शहीदों के साथ योगी सरकार कर रही जातिगत भेदभाव? नहीं! विपक्ष फैला रहा फेक न्यूज

शहीदों के साथ योगी सरकार कर रही जातिगत भेदभाव? नहीं! विपक्ष फैला रहा फेक न्यूज

लखनऊ
जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकियों के साथ हुए दो अलग-अलग एनकाउंटर में भारतीय सुरक्षाबलों के 8 जवान शहीद हो गए थे। इन शहीदों में दो जवान उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे। इन जवानों के परिवारों को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से की गई मदद की घोषणा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कहा जा रहा है कि यूपी के बुलंदशहर के रहने वाले 21 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा और गाजीपुर निवासी सीआरपीएफ जवान अश्विनी कुमार यादव को मदद करने में यूपी सरकार ने जातिगत भेदभाव किया है। हालांकि सरकार ने इन आरोपों को अफवाह बताते हुए इनका खंडन किया है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने  बातचीत में कहा कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रहीं खबरें बेबुनियाद है। उन्होंने कहा, ‘किसी शहीद की जाति देखकर प्रदेश सरकार भेदभाव करेगी, इसका सवाल ही नहीं उठता। प्रदेश सरकार सभी के लिए काम करती है। जातिगत आधार पर किसी व्यक्ति के साथ भेदभाव नहीं किया जा सकता।’ उन्होंने कहा कि किसी शहीद की शहादत पर विपक्ष द्वारा इस तरह की घिनौनी राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण है।

‘सरकार नहीं करती भेदभाव’
मृत्युंजय ने कहा कि शहीदों के परिवारों के प्रति योगी सरकार पूरी तरह से संवेदनशील है। प्रदेश के हर शहीद को नियम के मुताबिक, तत्काल मदद उपलब्ध कराई जाती है, इसमें जाति तो दूर की बात है, इनके साथ किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि शहीद अश्वनी यादव के परिवार को भी 50 लाख की आर्थिक मदद और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।

सीएम ऑफिस ने किए थे ट्वीट
आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर यूपी सरकार के ऑफिस के हैंडल से किए गए दो ट्वीट वायरल हो रहे हैं। एक ट्वीट बुलंदशहर के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा को लेकर किया गया है। इस ट्वीट में सीएम ऑफिस की ओर से लिखा गया है, ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने ग्राम परवाना, तहसील सियाना, जनपद बुलन्दशहर के निवासी शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा के परिवार को ₹50 लाख का आर्थिक सहयोग देने तथा एक परिजन को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। कर्नल आशुतोष की स्मृति में उनके पैतृक गांव में ‘गौरव द्वार’ का निर्माण भी होगा।’

वहीं एक अन्य ट्वीट में सीएम ऑफिस ने लिखा था, ‘सीएम योगी आदित्यनाथ जी ने जनपद गाजीपुर निवासी सीआरपीएफ के जवान श्री अश्विनी यादव की शहादत नमन करते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। शोक की इस घड़ी में राज्य सरकार शहीद के परिवार के साथ है, सरकार द्वारा परिवार को हरसंभव मदद प्रदान की जाएगी।’

NBT

विपक्षी नेता कर रहे फेक ट्वीट

विपक्षी दल फैला रहे फेक न्यूज
सीएम ऑफिस की ओर से किए गए इन ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट लेकर विपक्षी नेता लगातार ट्वीट कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है सीएम योगी ने अश्वनी यादव को उनकी जाति की वजह से आर्थिक मदद नहीं दी। हालांकि सीएम के मीडिया अडवाइजर मृत्युंजय कुमार ने इन दावों की पोल खोलकर रख दी है। अब एक बात तो साफ हो गई है कि विपक्ष जातिगत आधार पर यूपी सरकार द्वारा भेदभाव किए जाने की फेक न्यूज सोशल मीडिया पर फैलाई है।

हंदवाड़ा में शहीद जवान अश्विनी की बेटी बोली- ‘पापा डॉक्टर बनाना चाहते थे’हंदवाड़ा में सीआरपीएफ जवान अश्वनी कुमार यादव की शहादत से गाजीपुर के गांव में मातम पसरा है। शहीद की मासूम बेटी का कहना है कि पापा उसे डॉक्टर बनाना चाहते थे। वह बोले थे कि अबकी बार साइकल दिलााएंगे।


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