नई दिल्ली। न्यूजीलैंड के खिलाफ आइसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में मिली हार के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट टीम में बदलाव के संकेत देते हुए कहा कि प्रदर्शन की समीक्षा के बाद सही लोगों को लाया जाएगा, जो अच्छे प्रदर्शन के लिए सही मानसिकता के साथ उतरें। कोहली ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन कहा कि कुछ खिलाड़ी रन बनाने का जज्बा ही नहीं दिखा रहे हैं। हालांकि, उनका इशारा चेतेश्वर पुजारा की ओर था, जिन्होंने फाइनल में 54 गेंद में आठ रन बनाए और अपने पहले रन के लिए 35 गेंद खेलीं। दूसरी पारी में उन्होंने 80 गेंद में 15 रन बनाए।

कोहली ने कहा कि हम आत्ममंथन करते रहेंगे और इस पर बात होती रहेगी कि टीम को मजबूत बनाने के लिए क्या करना चाहिए। एक ही ढर्रे पर नहीं चलेंगे। हम एक साल तक इंतजार नहीं करेंगे। आप हमारी सीमित ओवरों की टीम देखें तो हमारे पास गहराई है और खिलाड़ी आत्मविश्वास से भरे हैं। टेस्ट क्रिकेट में भी इसकी जरूरत है। हमें नए सिरे से समीक्षा करके योजना बनानी होगी और यह समझना होगा कि टीम के लिए क्या असरदार है और हम कैसे बेखौफ खेल सकते हैं। सही लोगों को लाना होगा, जो अच्छे प्रदर्शन की सही मानसिकता के साथ उतरें

वहीं दूसरी तरफ भारत को हराकर डब्ल्यूटीसी खिताब जीतने वाले न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने इसे खास अहसास बताते हुए अपनी सिताराहीन टीम को श्रेय दिया, जो पूरे मैच में प्रतिस्पर्धी प्रदर्शन करने में कामयाब रही। उन्होंने कहा, ‘मैं कुछ समय से ही न्यूजीलैंड क्रिकेट का हिस्सा हूं। यह खास अहसास है। पहली बार हमने विश्व खिताब जीता है। पिछले दो साल में हमारे 22 खिलाडि़यों, सहयोगी स्टाफ और इस मैच को खेलने वाली टीम ने अहम भूमिका निभाई।

उन्होंने कहा कि, हमारे पास हमेशा सितारा खिलाड़ी नहीं होते, लेकिन हमने एक इकाई के रूप में प्रतिस्पर्धी प्रदर्शन किया। यह सर्वोच्च शिखर है। भारत जैसी मजबूत टीम सामने थी। 2019 भी बड़ा मौका था और मैच भी शानदार था, लेकिन नतीजा अपने पक्ष में रहने से अलग ही अनुभव होता है। हमारे लिए यह इतिहास का गौरवशाली पल है। हम एक टीम के रूप में अच्छा प्रदर्शन करने पर डटे रहे और जीत ने इसे अद्भुत अहसास में बदल दिया।