‘किसने कहा वो हमारे कार्यकर्ता थे…’, प्रयागराज हिंसा को लेकर सवाल पर भड़क गए चंद्रशेखर आजाद

New Delhi : प्रयागराज के करछना में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई हिंसा को लेकर जब नगीना सांसद और आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद से सवाल किया गया तो बुरी तरह भड़क गए. उन्होंने कहा कि हंगामा करने वालों को अपना समर्थक ही मानने से इनकार कर दिया और कहा कि कोई भी नीला साफा पहन सकता है लेकिन मीडिया के लोग पहले ही ट्रायल कर कमजोर वर्ग के लोगों को आरोपी साबित कर देते हैं.
नगीना सांसद से प्रयागराज हिंसा को लेकर यूपी तक यूट्यूब चैनल ने जब सवाल किया तो उन्होंने कहा कि “ये मीडिया का ब्राह्मणवादी चरित्र है जो पुलिस की जांच से पहले ही इस तरह के आरोप लगाता है. हम काफी समय से इन आरोपों से दो चार होते रहे है. उन्होंने सवाल किया कि आपने किस आधार पर कहा कि वो हमारे ही कार्यकर्ता थे. इस भीड़ में कोई उद्दण्डी भी आ सकता है.
हिंसा के सवाल पर भड़क गए नगीना सांसद
चंद्रशेखर ने कहा कि नीला साफा कोई और भी पहन सकता है, अभी कोई जांच हुई है? पुलिस ने कोई जांच रिपोर्ट दी है आपको..लेकिन, ये मीडिया का चरित्र ऐसा है कि कमजोर वर्गों के लोगों को झूठे आरोप लगाकर उनका मीडिया ट्रायल करके उन्हें आरोपी साबित कर देते हैं. आप ये मानते हैं कि नीले झंडे वाले भीम आर्मी के ही लोग होते हैं. इसका मतलब है जो दूसरे गमछे वाला है वो भाजपा का होगा.
उन्होंने कहा कि पुलिस को इस मामले की जांच करनी चाहिए. जो दोषी हों उस पर कार्रवाई की जाए लेकिन, इसकी आड़ में निर्दोष कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न ना किया जाए. ना तो मैं मौके पर मौजूद था. ना आप थे. लेकिन, आपने पहले ही फैसला सुना दिया है. मैंने पुलिस से कहा कि है कि जो गलत है उन पर कार्रवाई हो लेकिन, आम कार्यकर्ताओं को परेशान न किया जाए. हम पुलिस प्रशासन के साथ हैं.
बता दें कि रविवार को नगीना से आसपा सांसद चंद्रशेखर आजाद रेप पीड़िता के परिवार से मिलने प्रयागराज पहुंचे थे. जहां पुलिस ने उन्हें सर्किट हाउस में ही रोक लिया और आगे जाने नहीं दिया, जिसके बाद करछना में उनके समर्थकों ने जमकर हंगामा किया. उन्होंने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. इस हिंसा में कुछ पुलिस कर्मी और स्थानीय लोग घायल हो गए. पुलिस ने इस मामले में करछना थाने में 50 नामजद और 500 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की एफआईआर दर्ज की है.