क्या होगा भारत के ‘दुश्मन’ ट्रूडो का सियासी भविष्य? ट्रंप के ‘दोस्त’ एलन मस्क ने की बड़ी भविष्यवाणी
न्यूयॉर्क: टेस्ला के सीईओ और अरबपति एलन मस्क ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को लेकर एक बड़ी भविष्यवाणी की है। उन्होंने कहा है कि अक्टूबर 2025 में होने वाले कनाडा के आम चुनावों या उससे पहले जस्टिन ट्रूडो की सत्ता चली जाएगी। बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों में मस्क ने डोनाल्ड ट्रंप की काफी मदद की थी और अमेरिका के अगले राष्ट्रपति ने अपने विजयी भाषण में टेस्ला के CEO का नाम खासतौर पर लिया था। अब ट्रूडो को लेकर की गई मस्क की भविष्यवाणी के बाद कनाडा में सियासी पारा चढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
‘आगामी चुनावों में हो जाएगी विदाई’
मस्क ने एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए X पर पोस्ट किया, ‘आगामी चुनाव में उनकी (ट्रूडो की) विदाई हो जाएगी।’ बता दें कि एक यूजर ने X पर पोस्ट किया था कि जर्मनी की समाजवादी सरकार गिर गई है और जल्द चुनाव को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। इसके जवाब में मस्क ने पोस्ट किया कि ‘ओलाफ मूर्ख हैं।’ मस्क जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज की तरफ इशारा कर रहे थे। मस्क के जवाब में रॉबर्ट रॉनिंग नाम के शख्स ने लिखा कि ‘हम ट्रूडो से छुटकारा पाने के लिए आपकी मदद चाहते हैं।’ इसके जवाब में मस्क ने लिखा कि आगामी चुनावों में ट्रूडो की विदाई हो जाएगी। बता दें कि 2025 के चुनाव में ट्रूडो की संभावनाएं काफी कमजोर लग रही हैं।
भारत के ‘दुश्मन’ बने हुए हैं ट्रूडो
बता दें कि पिछले कई महीनों से भारत के प्रति जस्टिन ट्रूडो का व्यवहार किसी दुश्मन के जैसा है। आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप कनाडा द्वारा भारत के माथे मढ़ने के बाद से ही दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी बढ़ी है। ताजा मामले में भारत ने गुरुवार को कहा कि कनाडा ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उनकी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग के प्रेस कॉन्फ्रेंस के प्रसारण के कुछ घंटों बाद एक ऑस्ट्रेलियाई मीडिया प्रतिष्ठान को ब्लॉक कर दिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि ‘ऑस्ट्रेलिया टुडे’ के सोशल मीडिया हैंडल और कुछ पेजों को ब्लॉक करने की कनाडा के एक्शन से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रति पाखंड की बू आती है।
जर्मनी की सियासत में मची है हलचल
बता दें कि जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने बुधवार को कहा कि उन्होंने वित्त मंत्री क्रिस्टियन लिंडनर को बर्खास्त कर दिया है। शोल्ज का यह ऐलान सत्तारूढ़ त्रिदलीय गठबंधन टूटने का संकेत है जिसे लिंडनर की पार्टी का भी समर्थन प्राप्त है। देश की बीमारू अर्थव्यवस्था में नई जान डालने के तरीकों पर गठबंधन सहयोगियों के बीच कई हफ्ते तक चले विवाद के बाद शोल्ज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस कदम की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वह जनवरी में विश्वास मत का प्रस्ताव रखेंगे। जर्मनी में आम चुनाव सितंबर 2025 में होने हैं लेकिन शोल्ज के इस कदम से मध्यावधि चुनाव की संभावना बढ़ गई है।