पश्चिम के विकास के लिए पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण जरूरी: वर्मा
सहारनपुर। पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा व भाकियू वर्मा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटकर 26 जिलों को मिलाकर बनने वाला पृथक पश्चिम प्रदेश देश ही नहीं दुनिया का सबसे धनी राज्य होगा जिसमें शिक्षा और चिकित्सा अंतर्राष्ट्रीय स्तर की होगी और सभी को शिक्षा और चिकित्सा नि:शुल्क मिलेगी।
भगतसिंह वर्मा आज यहां मोर्चा कार्यालय पर आयोजित बैठक में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश बड़ा राज्य होने के कारण यहां कानून व्यवस्था एकदम ठप्प है तथा उत्तर प्रदेश गरीबी, महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और अव्यवस्था की चपेट में है तथा शिक्षा व चिकित्सा भी नाममात्र है। उन्होंने कहा कि सहारनपुर के मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल में गम्भीर बीमारियों का कोई इलाज नहीं है जिसके लिए यहां के मरीजों को पीजीआई चंडीगढ़ या एम्स दिल्ली जाना पड़ता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से छोटे-छोटे राज्यों के निर्माण के लिए राज्य पुनर्गठन आयोग गठित करने तथा मेरठ में तत्काल प्रभाव से हाईकोर्ट बैंच स्थापित करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि यहां के 8 करोड़ लोगों को न्याय के लिए यहां लगभग 600 किलोमीटर दूर प्रयागराज जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे राज्यों के निर्माण से देश की उन्नति संभव है। बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष पं. नीरत कपिल ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आठ करोड़ जनता की उन्नति के लिए पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण जरूरी है। बैठक का संचालन आसिम मलिक ने किया। बैठक में चौ. ऋषिपाल गुर्जर, स. गुरविंदर सिंह बंटी, मौ. वसीम, महबूब हसन, जहीर तुर्की, मौ. कलीमुर्रहमान, सुमित वर्मा, ऋषभ चौधरी, शिवम चौधरी, सुधीर चौधरी, प्रवीण चौधरी, सुरेंद्र सिंह एडवोकेट, नरेश कुमार एडवोकेट, अजीत सिंह एडवोकेट आदि मौजूद रहे।