विमुक्त जाति अधिकार दिवस पर किया जाएगा सम्मान: वर्मा

- सहारनपुर में पत्रकारों से वार्ता करते विमुक्त जाति जागरण समिति के पदाधिकारी।
सहारनपुर [24CN]। विमुक्त जाति जागरण समिति के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप वर्मा ने कहा कि गुर्जर, पासी, बंजारा आदि 100 से अधिक जातियों को आजादी के 75 साल बाद भी न्याय नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि विमुक्त जाति जागरण समिति के तत्वावधान में विमुक्त जाति के मुक्ति दिवस पर अधिकार जागृति सम्मेलन आयोजित कर ऐसी जातियों के लोगों को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने आजादी के समय शस्त्र उठाकर संघर्ष करने का काम किया है।
विमुक्त जाति जागरण समिति के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप वर्मा आज यहां पत्रकारों के साथ वार्ता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि विमुक्त जाति जागरण समिति के तत्वावधान में विमुक्त जातियों के मुक्ति दिवस 31 अगस्त को अधिकार जागृति सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ईस्ट इंडिया कम्पनी के रास्ते ही कुछ जातियों ने अंग्रेजों के खिलाफ सामूहिक सशस्त्र संघर्ष किया जिनमें गुर्जर, पासी, बंजारा, लोध व सांसी आदि सहित 100 से अधिक जातियां शामिल रही हैं। अंग्रेजों से संघर्ष में इस जाति समूह ने लाखों की संख्या में शहादत दी तथा आजादी के बाद ये जातियां मुख्य धारा से कटी रही। उन्होंने बताया कि इन जातियों को मुख्य धारा में लाने के लिए अयंकर कमेटी 1949, लॉकर कमेटी 1965, रेनके आयोग 2008 व इदाते आयोग 2000 का गठन किया गया।
इन कमेटियों व आयोगों ने इन विमुक्त जातियों को विशेष प्रोत्साहन आरक्षण सुविधा व सम्मान दिए जाने की सिफारिश की है लेकिन आज तक किसी भी सरकार ने कोई ठोस कदम इनके कल्याण के लिए नहीं उठाया और आजादी के 75 वर्ष बीतने के बावजूद यह देशभक्त जातियां न्याय की प्रतीक्षा में हैं। जबकि छुआछूत व सामाजिक क्रूरता की शिकार जातियों को अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति का दर्जा देकर आरक्षण आदि विशेष सुविधा दी गई, जो अच्छा काम है।