मौसम की मारः उत्तर प्रदेश में दिसंबर में ठंड ने तोड़ा रिकॉर्ड, फसलें बर्बाद और छह की मौत

मौसम की मारः उत्तर प्रदेश में दिसंबर में ठंड ने तोड़ा रिकॉर्ड, फसलें बर्बाद और छह की मौत

प्रदेश में बुधवार और बृहस्पतिवार को हुई बूंदाबांदी के बाद शुक्रवार को मौसम और बिगड़ गया। बारिश और कई जिलों में ओलावृष्टि से प्रदेश में शीतलहर का दौर शुरू हो गया है। 7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ बस्ती यूपी में सबसे ठंडा रहा। दिसंबर की ठंड ने कानपुर में 19 जबकि मेरठ में 22 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।

हरदोई में बिजली गिरने से दो मासूम समेत तीन की मौत हो गई। फर्रुखाबाद में खेत की रखवाली कर रहे किसान की मौत हो गई। वहीं, अमरोहा जिले के भैंसरोली गांव में छप्पर के नीचे दबकर बुजुर्ग किसान की मौत हो गई। एटा में पेड़ गिरने से किसान की जान चली गई। कई जिलों में खंभे गिरने से बिजली सप्लाई ठप हो गई है। ओलावृष्टि से अवध समेत वेस्ट यूपी के कई जिलों में सैकड़ों एकड़ फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका है।

बुंदेलखंड समेत सेंट्रल यूपी के तकरीबन सभी जिलों में सर्द हवाओं, बारिश व ओलावृष्टि से मौसम और बेरहम हो गया। कानपुर में दो दिन से रुक-रुककर हो रही बारिश से ठंड ने 19 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। कानपुर में 2000 के बाद पहली बार दिसंबर महीने में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियस रहा।

हरदोई में शुक्रवार सुबह बारिश के दौरान बिजली गिरने से देहात कोतवाली क्षेत्र के गांव नीर निवासी आरती (18) की मौत हो गई। वहीं अरवल थाना क्षेत्र के ग्राम आलमपुर मड़ैया में सुबह बारिश और बिजली कड़कने के बीच दो मासूमों की मौत हो गई। पुलिस को सूचना दिए बिना ही परिजनों ने दोनों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया। चित्रकूट में कई कच्चे घर क्षतिग्रस्त हो गए। फतेहपुर व कानपुर देहात जिले में चार मवेशियों की जान चली गई। औरैया में दो व चित्रकूट में चार मवेशियों की मौत हो गई।

मेरठ में दिसंबर में हुई बारिश का 22 साल का रिकॉर्ड टूट गया। शुक्रवार शाम तक करीब 41 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत, शामली में भी बरसात और ओलावृष्टि के साथ तेज हवा चलने से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। ठंड बढ़ गई। विद्युत लाइनों में फॉल्ट आने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई। मौसम वैज्ञानिक डॉ. एन सुभाष का कहना है कि बारिश का असर अभी 24 घंटे तक पश्चिमी यूपी में बना रहेगा।

मुरादाबाद में बीते 24 घंटे में सबसे अधिक 89.2 एमएम बारिश हुई। संभल में तीन स्थानों पर बिजली गिरी। पवांसा में बीईओ दफ्तर पर बिजली गिरने से एक कर्मचारी झुलस गया।

अमरोहा में आंधी और बारिश में कई छप्पर और मिट्टी के मकान गिर गए। उझारी में ओले भी पड़े। हसनपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव भैंसरोली में छप्पर की नीचे दबकर बुजुर्ग किसान की मौत हो गई। वहीं, गंगोचोली में दो कच्चे मकान गिर गए। इसमें दो महिलाएं दबकर घायल हो गईं। 50 से अधिक खंभे टूटकर गिरने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई है।

मुरादाबाद और अमरोहा में रुक-रुक कर जारी आंधी-बारिश के साथ ओलावृष्टि से गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। अमरोहा कृषि विभाग के अनुसार दलहनी-तिलहनी और सब्जी की 26 हजार हेक्टेयर फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है।
ब्रज के जिलों में भी बारिश-ओले से ठंड बढ़ गई है। फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। एटा के गांव लोहाखार में विष्णु दयाल (80) की तेज हवा में पेड़ गिरने जाने से उसके नीचे दबकर मौत हो गई।

बारिश के कारण पर्यटकों के लिए बंद रहा दुधवा
लखीमपुर खीरी। बारिश को देखते हुए शुक्रवार को दुधवा नेशनल पार्क पर्यटकों के लिए बंद रहा। एफडी संजय पाठक ने बताया कि रविवार तक पर्यटन बंद कर दिया गया है। मौसम ठीक होने पर पर्यटक सोमवार को पार्क का भ्रमण कर सकेंगे।

आज भी बारिश की संभावना : मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि बारिश और तेज हवाओं का दौर रविवार तक जारी रहेगा। उन्होंने कई जिलों में घने कोहरे का अंदेशा जताया है।


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