दिल्ली के वासुदेव घाट पर सियासत, सौरभ भारद्वाज के आरोप पर वीरेंद्र सचदेवा ने दिया जवाब
दिल्ली में छठ पूजा से पहले यमुना की सफाई और और उसके किनारे बने घाटों की सफाई और व्यवस्था पर सियासी जंग तेज हो गई है. आम आदमी पार्टी (AAP) के दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने यमुना किनारे वासुदेव घाट से सटे कृत्रिम घाट बनाए जाने का आरोप लगाते हुए वीडियो बयान जारी किया, तो बीजेपी ने इसे राजनीतिक नौटंकी करार दिया.
बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि ‘आप’ नेतृत्व को जनता की आस्था और स्वच्छता से आपत्ति है, जबकि 8 महीने में रेखा गुप्ता सरकार ने बेसिक सफाई करा कर यमुना के किनारे प्राकृतिक घाटों को नया जीवन दिया है.
AAP बनी राजनीतिक हताशा का मॉडल– वीरेंद्र सचदेवा
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने पत्रकार सम्मेलन में कहा कि आम आदमी पार्टी सत्ता में रहते हुए स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास के मॉडल का गुणगान करती थी, लेकिन आज वही पार्टी राजनीतिक हताशा का मॉडल बनकर रह गई है. उन्होंने कहा कि दिल्ली का पूर्वांचल समाज यह देखकर हैरान है कि आखिर “आप” नेतृत्व को यमुना किनारे बने प्राकृतिक छठ घाटों के विकास पर इतनी आपत्ति क्यों है.
सौरभ भारद्वाज को सफाई से दिक्कत क्यों?
वीरेंद्र सचदेवा ने सौरभ भारद्वाज के उस वीडियो पर तीखी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने वासुदेव घाट पर किए जा रहे कार्यों को कृत्रिम बताया था. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, देश में विपक्ष को विकास के अभाव या गंदगी पर आपत्ति करते देखा है, लेकिन पहली बार कोई विपक्ष सरकार की सफाई पर नाराज़ है. उन्होंने कहा, सौरभ भारद्वाज ने यमुना की सफाई और स्वच्छ पानी की उपलब्धता पर सवाल उठाकर खुद को हास्यास्पद स्थिति में पहुंचा दिया है.
‘AAP सरकार ने 6 साल तक छठ पूजा पर लगाई थी रोक’
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आगे कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार के समय बिहार समाज के लोगों के साथ भेदभाव किया गया. वर्ष 2018 से 2024 तक बिना किसी प्रशासनिक या न्यायिक आपत्ति के यमुना किनारे छठ पूजा पर रोक लगाई गई थी. अब जब रेखा गुप्ता सरकार ने सिर्फ आठ महीने में यमुना-घाटों की सफाई कर प्राकृतिक स्वरूप लौटाया, तो आम आदमी पार्टी को परेशानी होने लगी है.
बीजेपी अध्यक्ष ने उठाए दो सवाल
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, किस आधार पर वर्ष 2018 से 2024 तक यमुना किनारे छठ पूजा पर रोक लगाई गई? और यमुना घाटों की सफाई और स्वच्छ जल की व्यवस्था से आखिर “आप” नेतृत्व को दिक्कत क्यों है? इन दोनों सवालों के जवाब दिल्ली का बिहार समाज अब “आप” नेतृत्व से मांग रहा है.
प्रवीण शंकर कपूर ने सौरभ भारद्वाज की पोस्ट पर साधा निशाना
वहीं, पत्रकार सम्मेलन का संचालन कर रहे बीजेपी मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने भी “आप” और इसके नेता सौरभ भारद्वाज को आड़े-हाथों लिया. उन्होंने कहा कि सौरभ भारद्वाज ने सुबह “एक बड़े खुलासे” की घोषणा की थी, जिस पर उन्होंने पहले ही व्यंग्य करते हुए पोस्ट किया था — “तैयार रहिए 11.30 बजे सौरभ भारद्वाज की ‘मनगढ़ंत कहानियों’ की ताज़ा एडिशन के लिए.”
कपूर ने तंज कसते हुए कहा, जब सौरभ लाइव आए, तो ‘खोदा पहाड़ निकली चुहिया’…वाली कहावत चरितार्थ हुई लेकिन उनके केस में वो भी मरी हुई निकली. छठ घाटों की सफाई पर सवाल उठाकर उन्होंने खुद को हास्य का पात्र बना लिया.
बीजेपी बोली—छठ व्रतियों के सम्मान में राजनीति छोड़िए
अंत में सचदेवा ने कहा कि छठ पर्व आस्था और स्वच्छता का प्रतीक है, इसलिए “आप” नेताओं को राजनीति से ऊपर उठकर श्रद्धालुओं की सुविधा पर ध्यान देना चाहिए. बीजेपी का दावा है कि इस बार दिल्ली के सभी यमुना घाटों पर स्वच्छ जल, सुरक्षा और मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है.
क्या कहा था सौरभ भारद्वाज ने
बताते चलें कि, “आप” नेता सौरभ भारद्वाज ने एक वीडियो बयान जारी कर यमुना किनारे वासुदेव घाट पर एक कृत्रिम घाट बनाये जाने के आरोप लगाए थे. भारद्वाज ने कहा कि, पीएम मोदी के छठ पर्व में शामिल होने की तैयारियों के मद्देनजर यह घाट यमुना से अलग बनाया गया है, जिंसमें सोनिया विहार से गंगा का फिल्टर्ड पानी एक पाइपलाइन द्वारा लाकर इसमें डाला गया है ताकि पीएम को कोई बीमारी या दिक्कत न हो, जबकि पूर्वांचली–बिहारी श्रद्धालु यमुना के दूषित पानी मे छठ पर्व मनाएंगे.
