विधानमंडल का शीतकालीन सत्र आज से, जातिगत जनगणना सहित इन मुद्दों पर सरकार को घेरेगा विपक्ष

विधानमंडल का शीतकालीन सत्र आज से, जातिगत जनगणना सहित इन मुद्दों पर सरकार को घेरेगा विपक्ष
  • नेता सदन के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्र के सुचारु संचालन में सत्ता पक्ष के पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि सदन जनाकांक्षाओं को रखने का महत्वपूर्ण माध्यम है। सदन जितनी देर चलेगा लोकतांत्रिक मूल्यों की समृद्धि में उतना ही सहायक होगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार सभी चर्चाओं में भाग लेते हुए सकारात्मक जवाब देगी तथा सुझावों के अनुरूप समाधान निकालने का प्रयास करेगी।

लखनऊ: विधानमंडल का शीतकालीन सत्र मंगलवार सुबह 11 बजे शुरू होगा। वर्ष 2023 में यह विधानमंडल का तीसरा और अठारहवीं विधान सभा का छठवां सत्र होगा। इस सत्र में राज्य सरकार वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अनुपूरक बजट प्रस्तुत करेगी।

विभिन्न अध्यादेशों के प्रतिस्थानी विधेयकों समेत कुछ अन्य विधेयकों को पारित कराएगी। शीतकालीन सत्र हंगामाखेज होने के आसार हैं। सत्र के दौरान विपक्ष जातिवार जनगणना, कानून व्यवस्था, निराश्रित पशुओं व किसानों की समस्याओं, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर सत्ता पक्ष को घेरने की भरपूर कोशिश करेगा।

मानसून सत्र के पहले दिन विधान सभा की कार्यवाही पूर्व मंत्री व लखनऊ पूर्व विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक आशुतोष टंडन ‘गोपाल’ व अन्य पूर्व सदस्यों के निधन पर शोक व्यक्त करने के बाद स्थगित कर दी जाएगी। बुधवार दोपहर 12.20 बजे राज्य सरकार दोनों सदनों में वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए अनुपूरक बजट पेश करेगी।

सत्र के दौरान सरकार उत्तर प्रदेश शीरा नियंत्रण (द्वितीय संशोधन) अध्यादेश 2023, उप्र माल और सेवा कर (द्वितीय संशोधन) अध्यादेश 2023, उप्र निजी विश्वविद्यालय (छठवां संशोधन) अध्यादेश 2023, उप्र राज्य विश्वविद्यालय (संशोधन) अध्यादेश 2023 के प्रतिस्थानी विधेयकों को पारित कराएगी। कुछ अन्य विधेयक भी पारित कराए जा सकते हैं।

सहयोग की अपेक्षा

शीतकालीन सत्र से पूर्व सोमवार को विधान भवन में हुई सर्वदलीय बैठक में विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन के सुचारु संचालन में सभी दलीय नेताओं से सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि विधान सभा की कार्यवाही के निर्बाध संचालन के लिए सभी दलों के सहयोग से सदन में सकारात्मक वातावरण बनेगा। उन्होंने सभी दलों से आग्रह किया कि सदस्य सदन में सिर्फ हाजिरी न लगाएं बल्कि जनहित में सामूहिक चर्चा में भाग लेकर अपनी प्रभावी उपस्थिति का अहसास कराएं जिससे प्रदेश का विकास हो सके।

नेता सदन के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्र के सुचारु संचालन में सत्ता पक्ष के पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि सदन जनाकांक्षाओं को रखने का महत्वपूर्ण माध्यम है। सदन जितनी देर चलेगा, लोकतांत्रिक मूल्यों की समृद्धि में उतना ही सहायक होगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार सभी चर्चाओं में भाग लेते हुए सकारात्मक जवाब देगी तथा सुझावों के अनुरूप समाधान निकालने का प्रयास करेगी।

संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि पक्ष और विपक्ष के सहयोग से ही सदन को सुचारु रूप से चलाया जा सकता है। प्रदेश सरकार संवेदनशील है। सदन के सदस्यों की बातों का सरकार ने संज्ञान लिया है।

सर्वदलीय बैठक में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव की अनुपस्थिति में विधान सभा में सपा के मुख्य सचेतक मनोज कुमार पांडेय शामिल हुए और सत्र के दौरान अपने दल की ओर से सकारात्मक चर्चा और सहयोग का भरोसा दिलाया।

अपना दल (एस) के नेता राम निवास वर्मा, राष्ट्रीय लोकदल के राजपाल सिंह बालियान, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओमप्रकाश राजभर, निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के संजय निषाद, कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा, जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के रघुराज प्रताप सिंह, बहुजन समाज पार्टी के उमाशंकर सिंह ने भी सदन के संचालन में अपने दलों की ओर से सहयोग का आश्वासन दिया। इससे पहले विधान सभा की कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में सदन का 28 नवंबर से एक दिसंबर तक का विस्तृत कार्यक्रम तय हुआ।

विधान सभा की नई कार्य संचालन नियमावली का हुआ विमोचन

शीतकालीन सत्र से विधान सभा की कार्यवाही 65 वर्षों बाद बनायी गई नई कार्य संचालन नियमावली के अंतर्गत संचालित की जाएगी। सर्वदलीय बैठक में विधान सभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और सभी दलीय नेताओं ने उत्तर प्रदेश विधान सभा की प्रक्रिया तथा कार्य संचालन नियमावली, 2023 का विमोचन किया।

विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि आज सदन की जिस नियमावली का विमोचन किया गया है, यह नियमावली सभी की सहमति से बनी है। हम सभी इसका पालन करेंगे।

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