सामाजिक समरसता यात्रा में शामिल होकर दे राष्ट्र निर्माण में अपनी आहूति: वीरेन्द्र
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दूसरे दिन भी विहिप की सामाजिक समरसता यात्रा का हुआ जगह-जगह स्वागत
सहारनपुर। विश्व हिंदू परिषद के सामाजिक समरसता प्रचारक वीरेन्द्र ने कहा कि व्यक्तियों को जाति नहीं गुणों के आधार पर सम्मान देना चाहिए। उन्होंने हिंदू समाज से जाति गत भेदभाव दूर कर एक जुट होने का भी आह्वान किया।
सामाजिक समरसता प्रचारक वीरेन्द्र आज यहां तुर्रियानंद आश्रम में विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आयोजित संत शिरोमणि गुरु रविदास महाराज सामाजिक समरसता गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब दिल्ली के सुल्तान सिकंदर लोधी पूरे हिंदू समाज को इस्लाम कबूल करवाने के लिए अत्याचार की अति कर रहा था, तब संत रविदास ने हिंदू समाज में जागरण किया और धर्मांतरण से बचाया। उन्होंने हिंदू समाज को चेताते हुए कहा कि केले के तने को खोलते जाएंगे तो हर छिलके के बाद दूसरा छिलका निकलता है, अंत में कुछ नहीं बचता। ऐसे ही हिंदू समाज जब जातियों व उपजातियांे में बटता रहा तो अंत में कोई भी जाति नहीं बच पाएगी, इसलिए सभी मिलकर रहें।
उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता के उद्देश्य से निकाली जा रही यात्रा में सम्मिलित होकर राष्ट्र निर्माण के महायज्ञ कार्य में अपनी आहुति सभी को समर्पित करनी चाहिए। गोष्ठी की अध्यक्षता प्रांत संपर्क प्रमुख शिवकुमार गौड़ तथा संचालन विभाग संपर्क प्रमुख रमेश चंद शर्मा ने किया। इससे पूर्व यात्रा परिषद कार्यालय से चलकर बेहट अड्डे, जवाहर पार्क, माता गढ़, मंडी चौक, कल्पना टॉकिज होते हुए पिलखनी को प्रस्थान कर गयी। मार्ग में अनेक स्थानों पर नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर यात्रा का सम्मान किया।
इस अवसर पर प्रांत उपाध्यक्ष रविंद्र लाम्बा, प्रांत धर्माचार्य प्रमुख आचार्य कमल किशोर, विभाग सामाजिक समरसता प्रमुख देवेंद्र अग्रवाल, विभाग संगठन मंत्री प्रीत बहादुर, महानगर कोषाध्यक्ष नरेश भाटिया, कमलेश अग्रवाल, देवेंद्र कुमार, अभिषेक, ललित, शानू, जय राणा आदि मौजूद रहे।