क्या भारत-पाक तनाव के पीछे चीन की भूमिका थी? विदेश मंत्री जयशंकर का बड़ा खुलासा

नई दिल्ली – पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई, जिसमें उसे भारी नुकसान उठाना पड़ा। इस ऑपरेशन के बाद भारत-पाक संबंधों में बढ़े तनाव के बीच एक बड़ा सवाल यह भी उठने लगा कि क्या इस स्थिति को उकसाने में चीन की कोई भूमिका थी? विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने इस मुद्दे पर एक अहम और चौंकाने वाला बयान दिया है।
चीन की भूमिका पर जयशंकर का इशारा
जर्मनी के प्रतिष्ठित समाचार पत्र फ्रैंकफर्टर ऑलगेमाइने ज़िटुंग को दिए एक साक्षात्कार में जब जयशंकर से पूछा गया कि क्या भारत-पाक तनाव के पीछे चीन की भी भूमिका हो सकती है, तो उन्होंने सीधे तौर पर यह कहा, “पाकिस्तान के पास जो भी सैन्य क्षमताएं हैं, वे चीन की ही देन हैं। इससे आप काफी कुछ समझ सकते हैं।”
यह बयान चीन और पाकिस्तान की रणनीतिक साझेदारी की ओर इशारा करता है, जिसे भारत कई बार अपनी सुरक्षा के लिहाज़ से चुनौतीपूर्ण मानता रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर: पाक को मिली जानकारी कब दी गई?
जयशंकर ने हाल ही में विदेश मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक में बताया कि ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी पाकिस्तान को आधिकारिक रूप से तब दी गई जब ऑपरेशन समाप्त होने के करीब आधा घंटा बीत चुका था। इससे पहले विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सवाल उठाया था कि इतनी संवेदनशील जानकारी पहले क्यों साझा की गई थी।
विवाद के बाद विदेश मंत्रालय ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा था कि ऑपरेशन के शुरू होने से पहले पाकिस्तान को कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी, और जयशंकर के हालिया स्पष्टीकरण से भी यही स्पष्ट होता है।
एकजुटता का आह्वान
बैठक के बाद विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा, “विदेश मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता की। ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद के विरुद्ध भारत की जीरो टॉलरेंस नीति पर व्यापक चर्चा हुई। यह समय राजनीतिक मतभेद भुलाकर एकजुट होने का है। हमें दुनिया को यह संदेश देना होगा कि भारत हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ एकजुट और संकल्पित है।”