हंदवाड़ा ही क्यों बन रहा आतंकियों का निशाना? समझें घाटी में पाकिस्तान की नई चाल
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- हंदवाड़ा में सुरक्षा बलों पर हमला, चेक पॉइंट पर मौजूद CPRF जवानों पर दो आतंकियों ने चलाई गोलियां
- दो जवान शहीद, तीसरे ने अस्पताल में ली आखिरी सांस, एक नागरिक भी मारा गया
- हंदवाड़ा में ही एक और ऑपरेशन में शहीद हुए चार सैनिक और एक पुलिसकर्मी
- पाकिस्तान ने एक्टिव किए लॉन्च पैड्स, अप्रैल में 25-30 आतंकियों ने की घुसपैठ
नई दिल्ली/श्रीनगर
पिछले एक हफ्ते में दो बार आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई है। दोनों बार जगह थी उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले का हंदवाड़ा। रविवार को 13 घंटे चले एनकाउंटर में दो अधिकारियों समेत 5 जवान शहीद हुए थे। सोमवार को चेक पॉइंट पर तैनात CPRF जवानों पर हमला किया गया। जिसमें तीन जवान शहीद हुए और एक नागरिक भी मारा गया। कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच इस तरह के हमले किसी नई स्ट्रैटजी की ओर इशारा करते हैं। इंटेलिजेंस इसे सीमा पार स्थित आतंकी लॉन्च पैड्स से जोड़कर देख रही है। पाकिस्तान से आने वाले आतंकियों के लिए हंदवाड़ा को टारगेट करना एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है।
घाटी में पाकिस्तान की नई साजिश
हंदवाड़ा के एक घर में नागरिकों को बंधक बनाने वाला आतंकी पाकिस्तानी था। उसकी पहचान लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर हैदर के रूप में हुई है। पीओके के हैदर और हंदवाड़ा के आसिफ रेशी को दो हफ्ते से जंगलों में देखा जा रहा था। इंटेलिजेंस सोर्सेज के हवाले से एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि हंदवाड़ा एनकाउंटर में शामिल आतंकी हाल ही में घुसपैठ कर आए हो सकते हैं। हंदवाड़ा लीवा घाटी में घुसपैठ वाले रूट पर पड़ता है। सीमापार आतंकी लॉन्च पैड्स एक्टिव होने के इनपुट्स पहले आ चुके हैं। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में धुंधियाल, शारदा और आठमुका में स्थित ये लॉन्च पैड्स लाइन ऑफ कंट्रोल पर केरण सेक्टर से सटे हुए हैं।
एक खुफिया इनपुट पर यूं शुरू हुआ एनकाउंटर
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सेना को खुफिया एजेंसियों की ओर से इनपुट मिला की हंदवाड़ा के चांजमुल्ला इलाके में एक घर में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं और स्थानीय लोगों को बंधक बना रखा है। हालांकि आतंकियों की संख्या कितनी थी यह नहीं साफ हो पाया था। 21 राष्ट्रीय राइफल्स, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी टीम ने शनिवार शाम संयुक्त रूप से तलाशी अभियान चलाया। सेना के जवानों को देखकर आतंकियों ने फायरिंग कर दी। इसके बाद दोनों ओर से फायरिंग शुरू हो गई।
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पूरे एनकाउंटर के दौरान सबसे बड़ी चुनौती थी कि जिस घर में ये आतंकी मौजूद थे, उसमें आम लोग भी थे जिन्हें सुरक्षित बाहर निकालना बड़ी चुनौती थी। कर्नल शर्मा के नेतृत्व में एक टीम ने घर में घुसकर बंधक बनाए गए लोगों को बचा लिया। इस दौरान आतंकियों की ओर से लगातार फायरिंग होती रही।
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लोगों को सुरक्षित घर से निकालने के दौरान कर्नल आशुतोष शर्मा गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। कर्नल आशुतोष शर्मा 21 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर थे। कर्नल शर्मा दो-दो बार वीरता मेडल्स से सम्मानित हो चुके थे। उन्हें काउंटर-टेररिज्म ऑपरेशंस में महारत हासिल थी। गार्ड्स रेजिमेंट से आने वाले कर्नल शर्मा लंबे समय से कश्मीर घाटी में तैनात थे। बतौर कमांडिंग ऑफिसर, अपनी बहादुरी के लिए कर्नल शर्मा को सेना मेडल मिला था।
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जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकियों से मोर्चा लेते हुए उत्तराखंड के अल्मोड़ा के रहने वाले लांस नायक दिनेश भी शहीद हो गए। इसी महीने दिनेश को घर आना था, लेकिन लॉकडाउन के कारण वह कश्मीर में ही रुक गए। दो दिन पहले ही अपने पिता से बातचीत में दिनेश ने जल्द घर लौटने का वादा किया था।
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हंदवाड़ा एनकाउंटर में लश्कर के दो आतंकी भी मारे गए हैं। इनमें से एक की पहचान लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर हैदर के तौर पर हुई है। दूसरे आतंकी की पहचान अभी नहीं हो पाई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के कश्मीर रेंज के आईजी विजय कुमार ने हैदर के मारे जाने की पुष्टि की है।
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हंदवाड़ा में शहीद हुए जवानों को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने श्रद्धांजलि दी है। उनके अलावा आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे और आर्मी के सभी अधिकारियों-जवानों की ओर से भी श्रद्धांजलि दी गई है। रक्षा मंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘हंदवाड़ा में जवानों की शहादत दर्दनाक और परेशान करने वाली है। हम उनकी शहादत को कभी नहीं भूलेंगे।’
लोकल चेहरे पर दांव लगा रहा पाकिस्तान
कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए पाकिस्तान लोकल चेहरे ही इस्तेमाल कर रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, ISI ने करीब 100 विदेशी आतंकियों को अंडरग्राउंउ रहने को कहा है। उनकी जगह लोकल आतंकियों को सुरक्षा बलों से लड़ने का टारगेट मिला है। विदेशी आतंकी इन लोकल टेररिस्ट्स को सपोर्ट देने का काम कर रहे हैं। डोडा-किश्तवाड़-रामबन रेंज में युवाओं को रैडिकलाइज करने की कोशिश हो रही है।
हंदवाड़ा एनकाउंटर: सेना के 2 अधिकारी समेत पांच सुरक्षाकर्मी हुए शहीद, 2 आतंकी मारे गएजम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराया गया। लेकिन इस एनकाउंटर में सेना के एक कर्नल और मेजर समेत 5 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। इस मुठभेड़ में शहीद हुए लोगों में सेना के 2 जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक कमांडो भी शामिल थे।
हंदवाड़ा बन सकता है इस सीजन का एक्शन पॉइंट
काउंटर-टेरर ऑपरेटिव्स इशारा करते हैं कि अप्रैल महीने में 25-30 आतंकी सीमा पार कर भारत में दाखिल हुए हैं। खुफिया इनपुट्स के मुताबिक, पाकिस्तानी आतंकियों का फोकस उत्तरी कश्मीर पर होगा। हंदवाड़ा इस साल कई मुठभेड़ों का गवाह बन सकता है। बीच-बीच में अन्य इलाकों में भी हमले हो सकते हैं। जैसे मंगलवार को बड़गाम में CISF जवानों पर किया गया। आतंकियों ने जवानेां पर ग्रेनेड फेंका जिससे एक जवान को हल्की चोटें आई हैं। चार नागरिक घायल बताए जा रहे हैं।
रमजान के महीने में हो सकते हैं और हमले
खुफिया इनपुट्स इशारा करते हैं कि अगले 10-14 दिन बेहद अहम हैं। रमजान के महीने में आतंकी हमले तेज करने की फिराक में हैं। इंटेलिजेंस ब्रीफिंग में पहले ही अप्रैल में आतंकी गतिविधियों में बढ़त की आशंका जताई गई थी। जैश-ए-मोहम्मद सेना और पैरामिलिट्री फोर्सेज को निशाना बनाकर सुसाइड अटैक्स कर सकता है।