वाराणसीः BHU में कोरोना निगेटिव मां ने पॉजिटिव बच्चे को दिया जन्म

- बीएचयू (BHU) के सर सुंदरलाल अस्पताल में एक गर्भवती की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव है मगर उसके गर्भ से जन्मी नवजात बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसे लेकर डॉक्टर भी हैरत में पड़ गए हैं. इस तरह का ये दूसरा मामला सामने आया है.
नई दिल्ली: देश में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार भले ही धीमी पड़ गई हो, लेकिन तीसरी लहर का खतरा बरकरार है. वैज्ञानिकों के मुताबिक तीसरी लहर में बच्चे ज्यादा संक्रमित होंगे. इस बीच वाराणसी से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां बीएचयू (BHU) के सर सुंदरलाल अस्पताल में एक गर्भवती की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव है मगर उसके गर्भ से जन्मी नवजात बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसे लेकर डॉक्टर भी हैरत में पड़ गए हैं. फिलहाल इस मामले में बीएचयू के डॉक्टर मां और बच्चे दोनों की फिर से कोविड जांच करने की बात कर रहे हैं.
चंदौली की रहने वाली 26 वर्षीय गर्भवती महिला को 24 मई को बीएचयू में भर्ती कराया गया था. भर्ती करने से पहले महिला का कोविड टेस्ट कराया गया. जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर उसे वार्ड में भर्ती कर दिया गया था. 25 मई को दिन में महिला ने ऑपरेशन से एक बच्ची को जन्म दिया. डॉक्टरों ने मां को नवजात बच्ची देने से पहले उसका RT-PCR टेस्ट किया. देर रात एक बजे नवजात की रिपोर्ट आई, जिसमें उसे पॉजिटिव बताया गया.
इसके बाद अस्पताल प्रशासन में खलबली मच गई. रिपोर्ट में नवजात का सीटी स्कोर 34 है. स्वस्थ्य मां के गर्भ से कोरोना पॉजिटिव बच्ची के जन्म को लेकर डॉक्टर अचरज में पड़े हैं. विशेषज्ञों की मानें तो ऐसा संभव ही नहीं है, हालांकि सर सुंदरलाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक समेत कई विशेषज्ञों ने रिपोर्ट पर भी शंका जाहिर की है. बीएचयू के मेडिकल सुपरिटेंडेंट का कहना है की आरटीपीसीआर की सेंसिटिविटी शत प्रतिशत नहीं होती है. इस कारण जांच निगेटिव या पॉजिटिव हो सकती है.
बीएचयू में पिछले 9 दिनों में इस तरह का दूसरा मामला सामने आया है. पहले वाले केस में कोरोना पॉजिटिव नवजात की मौत हो चुकी है. इससे पहले 19 मई को एक महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया था. मां की रिपोर्ट निगेटिव थी लेकिन उसके नवजात बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. उस समय बच्चे में कुछ और समस्या थीं और उस बच्चे को बचाया नहीं जा सका, पर ये बच्ची इस समय ठीक है और फीडिंग भी कर रही है. इसे आइसोलेट रखा गया है.
बीएचयू के दूसरे सीनियर डॉक्टर भी कहते है की मां के पॉजिटिव हुए बिना बच्चे का पॉजिटिव होना संभव नहीं है, या तो जांच ठीक नहीं है या फिर मां पहले पॉजिटिव रही है. अथवा डिलेवरी के समय कोई स्वास्थ्य कर्मी पॉजिटिव रहा हो जिसकी उमीद कम है. पर इस तरह के बच्चे जो पॉजिटिव हो जाते है वो अच्छी देखभाल के बाद ठीक हो सकते हैं.