Weather Forecast : पहाड़ों में जमने लगे झरने, झील और तालाब, दिल्ली में टूटा 10 साल का रिकार्ड, कई जगहों पर बारिश की आशंका

नई दिल्ली । उत्तरी भारत में लगातार तापमान में गिरावट जारी है। सुबह में कोहरा और दिन में ठंड के साथ सर्द हवाएं लोगों को कड़ाके की ठंड का एहसास करवा रही हैं और आने वाले दिनों में भी लोगों को शीत लहर का सामना करना होगा। मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने जानकारी दी है कि 18 दिसंबर तक उत्तरी भारत में सर्द हवाओं का दौर जारी रहेगा।
पहाड़ों में लगातार हो रही बर्फबारी से उत्तर भारत ठंड के चपेट में हैं। गिरते तापमान से पूरे कश्मीर में जहां तापमान शून्य से नीचे चला गया है। वहीं, उत्तराखंड और हिमाचल में भी झील, झरने और तालाब जमने लगे हैं। इससे आम लोगों की दिक्कतें बढ़ रही हैं। इसके अलावा पहाड़ों पर पड़ रही ठंड का असर दिल्ली और आसपास के मैदानी राज्यों में भी दिखाई दे रहा है।
समाचार एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए, आइएमडी प्रमुख ने कहा, ’20 दिसंबर से मौसम की स्थिति में सुधार होगा और तापमान में 2-3 डिग्री का इजाफा होगा।’ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के बारे में बात करते हुए, श्रीवास्तव ने कहा, ‘AQI मध्यम और खराब श्रेणी के बीच दर्ज किया जा रहा है और चूंकि हवा की गति अच्छी है, इसलिए अगले तीन दिनों तक इसी श्रेणी में रहने की संभावना है।’
आइएमडी ने आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस का अनुमान लगाया है। आइएमडी ने ट्वीट किया, ‘अगले 24 घंटों के दौरान दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों, पंजाब, हरियाणा एवं चंडीगढ़ में कुछ दिनों में ठंड से लेकर अत्यधिक ठंड होने की संभावना है।’
दिल्ली में अक्टूबर और नवंबर के बाद दिसंबर में भी रिकार्ड तोड़ ठंड पड़ रही है। पिछले सप्ताह जरूर कुछ दिन गर्मी महसूस हुई थी, लेकिन अब दिल्ली शीत लहर की चपेट में है। न्यूनतम और अधिकतम दोनों ही तापमान में गिरावट आ रही है। ऐसे में गुरुवार को न्यूनतम तापमान ने 10 साल का रिकार्ड तोड़ दिया।
दिल्ली में आरेंज अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए आरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। विभाग का कहना है कि सुबह ही नहीं दिन के समय भी शीत लहर की स्थिति बनी रहेगी। ठंड अधिक होने के कारण गुरुवार को लोग घरों में दुबके रहे। बता दें कि गुरुवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से सात कम 15.2 और न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन कम 4.6 डिग्री सेल्सियस रहा। 2011 से लेकर अब तक 17 दिसंबर की तारीख का यह सबसे कम न्यूनतम तापमान है।
स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने बताया कि रविवार से हवा की दिशा में बदलाव संभावित है। इसके बाद ही तापमान में कुछ इजाफा होगा और ठंड से थोड़ी राहत मिलेगी।
एक दशक का 17 दिसंबर का न्यूनतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में)
वर्ष तापमान
2011 5
2012 11
2013 9
2014 9
2015 5
2016 8
2017 8
2018 6
2019 10.4
2020 4.6
पूरे कश्मीर में तापमान शून्य से नीचे
जम्मू-कश्मीर हाड़ कंपा देने वाली ठंड से जूझ रहा है। पूरे कश्मीर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चला गया है। ठंड नित नए रिकार्ड बनाने पर आमादा है। श्रीनगर के लोगों ने न्यूनतम तापमान माइनस 6.4 डिग्री सेल्सियस के साथ मौजूदा सर्दियों की सबसे ठंडी रात गुजारी। यही वजह है कि कश्मीर के अधिकतर झरने, झीलें, तालाब व जलस्रोत जमने लगे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 21 व 22 दिसंबर को पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी व बारिश हो सकती है। कश्मीर में सर्दियों का सबसे ठंडा दौर कहलाने वाला 40 दिन का चिल्लेकलां 20 दिसंबर से शुरू हो रहा है।
उत्तराखंड में भी टूटा 20 साल का रिकार्ड
इसी तरह उत्तराखंड और हिमाचल में भी ठंड के चलते लोगों की परेशानी बढ़ गई है। जगह जगह सड़कें बंद हैं तो बिजली और पानी की सप्लाई पर भी असर हुआ है। ऊधमसिंह नगर में तो अधिकतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री सेल्सियस कम रहा। यह परिस्थिति 20 साल बाद बनी है। वहीं, हिमाचल के बद्दी और ऊना सहित निचले क्षेत्रों में धुंध के कारण वाहन चालकों को भारी परेशानी। इसके अलावा मनाली-केलंग मार्ग पर पानी जमने से बढ़ा जोखिम। यहां गाडि़यों के फिसलने की आशंका बनी हुई है। कई जगहों पर हल्की बारिश की आशंका भी जताई गई है।
यहां रहा सबसे कम तापमान (डिग्री सेल्सियस में)
स्थान न्यूनतम तापमान
गुलमर्ग 11.0
पहलगाम 8.9
कुपवाड़ा 5.8
लेह 14.9
कारगिल 16.4
द्रास 26.5