दलित उत्पीडऩ की घटना के खिलाफ विभिन्न संगठनों ने भरी हुंकार, दिया धरना

दलित उत्पीडऩ की घटना के खिलाफ विभिन्न संगठनों ने भरी हुंकार, दिया धरना
  • सहारनपुर में एडीएम को ज्ञापन सौंपते दलित संगठनों के पदाधिकारी।

सहारनपुर। आधुनिक दलित शोषित समाज संघर्ष समिति व बेरोजगार मजदूर यूनियन के बैनर तले दलित समाज के लोगों ने उत्तराखंड के बेलडा गांव में स्थानीय प्रशासन द्वारा दलितों का उत्पीडऩ किए जाने के विरोध में जिला मुख्यालय पर नारेबाजी कर धरना दिया तथा जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मृतक पंकज के हत्यारों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की। आधुनिक दलित शोषित समाज संघर्ष समिति व बेरोजगार मजदूर यूनियन के कार्यकर्ता स्थानीय हकीकत नगर स्थित धरना स्थल पर एकत्र हुए तथा उत्तराखंड के गांव बेलडा में स्थानीय प्रशासन द्वारा दलितों के किए जा रहे उत्पीडऩ के विरोध में नारेबाजी कर धरने पर बैठ गए।

धरने को सम्बोधित करते हुए आधुनिक दलित शोषित समाज संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजपाल सिंह ने कहा कि दबंगों के प्रभाव में उत्तराखंड पुलिस द्वारा मृतक दलित पंकज की हत्या के मामले में दोषियों के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की है। इसलिए दलितों को आंदोलन का बिगुल बजाने के लिए बाध्य होना पड़ा है। संवैधानिक क्रांति के राष्ट्रीय प्रचारक अमरीश चौटाला ने कहा कि उत्तराखंड के पुलिस प्रशासन की कार्रवाई गैरजिम्मेदाराना है जिसके खिलाफ जनपद सहारनपुर का प्रतिनिधिमंडल गांव बेलडा जाकर पीडि़तों से मिलेगा तथा हरसंभव मदद करने का काम करेगा। राष्ट्रीय महासचिव नफेसिंह ने कहा कि दलित समाज का आज का धरना सांकेतिक है।

यदि प्रशासन द्वारा उत्पीडऩात्मक कार्रवाई बंद नहीं हुई तो सरकार को इसके दुष्परिणाम भुगतने पड़ेंगे। धरने को पीयूष गौतम, कुंवर सिंह, अजय कुंदन, सुरेंद्र मोगा, सुशील बौद्ध, चेतन गौतम ने भी सम्बोधित किया। धरने में राहुल जवालिया, शिवमोहन गौतम, सन्नी गौतम, शिवक, कार्तिक जवालिया, कर्णसिंह गौतम, बॉबी टांडा, राजकुमार, जौरासिंह समेत भारी संख्या में दलित समाज के व्यक्ति मौजूद रहे।