कपड़े उतारकर धरना देने पर छिड़ी एक्स पर जंग, अखिलेश यादव के बयान पर BJP का पलटवार

कपड़े उतारकर धरना देने पर छिड़ी एक्स पर जंग, अखिलेश यादव के बयान पर BJP का पलटवार

नई दिल्ली। साहिबाबाद के मोहन नगर स्थित स्टेट जीएसटी कार्यालय में शुक्रवार रात मेरठ के व्यापारी अक्षय जैन द्वारा कपड़े उतारकर चार घंटे तक धरना देने का मामला अब सोशल मीडिया पर राजनीतिक जंग में बदल गया है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इस घटना के जरिए योगी सरकार पर हमला बोला, जिसके बाद भाजपा ने भी जवाबी वार किया।

अखिलेश यादव का BJP पर निशाना

अखिलेश यादव ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “ये है भाजपाराज में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का सच। भाजपा ने व्यापारियों के कपड़े तक उतरवा लिए हैं। व्यापारी कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा।” इस टिप्पणी के जरिए उन्होंने भाजपा की सरकार पर व्यापारियों के उत्पीड़न का आरोप लगाया।

BJP का पलटवार

इसके जवाब में रविवार को भाजपा आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए लिखा, “कपड़े उतारने से सपाइयों का चरित्र नहीं बदलता। अगर फेक वीडियो ही डालने हैं, तो राहुल गांधी से कोचिंग क्यों नहीं लेते?” उन्होंने सपा नेताओं पर अपराध में शामिल होने के आरोप भी लगाए और पूछा कि अखिलेश यादव इन मामलों में चुप क्यों हैं।

सपा नेता से व्यापारी का संबंध

भाजपा ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें व्यापारी अक्षय जैन को सपा सांसद अवधेश यादव के साथ दिखाया गया है। भाजपा का दावा है कि व्यापारी का समाजवादी पार्टी से पुराना संबंध है। हालांकि, अक्षय जैन ने इस संबंध में स्पष्ट किया कि वह 2012 से 2014 तक सपा के व्यापार सभा के प्रदेश सचिव थे, लेकिन अब उनका किसी राजनीतिक पार्टी से कोई संबंध नहीं है।

जीएसटी विभाग का पक्ष

स्टेट जीएसटी के अपर आयुक्त दिनेश कुमार मिश्र ने बताया कि व्यापारी की गाड़ी बिना वैध ई-वे बिल के पकड़ी गई थी, जिसके बाद 50,500 रुपये की पेनल्टी देकर उसे छुड़ाया गया। उन्होंने व्यापारी द्वारा वीडियो को सोची-समझी साजिश और सनसनी फैलाने का आरोप लगाया।

व्यापारी पर दर्ज हुआ मामला

सहायक पुलिस आयुक्त रजनीश कुमार उपाध्याय ने बताया कि व्यापारी अक्षय जैन के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और अभद्रता करने का मामला दर्ज किया गया है। जांच जारी है, और जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।


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