छेडछाड के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर ग्रामीणो ने किया मतदान का बहिष्कार

छेडछाड के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर ग्रामीणो ने किया मतदान का बहिष्कार

नकुड: [इंद्रेश त्यागी]। 10 फरवरी को चिडाव में लडकी के साथ छेडछाड के मामले ने मतदान के दौरान तुल पकड लिया। गाँव के पिछडो व दलितो ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने के विरोध मे मतदान का बहिष्कार कर दिया। जिससे प्रशासन मे हडकंप मच गया। अधिकारियों व नेताओ के समझाने व कार्रवाई होने के आश्वासन के बाद दुपहर बाद गांव की पिछडी जातियो ने मतदान शुरू किया।

गंगोह विधानसभा क्षेत्र के चिडाव गाँव में विगत दस फरवरी को एक छात्रा के साथ गाँव के दो युवको ने उस समय छेडछाड की थी जब वह दो अन्य छात्राओ के साथ अंबेहेटा स्थित एक कालेज मे जा रही थी। ग्रामीणो ने घटना की सूचना पुलिस को दी थी। ग्रामीणो का आरोप है कि अंबेहेटा चौकी पर पुलिस ने उनकी शिकायत तक नही ली। जिसके बाद नकुड कोतवाली मे मामला दर्ज हुआ। मामले मे कोई कार्रवाई न होने का आरोप लगाते हुए गाँव के कमजोर वर्ग के तबको ने मतदान का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी। ग्यारह सौ से अधिक मतो वाले इस गांव में दुपहर बाद एक बजे तक मुश्किल से मात्र सौ मत पडे। डाले गये मत भी एक जाति विशेष के थे।

मतदान के बहिष्कार की खबर फैलते ही प्रशासन व राजनीतिक दलो मे हडकंप मच गया। गंगोह विधानसभा क्षेत्र के बसपा प्रत्याशी नौमान मसूद, व सपा प्रत्याशी चौ. इंद्रसैन ने गांव को दौरा कर ग्रामीणो को मनाने का प्रयास किया। सीओ नकुड अरविंद सिंह पुंडीर व सीओ गंगोह व केातवाल नकुड उमेश कुमार रोरिया भी दलबल के साथ गांव में पहुचे। उन्होने ग्रामीणो केा मतदान के लिये समझाया तथा मामले आरोपियो के खिलाफ कडी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

अधिकारियो नेताओ के समझाने बुझाने के बाद दुपहर बाद एक बजे से ग्रामीणो ने मतदान मे हिस्सा लेना शुरू किया। जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियो ने चैन की सांस ली। इस मौके पर सुखबीर धीमान, श्यामलाल, पूर्व प्रधान लक्ष्मीचंद, श्रीपाल धीमान, तेजपाल, अश्वनी कुमार, महेंद्र सिंह, सतपाल, संजय, सुरेंद्र, प्रदीप, सुभाष चंद, संजय, सचिन आदि उपस्थित रहे।