गाजीपुर बॉर्डर पर बड़े एक्शन की तैयारी में पुलिस फोर्स, जाने क्या है हलचल

गाजीपुर बॉर्डर पर बड़े एक्शन की तैयारी में पुलिस फोर्स, जाने क्या है हलचल

किसानों को धमकाया जा रहा: प्रियंका गांधी
किसान आंदोलन को लेकर देश में जारी ताजा घटनाक्रम पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा कि कल आधी रात में लाठी से किसान आंदोलन को ख़त्म करने की कोशिश की. आज गाजीपुर, सिंघु बॉर्डर पर किसानों को धमकाया जा रहा है. यह लोकतंत्र के हर नियम के विपरीत है. प्रियंका गांधी ने आगे लिखा कि कांग्रेस किसानों के साथ इस संघर्ष में खड़ी रहेगी. किसान देश का हित हैं. जो उन्हें तोड़ना चाहते हैं- वे देशद्रोही हैं. उन्होंने लिखा कि हिंसक तत्वों पर सख़्त कार्रवाई की जाए लेकिन जो किसान शांति से महीनो से संघर्ष कर रहे हैं, उनके साथ देश की जनता की पूरी शक्ति खड़ी है.

राकेश टिकैत के गांव पंचायत
किसान नेता राकेश टिकैत के गांव सिसौली में पंचायत शुरू हो गई है, जिसमें बड़ा फैसला लिया जा सकता है. भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत पंचायत को संबोधित कर रहे हैं.

गाजीपुर बॉर्डर पर टकराव की आशंका

एक तरफ प्रशासन जहां गाजीपुर बॉर्डर को खाली कराने में जुटा है तो वहीं राकेश टिकैत ने कहा है कि वो नहीं हटेंगे. प्रशासन और राकेश टिकैत आमने-सामने हैं, जिसके बाद टकराव की आशंका बढ़ गई है. राकेश टिकैत ने कहा कि पुलिस चाहे तो गोली मार दे, हम हटने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि हम सिर्फ सरकार से बात करेंगे. हम यूपी-पुलिस प्रशासन से बात नहीं करेंगे. बीजेपी के लोग यहां पर क्या कर रहे हैं.

राकेश टिकैत को मिला अजित सिंह का साथ
प्रशासन के निशाने पर आए किसान नेता राकेश टिकैत को RLD का साथ मिला है. RLD नेता अजित सिंह ने राकेश टिकैत से बात की है और कहा कि आप चिंता मत करिए, सब आपके साथ हैं. अजित सिंह और राकेश टिकैत की बातचीत की जानकारी अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी ने दी है. उन्होंने कहा कि चौधरी अजित सिंह ने BKU के अध्यक्ष और प्रवक्ता, नरेश टिकैत और राकेश टिकैत से बात की है. अजित सिंह ने संदेश दिया है कि चिंता मत करिए, किसान के लिए जीवन मरण का प्रश्न है. सबको एक होना है, साथ रहना है.

गाजियाबाद प्रशासन के आदेश को कोर्ट में चुनौती देंगे किसान
किसान गाजियाबाद प्रशासन के आदेश को कोर्ट में चुनौती देंगे. किसानों की ओर से याचिका दायर की जाएगी. दरअसल, गाजियाबाद प्रशासन ने धरनास्थल खाली करने का आदेश दिया है. किसानों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन की इजाजत दी है.

दो और संगठनों ने खत्म किया आंदोलन
हिंसा के बाद किसानों का आंदोलन कमजोर पड़ चुका है. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात के बाद दो और किसान संगठनों ने अपना आंदोलन खत्म कर दिया है. आंदोलन खत्म करने वाले संगठनों में भारतीय किसान यूनियन (एकता) और भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) हैं.

गाजीपुर बॉर्डर पर मौजूद प्रदर्शनकारी किसानों को पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 133 के तहत नोटिस थमाया है. प्रदर्शनकारियों को हटने के लिए कहा गया है. जिला प्रशासन ने उनसे तुरंत सड़क खाली करने को कहा है.

गाजियाबाद: ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद दिल्ली की सीमाओं पर हलचल तेज हो गई है. योगी सरकार ने धरनास्थल खाली कराने का आदेश जारी किया है. गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती है. वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत ने आत्महत्या की धमकी दी है. उन्होंने रोते हुए कहा है कि अगर तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते हैं तो मैं आत्महत्या कर लूंगा.

देश की नजर गाजीपुर बॉर्डर पर
पूरे देश की नजर इस वक्त गाजीपुर बॉर्डर पर है. यहां पर बीते दो महीने से जारी किसानों के आंदोलन पर कार्रवाई की तैयारी है. भारी संख्या में यहां पर पुलिसबल की तैनाती है. गाजीपुर बॉर्डर पर धारा 144 लगा दी गई है. प्रदर्शनकारियों को ले जाने के लिए बसें लाई गईं हैं. RAF की तैनाती है. वज्र वाहन भी लाए गए हैं. वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत अनशन पर बैठ गए हैं. उन्होंने कहा कि गांव के लोग पानी लाएंगे तभी मैं पीऊंगा.

गाजीपुर बॉर्डर दोनों तरफ से बंद
गाजीपुर बॉर्डर को दोनों तरफ से बंद कर दिया गया है. ट्रैफिक पुलिस ने लोगों को गाजीपुर से ना जाने की सलाह दी है. ट्रैफिक को रोड न.56, अक्षरधाम और निजामुद्दीन के लिए डायवर्ट कर दिया गया है. ट्रैफिक पुलिस ने NH-9, NH-24 से बचने की सलाह दी है.

प्रशासन ने सभी सुविधाएं हटाई
गाजीपुर बॉर्डर पर प्रशासन ने सभी सुविधाएं हटा दी है. प्रशासन की इस कार्रवाई पर राकेश टिकैत ने कहा कि देश मुझे झंडा दिया है तो पानी भी देगा. उन्होंने कहा कि मैं गाजियाबाद का पानी नहीं पीऊंगा. गांव के लोग पानी लेकर आएंगे तब मैं पीऊंगा. इस बीच, गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने धारा 144 लगा दी है.

गाजीपुर बॉर्डर खाली करें किसान: एसीपी
गाजीपुर बॉर्डर पर तैनात प्रीत विहार के एसीपी वीरेंद्र पुंज का कहना है कि किसानों को अपने आप गाजीपुर बॉर्डर खाली कर देना चाहिए. हमने तो शांति की अपील पहले भी की थी, आज भी कर रहे हैं.

राकेश टिकैत ने आत्महत्या की धमकी दी
किसान नेता राकेश टिकैत ने आत्महत्या की धमकी दी है. मीडिया से बातचीत में उन्होंने रोते हुए कहा कि अगर तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते हैं तो मैं आत्महत्या कर लूंगा. मुझे कुछ भी हुआ तो प्रशासन जिम्मेदार होगा. उन्होंने कहा कि मैं किसानों को बर्बाद नहीं होने दूंगा. किसानों का मारने की साजिश रची जा रही है. यहां अत्याचार हो रहा है.

प्रशासन और टिकैत की वार्ता फेल
गाजीपुर बॉर्डर पर प्रशासन की राकेश टिकैत से हो रही वार्ता फिलहाल फेल हो गई है. राकेश टिकैत ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के विधायक पुलिस के साथ आए हैं. अब इनकी गुंडागर्दी नहीं चलेगी.

राकेश टिकैत ने बीजेपी पर लगाए आरोप
गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत ने कहा कि वह गिरफ्तारी देना चाहते थे, लेकिन बीजेपी के विधायकों ने हमारे लोगों के साथ मारपीट की है. हमारे लोगों को रास्ते में पीटने की प्लानिंग है. राकेश टिकैत ने कहा कि अब हम यहां से नहीं जाएंगे. यहीं बैठेंगे.

हरियाणा के तीन जिलों में इंटरनेट बैन बढ़ा
हरियाणा सरकार ने सोनीपत, पलवल और झज्जर जिलों में वॉयस कॉल को छोड़कर इंटरनेट सेवाओं (2जी/3जी/4जी/सीडीएमए/जीपीआरएस), सभी एसएमएस सेवाओं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोडकर) और मोबाइल नेटवर्क पर दी जाने वाली सभी सेवाओं को बंद करने की अवधि बढ़ा दी है. इंटरनेट सेवाएं अगले 24 घंटे यानी 29 जनवरी शाम 5 बजे तक के लिए बंद रहेंगी. यह आदेश तुरंत प्रभाव से लागू माने जाएंगे।. ह आदेश क्षेत्र में शांति और सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए जारी किए गए हैं. इस संबंध में अधिक जानकारी साझा करते हुए एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि दूरसंचार अस्थायी सेवा निलंबन (लोक आपात या लोक सुरक्षा) नियम, 2017 के नियम 2 के तहत इंटरनेट सेवाएं बंद करने के आदेश दिए गए हैं. बीएसएनएल (हरियाणा अधिकार क्षेत्र) सहित हरियाणा की सभी टेलिकॉम सेवाएं देने वाली कंपनियों को इस आदेश का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.

टिकैत बोले- नहीं करेंगे सरेंडर
किसान नेता राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वो सरेंडर नहीं करेंगे. हमारा धरना जारी रहेगा. राकेश टिकैत ने कहा कि लाल किले की घटना के लिए जो जिम्मेदार हैं उनकी कॉल डिटेल निकाली जाए. राकेश टिकैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस धरने पर गिरफ्तारी का प्रयास कर रहा है. सुप्रीम कोर्ट भी शांतिपूर्ण तरीके से धरने को जायज ठहराया है. उत्तर प्रदेश गाजीपुर बॉर्डर पर कोई हिंसा नहीं हुई है. इसके बावजूद सरकार दमनकारी नीति अपना रही है. यह उत्तर प्रदेश सरकार का चेहरा है. राकेश टिकैत ने कहा कि लाल किले पर कौन लोग थे, सुप्रीम कोर्ट के जज उसकी जांच करें. कमेटी जांच करे और पता लगाए कि वहां झंडा लगाने वाले कौन थे. राकेश टिकैत ने कहा कि दीप सिद्धू कौन है, उसका किसके साथ कनेक्शन है. तिरंगे का अपमान कोई भी बर्दाश्त नहीं करेगा.