महाकुंभ नगर जिले के कलेक्ट्रेट में आज से शुरू होगा कामकाज, CM योगी करेंगे अस्थायी कार्यालय का लोकार्पण
महाकुंभ में विशेष कार्याधिकारी के लिए भी कार्यालय बनाया गया है। इसमें मीटिंग रूम के साथ ही सभागार भी बनाया गया है। प्रयागराज जिला कलेक्ट्रेट में जिस तरह से सभागार का नाम संगम सभागार दिया गया है, उसी तरह महाकुंभ नगर के कलेक्ट्रेट के सभागार का नाम भी संगम सभागार ही दिया गया है, जहां महत्वपूर्ण बैठकें होंगी।
ये कर्मचारी कलेक्ट्रेट कर्मियों की तरह ही कार्य करेंगे। इसे तैयार करने वाले लल्लूजी गोपालदास एंड संस के प्रोपराइटर यश अग्रवाल ने बताया कि इसके लिए मुंबई के आर्किटेक्ट को हायर किया गया। यही नहीं इस अस्थायी जिला कलेक्ट्रेट कार्य समय से पहले पूरा कर लिया गया। मुख्यमंत्री संगम नोज के साथ ही पीएम के जनसभा स्थल का भी निरीक्षण करेंगे।मुख्यमंत्री के भ्रमण के दृष्टिगत डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने शुक्रवार को अरैल क्षेत्र में कार्यक्रम से संबंधित स्थलों व मार्ग का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। वहीं महाकुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद व अन्य अधिकारियों ने भी निरीक्षण किया। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इस बाबत वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से तैयारियों की समीक्षा की। इसमें मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, डीएम प्रयागराज तथा महाकुभ मेला कार्यालय में महाकुंभ के डीएम जुड़े रहे।
सौ बेड का केंद्रीय अस्पताल में सभी सुविधाएं व जांच
जिस तरह से जिलों में जिला अस्पताल बनाए गए हैं, उसी तरह महाकुंभ नगर में भी जिला अस्पताल बनाया गया है। यह 100 बेड का केंद्रीय अस्पताल तैयार हो गया है। शनिवार को मुख्यमंत्री इसका भी लोकार्पण करेंगे। इसमें आइसीयू के साथ ही आपरेशन थिएटर भी बनाया गया है। वेंटिलेटर, आक्सीजन समेत सभी सुविधाएं व जांच भी होगी। यहां प्रदेश के विभिन्न जिलों के विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की गई है।
डिजिटल खोया-पाया केंद्र से बिछुड़े लोगों को मिलाया जाएगा
महाकुंभ मेला में बिछड़े लोगों को के लिए डिजिटल खोया-पाया केंद्र बनाया गया है। सेक्टर तीन में संगम वापसी मार्ग बनाए गए इस केंद्र का भी मुख्यमंत्री ही उद्घाटन करेंगे। इसके माध्यम से 328 एआइ लाइसेंस वाले कैमरे पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखेंगे। इन सभी कैमरों का परीक्षण कर लिया गया है।पूरे मेला क्षेत्र को इन विशेष कैमरों से लैस किया जा रहा है। सरकार के निर्देश पर बड़े पैमाने पर कैमरे इंस्टॉल किए जा रहे हैं। मेला क्षेत्र की चार लोकेशन पर इन विशेष एआइ कैमरों का परीक्षण भी किया जा चुका है। महाकुंभ में अब कोई भी अपना बिछड़ेगा तो ये कैमरे उसे खोज निकालेंगे। डिजिटल खोया-पाया केंद्र तकनीक के सहारे चलेगा और पलक झपकते ही अपनों से मिलाएंगे।