विधानसभा चुनाव में सरगर्मी हुई तेज, मतदाताओं ने साधी चुप्पी
सहारनपुर [24CN] । उत्तर प्रदेश विधानसभा में जैसे-जैसे मतदान की तिथि नजदीक आती जा रही है, वहीं जनपद की सभी सातों विधानसभा सीटों पर चुनावी सरगर्मियां तेज होने लगी हैं। सभी दलों के प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने के लिए गांव-गांव जाकर अपनी पार्टी की नीतियों का बखान कर रहे हैं परंतु मतदाताओं के चुप्पी साधने की वजह से प्रत्याशियों के समक्ष असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
गौरतलब है कि जनपद की सभी सातों विधानसभा सीटों पर 14 फरवरी को होने वाले मतदान में सभी 71 प्रत्याशियों का भाग्य दांव पर लगा हुआ है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने जनपद में चार विधानसभा सीटों पर वर्तमान विधायकों को ही उम्मीदवार बनाया है जिनमें रामपुर मनिहारान विधानसभा सीट पर देवेंद्र निम, गंगोह सीट पर चौ. कीरत सिंह व देवबंद विस सीट पर कुंवर बृजेश सिंह पर दांव लगाया है। जबकि उत्तर प्रदेश की नम्बर एक विधानसभा सीट बेहट पर हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विधायक नरेश सैनी को चुनाव मैदान में उतारा है। इसके अलावा विगत चुनाव में भाजपा के टिकट पर विधायक बनकर योगी मंत्रिमंडल में मंत्री रहे डा. धर्मसिंह सैनी ने पाला बदलकर समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में टाल टोक रखी है।
इसी तरह नगर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए सपा व्यापार सभा के प्रदेशाध्यक्ष संजय गर्ग भी पुन: अखाड़े में उतरे हैं। चुनाव प्रचार के दौरान जहां वर्तमान विधायकों को जनता की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि पिछले पांच सालों के कार्यकाल में जनपद के आधा दर्ज विधायक जनता की अपेक्षाओं को पूरा नहीं कर पा रहे हैं जिसके चलते उन्हें मतदाताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। विधानसभा चुनाव में कई प्रत्याशी अपने राजनीतिक वजूद को बचाने की कशमकश में लगे हुए हैं, वहीं कुछ प्रत्याशी जनपद में बाप-बेटे के विधायक चुने जाने के रिकार्ड को हासिल करने के लिए चुनाव मैदान में कूदे हुए हैं। हालांकि मतदाताओं द्वारा चुप्पी साधने के चलते एक ओर जहां प्रत्याशियों के सामने असमंजस की स्थिति बनी हुई है। वहीं दूसरी ओर राजनीतिक विश्लेषक भी हवा का रूख नहीं भांप पा रहे हैं जिसके चलते विधानसभा चुनाव इस बार बेहद रोचक होने के आसार बन गए हैं।