West Bengal Assembly Elections 2021: ममता बनर्जी ने कहा- भाजपा को अलविदा, हम मोदी का चेहरा नहीं देखना चाहते
कोलकाता : पूर्वी मिदनापुर में जनसभा को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हम भाजपा को अलविदा कह रहे हैं, हम नहीं चाहते भाजपा को। हम मोदी का चेहरा भी नहीं देखना चाहते। ममता बनर्जी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि हम दंगा, लूट, दुर्योधन, दुशासन, मीर जाफर नहीं चाहते हैं।
बंगाल में पहले चरण के मतदान से पहले उम्मीदवारों को बदला
बता दें कि चार विधानसभा सीटों पर तृणमूल कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों को बदल दिया है। पश्चिम बंगाल में कुल 294 विधानसभा सीटें हैं और राज्य में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। बंगाल में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच भाजपा द्वारा अंतिम पांच चरणों के लिए 157 प्रत्याशियों की सूची जारी करने के एक दिन बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चार सीटों पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों को बदल दिया है। पार्टी ने यह फैसला राज्य में 27 मार्च को होने वाले पहले चरण के वोटिंग से पहले किया है। तृणमूल ने उत्तर 24 परगना जिले के दो कैंडिडेट और नदिया व बीरभूम जिले के एक-एक कैंडिडेट को बदला है। तृणमूल की ओर से शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी गई है।
बताया जा रहा है कि पार्टी समीकरण और भाजपा के कैंडिडेट को देखते हुए तृणमूल नेतृत्व में इन सीटों पर उम्मीदवारों को बदलने का फैसला लिया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि भाजपा के कैंडिडेट को देखते हुए कुछ और सीटों पर परिवर्तन किया जा सकता है। बयान के अनुसार, नदिया जिले के कल्याणी में रमेंद्र नाथ विश्वास के बदले अनिरुद्ध विश्वास को, उत्तर 24 परगना के अशोक नगर में धीमन राय के बदले नारायण गोस्वामी को व आमडांगा में मुर्तजा के बदले रफीकुर रहमान को और बीरभूम जिले के दुबराजपुर में आसिमा के बदले देवव्रत साहा को टिकट दिया है।
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल चुनाव के लिए सबसे पहले अपने सभी 291 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की थी। हालांकि कुछ उम्मीदवारों को लेकर पार्टी के भीतर ही काफी असंतोष देखा गया। इसके बाद तृणमूल ने एक-दो सीटों पर उम्मीदवारों को बदलने का निर्णय लिया था। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस ने इस बार रिकॉर्ड 51 महिलाओं को टिकट दिया है। वहीं 79 उम्मीदवार एससी और 17 एसटी वर्ग के उम्मीदवारों को उतारा गया है, जबकि 42 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। टीएमसी ने उम्मीदवारों की सूची से ऐसे वर्तमान विधायकों के नाम हटाने का फैसला किया था जो 80 वर्ष या उससे अधिक आयु के हैं। टीएमसी ने इस बार करीब 28 मौजूदा विधायकों का टिकट काट दिया है।