हल होने पर जलते हैं दोनों घरों में दीप

- सहारनपुर में तुरियानंद आश्रम में प्रवचन करते स्वामी विवेकानंद गिरि।
सहारनपुर [24CN]। स्वामी तुरियानंद ट्रस्ट के गद्दीनशीं स्वामी विवेकानंद गिरि महाराज ने कहा कि संकल्प सबके पास है, फिर हम उन्हें विकल्प बनाएं या संकल्प बनाएं। इस तरह कर्म करने की सभी में क्षमता है। स्वामी विवेकानंद गिरि महाराज आज यहां मंडी समिति रोड स्थित स्वामी तुरियानंद सत्संग सेवा आश्रम में स्वामी तुरियानंद महाराज के 146वें अवतरण दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ज्ञान में आने का अर्थ कर्म सन्यास नहीं है बल्कि अपने कर्म प्रयास से विकल्पों को श्रेष्ठ संकल्प में बदलकर विकर्मों को श्रेष्ठ कर्म बनाना है।
उन्होंने कहा कि समस्या आने पर न्याय, निर्णय, इंसाफ नहीं बल्कि हल होना चाहिए क्योंकि इंसाफ में एक के घर दीप जलते हैं और दूसरे के घर अंधेरा होता है परंतु हल होने से दोनों के घर दीप जलते हैं। हम समस्या के बारे में सोचेंगे तो समस्या ही दिखेगी और यदि हम समाधान के बारे में सोचेंगे तो समाधान ही नजर आएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव में हमेशा हमारे हाथ में ही होता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को प्रकृति से अर्जित गुणों के अनुसार विवश होकर कर्म करना पड़ता है। अत: कोई भी जीव एक क्षण के लिए भी बिना कर्म किए नहीं रह सकता। इस दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।