‘अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हुआ तो एक और गोधरा कांड…’ उद्धव ठाकरे के बयान से सियासी पारा हुआ हाई

शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हुआ तो एक और गोधरा कांड हो सकता है। दरअसल 27 फरवरी 2002 को साबरमती एक्सप्रेस में सवार होकर लौट रहे कार सेवकों पर गोधरा स्टेशन पर हमला किया गया। उनके कोच को जला दिया गया। इस दौरान कई लोगों की मौत हुई जिसके बाद राज्य में दंगे भड़क उठे।
मुंबई : शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बयान से सियासी बवाल मच गया है। उन्होंने रविवार को एक रैली के दौरान दावा किया कि अगर अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हुआ तो एक और गोधरा कांड हो सकता है।
‘गोधरा जैसी घटना हो सकती है’
उद्धव ठाकरे ने कहा कि राम मंदिर के उद्घाटन के लिए देश भर से लोग अयोध्या पहुंचेंगे। जब वे वापस आएंगे तो गोधरा जैसी घटना हो सकती है।
यूबीटी प्रमुख ने जलगांव में कहा कि सरकार राम मंदिर के उद्घाटन के लिए बसों और ट्रकों में बड़ी संख्या में लोगों को आमंत्रित कर सकती है। इन सभी लोगों की वापसी के दौरान गोधरा जैसी घटना हो सकती है।
कब हुआ गोधरा कांड?
दरअसल, 27 फरवरी, 2002 को साबरमती एक्सप्रेस में सवार होकर अयोध्या से लौट रहे कार सेवकों पर गुजरात के गोधरा स्टेशन पर हमला किया गया। इस दौरान उनके कोच में आग लगी दी गई, जिससे कई लोगों की मौत हुई और राज्य में दंगे भड़क उठे।
भाजपा-आरएसएस पर साधा निशाना
उद्धव ठाकरे ने भाजपा और आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पास ऐसे प्रतीक नहीं हैं, जिन्हें लोग अपना आदर्श मान सकें। लोग सरदार पटेल और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे दिग्गजों को अपना रहे हैं।
‘भाजपा-आरएसएस की अपनी कोई उपलब्धियां नहीं’
ठाकरे ने कहा कि भाजपा और आरएसएस अब उनके पिता बाल ठाकरे की विरासत पर दावा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों की अपनी कोई उपलब्धियां नहीं हैं। ये लोग सरदार पटेल जैसी महानता कभी हासिल नहीं कर सकते हैं।
बता दें, भाजपा अक्सर उद्धव ठाकरे पर 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री बनने के लिए बाल ठाकरे के आदर्शों को त्यागने का आरोप लगाती रही है। पिछले साल जून में शिवसेना में हुए विभाजन के बाद से हमले और तेज हो गए हैं।
शिंदे और उद्धव गुट खुद को बालासाहेब ठाकरे की विरासत का असली उत्तराधिकारी बताते हैं। भाजपा और शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना का दावा है कि वे बाल ठाकरे के हिंदुत्व के सच्चे अनुयायी हैं।