शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एंड एनवायरमेंटल साइंसेज विभाग द्वारा “वन्यजीव कल्याण पर जागरूकता” विषय पर कार्यक्रम का आयोजन

शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एंड एनवायरमेंटल साइंसेज विभाग द्वारा “वन्यजीव कल्याण पर जागरूकता” विषय पर कार्यक्रम का आयोजन

गंगोह [24CN] : शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में दिनांक 02.03.2024 दिन शनिवार को स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एंड एनवायरमेंटल साइंसेज विभाग द्वारा “वन्यजीव कल्याण पर जागरूकता”हेतु एक दिवसीय वार्ता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आमंत्रित मुख्य अतिथि के रूप में एमेरिटस वैज्ञानिक राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान (NDRI) करनाल, हरियाणा से प्रो.(डॉ.) महेंद्र सिंह, प्रो.(डॉ.) रामसिंह एवं शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह, संस्था के केयरटेकर सूफी जहीर अख्तर उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का शुभारम्भ आमंत्रित मुख्य अतिथि प्रो.(डॉ.) महेंद्र सिंह, प्रो.(डॉ.) रामसिंह व शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह, संस्था के केयरटेकर सूफी जहीर अख्तर एवं कोऑर्डिनेटर डॉ. विकास पँवार ने माँ सरस्वती एवं बाबू विजेंद्र जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया। कार्यक्रम में मंच संचालन छात्र आदित्य राठी और अमन द्वारा किया गया। छात्रा पारिका सैनी ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।

कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. शिवानी ने मुख्य अतिथि प्रो.(डॉ.) महेंद्र सिंह, प्रो.(डॉ.) रामसिंह व शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह, संस्था के केयरटेकर सूफी जहीर अख्तर का स्वागत कर की। तत्पश्चात कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने आमंत्रित मुख्य अतिथि प्रो.(डॉ.) महेंद्र सिंह को पटका व पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया तथा संस्था के केयरटेकर सूफी जहीर अख्तर ने प्रो.(डॉ.) रामसिंह जी को पटका व पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए एमेरिटस वैज्ञानिक राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान (NDRI) करनाल, हरियाणा से प्रो.(डॉ.) महेंद्र सिंह ने सभी छात्र एवं छात्राओं को वन्यजीवों एवं एक स्थायी पर्यावरण के प्रति जागरूकता व इनके संरक्षण हेतु महत्वपूर्ण जानकारी साझा की, जिसमे उन्होंने बताया कि वन्यजीव प्रबंधन का उद्देश्य सर्वोत्तम उपलब्ध विज्ञान के माध्यम से वन्य जीवन की आवश्यकता और लोगों की आवश्यकता के बीच संतुलन प्रदान करना है। दुनिया भर के प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्यों एवं रिसर्च सेंटर काफी लम्बे समय से वन्यजीवों एवं एक स्थायी पर्यावरण के लिए अनेक कार्य कर रहे है। हम सभी को वन्यजीवों के लिए विकल्प तैयार करने है ताकि वे अपने पर्यावरण पर अधिक नियंत्रण महसूस करें। इस अवसर इस अवसर पर राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान करनाल से उपस्थित प्रो.(डॉ.) रामसिंह ने भी छात्रों के साथ एग्रीकल्चर विषय से जुडी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।

कार्यक्रम में संस्था के केयरटेकर सूफी जहीर अख्तर ने अपने विचार रखते हुए कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि की महत्वपूर्ण भूमिका है। कृषि हमारे आर्थिक उन्नति का माध्यम रही है। भारत के लोग कृषि को एक उत्सव के रूप में मनाते रहे है।

इस अवसर पर शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने कार्यक्रम के आयोजकों को अनेक शुभकामनाएं दी और कहा कि परंपरागत तरीके से कैसे आधुनिक तकनीकों को जोड़कर हम कृषि की बर्बादी को रोक सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में कोऑर्डिनेटर डॉ. विकास पँवार ने सभी उपस्थित गणमान्यों का धन्यवाद प्रेषित किया।

इस अवसर पर प्रो.(डॉ.) राजीव दत्ता, प्रो.(डॉ.) गुंजन अग्रवाल, प्रो.(डॉ.) प्रशांत कुमार, प्रो.(डॉ.) जसवीर सिंह राणा, डॉ. नवीन कुमार, डॉ. विश्वास सैनी, अमित तोमर, दीपक कुमार, नितिन कुमार, रितु शर्मा, सरिता शर्मा, आदेश कुमार, रोहित सैनी, नीरज कुमार सचिन शर्मा आदि उपस्थित रहे।


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