर आर्थिक संकट से जूझ रहा है।
बैठक में गुरविंदर सिंह बंटी, ऋषिपाल प्रधान, विनोद चौधरी, वीरपाल गुर्जर, महबूब हसन, मौ. इस्लाम, हाजी बुद्धू हसन, राजेंद्र चौधरी, अमरदीप मान, डा. यशपाल त्यागी, सुभाष त्यागी, नीरज सैनी, हाजी साजिद, हाजी सुलेमान, चौ. श्यामसिंह, नीतू सिंह, मनोज कुमार आदि किसान मौजूद रहे।