क्या केवल धार्मिक स्थलों में लोगों के इबादत करने से कोरोना फैलेगा: उलमा

- धार्मिक स्थलों में केवल पांच लोगों के प्रवेश के आदेश पर उलमा ने सख्त नाराजगी का किया इजहार
देवबंद: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते केसों के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ के धार्मिक स्थलों में केवल पांच लोगों के प्रवेश के आदेश पर उलमा ने सख्त नाराजगी का इजहार किया है। उलमा कहना है कि सब कुछ खुला हुआ है, बाजारों में लोगों की भीड़ है। लेकिन क्या केवल धार्मिक स्थलों में लोगों के इबादत करने से कोरोना फैलेगा।
इत्तेहाद उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष कारी सीएम मुस्तफा ने कहा कि जिन राज्यों में चुनाव हो रहे हैं वहां खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह बड़ी बड़ी चुनावी रैलियां कर कर रहे हैं। तो क्या वहां चुनाव होने की वजह से कोरोना की एंट्री नहीं होगी। जबकि उनकी चुनावी रैलियों में लाखों की भीड़ आ रही है, किसी के पास मास्क तक नहीं होता।
इससे साफ है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बदले की भावना से कार्य कर रहे हैं। कहा कि रमजान माह के नजदीक आते ही इस तरह के आदेश देना सरासर गलत है। क्योंकि बाजार खुले हुए हैं, बड़े बड़े मॉल और शराब के ठेके तक खुले हुए हैं। जहां खासी भीड़ जमा रहती है। कारी सीएम मुस्तफा ने मांग करते हुए कहा कि सभी मजहब के लोगों को उनके धार्मिक स्थलों में जाकर पूजा पाठ और इबादत करने की इबादत दी जाए। इसमें किसी तरह की कोई पाबंदी न लगाई जाए।