जब माल का बंटवारा सही से नहीं होगा तो धरा-धरी तो होगा ही… महेंद्र को पड़े थप्पड़ पर ओम प्रकाश राजभर ने दिया कुछ ऐसा रिएक्शन

उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में तब हलचल तेज हो गई, जब सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र राजभर उर्फ कट्टपा के साथ मंच पर मारपीट हो गई. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल है, जिसमें महेंद्र राजभर को माला पहनाने के बाद उनकी ही पार्टी के नेता बृजेश राजभर ने जोरदार तीन थप्पड़ जड़ दिए. अब इस मामले में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया और यूपी सरकार में मंत्री ओम प्रकश राजभर का बयान सामने आया है. उन्होंने इस घटना के पीछे सपा चीफ अखिलेश यादव को जिम्मेदारी ठहराया है. खबर में आगे जानें ओपी राजभर ने क्या कहा?
जौनपुर में घटना के वक्त क्या हुआ था?
गौरतलब है कि यह घटना जौनपुर में उस समय हुई जब महाराज सुहेलदेव की प्रतिमा अनावरण के लिए एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था. ऐसे में ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले मऊ के महेंद्र राजभर उर्फ कट्टपा विशेष अतिथि के तौर पर आए थे. महेंद्र राजभर के स्वागात के लिए उनकी पार्टी के पुराने साथी बृजेश राजभर खड़े हुए थे. बृजेश ने पहले ओम प्रकाश राजभर पर बिना नाम लिए निशाना साधा और फिर महेंद्र को माला पहनाई. लेकिन माला पहनाने के तुरंत बाद उन्होंने अचानक महेंद्र पर थप्पड़ों की बौछार कर दी, जिससे वहां मौजूद लोग हैरान रह गए.
कौन हैं बृजेश राजभर?
जानकारी के मुताबिक, बृजेश राजभर वाराणसी के रहने वाले हैं. बृजेश उन नेताओं में हैं, जिन्होंने ओम प्रकाश राजभर की पार्टी छोड़कर शुरुआती दिनों में महेंद्र राजभर का साथ दिया. मारपीट के बाद बृजेश गाली-गलौच करते हुए कहते सुने गए, “पार्टी हमने बनाई और मलाई तुम खाओगे?”
कैसा है महेंद्र राजभर का सियासी सफर?
महेंद्र राजभर का सफर राजनीति में काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है. वे करीब 20 साल तक ओपी राजभर के सहयोगी रहे. लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा “कट्टपा” कहे जाने के बाद वे चर्चा में आए. इसके बाद लोकसभा चुनाव से पहले घोसी उपचुनाव में महेंद्र ने ओपी राजभर को बड़ा झटका दिया. उन्होंने अपनी अलग पार्टी, सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी बनाई और अखिलेश यादव के समर्थन से सुधाकर सिंह को जीत दिलाई. इतना ही नहीं, लोकसभा चुनाव में घोसी सीट पर ओपी राजभर के बेटे अरविंद राजभर की हार में भी महेंद्र की भूमिका को श्रेय दिया गया. हाल ही में अखिलेश यादव ने महेंद्र से मुलाकात भी की थी. फिलहाल, इस पिटाई कांड के बाद महेंद्र राजभर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.