नई दिल्ली। देश के उत्तर और उत्तर-पश्चिम भागों में गिरते पारे के बीच मौसम विभाग के एक वरिष्ठ विज्ञानी आरके जेनामणि ने रविवार को कहा कि अगले चार-पांच दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत में कहीं भी शीत लहर नहीं चलेगी। जेनामणि ने कहा कि लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ आ रहे हैं। पहला तीन जनवरी की रात से सात जनवरी की सुबह तक और दूसरा सात जनवरी की दोपहर से नौ या 10 जनवरी तक। इन लगातार पश्चिमी विक्षोभों की वजह से अगले चार-पांच दिनों में कोई शीत लहर नहीं होगी। सिर्फ पंजाब और हरियाणा को शीत लहर का सामना करना पड़ेगा।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बारे में जेनामणि ने कहा कि आने वाले दिनों में तापमान करीब 10 डिग्री तक बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि रविवार को दिल्ली में कोई शीत लहर नहीं रही, तापमान भी करीब पांच-छह डिग्री रहा। दिल्ली में पांच-छह जनवरी को तेज हवाओं के साथ बारिश होगी, इसलिए रात का तापमान पांच-छह डिग्री से बढ़कर 10-11 डिग्री सेल्सियस तक हो जाएगा। इसके बाद आठ-नौ जनवरी को फिर बारिश होने की संभावना है।

जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है

जेनामणि ने बताया कि चार-पांच जनवरी को जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है। पांच जनवरी को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी हिमपात होगा। ओलावृष्टि होने की भी संभावना है। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बारे में उन्होंने कहा कि चार से छह जनवरी तक गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।

उत्तर-पश्चिम भारत में लगातार तीसरे दिन सबसे ठंडा रहा हिसार

उत्तर पश्चिम भारत के राज्यों में लगातार तीसरे दिन सबसे ठंडा हरियाणा का हिसार जिला है। यहां पाला 1.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जिसके कारण जमाव की स्थिति आ गई। सुबह खेतों में ओस की बूंदें जमी हुई दिखाई दी। दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा से सभी जिलों से तुलना की जाए तो हिसार का तापमान सबसे कम है। यहां लगातार तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। जबकि इससे दो दिन पहले रात्रि तापमान 2.2 और 2.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है।