वाल्मीकि जी का जीवन दर्शन तथा प्रेम, तप, त्याग, बलिदान और समर्पण की भावना सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है

- तहसील और ब्लॉक स्तर पर भव्यता से मनाई गई महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती
सहारनपुर [24CN]। मुख्य विकास अधिकारी श्री विजय कुमार ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी ही थे, जिन्होंने रामायण की रचना की थी। ये संस्कृत के पहले श्लोक आदिकवि के रूप में प्रसिद्ध हैं। रामायण संस्कृत का पहला महाकाव्य है। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि जी का जीवन दर्शन तथा प्रेम, तप, त्याग, बलिदान और समर्पण की भावनाओं से आलोकित उनकी रचनाएं, हमें सदैव सच्चाई और सत्कर्म के सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती हैं।
श्री विजय कुमार ने महार्षि वाल्मिीकि जी की जयंती के अवसर पर यह बात कही। उन्होने कहा कि रामायण रचयिता, सीता माता के रक्षक एवं लव कुश के पालक महर्षि वाल्मीकि के जीवन के बारे में विद्यालयों में बच्चों को विस्तार से बताया गया। पूरे जनपद में तहसील स्तर तथा विकास खण्ड स्तर पर महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित कर रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किये गये। उन्होंने कहा कि हम सभी को महर्षि वाल्मीकि जैसे संतों के जीवन से प्रेरणा लेकर जीवन में आगे बढना चाहिए और सकारात्मक ऊर्जा और सोच के साथ जनहित के कार्य करने चाहिए। उन्होने कहा कि हमें आधुनिकता के साथ-साथ अपने बच्चों को धार्मिक ग्रन्थों के बारे में भी जानकारी देनी चाहिए। हमें अपने महापुरूषों और महर्षियों के बारे में अपनी पीढियों को बताना चाहिए। उन्होने कहा कि उनके जीवन से हमें बहुत कुछ सीखने की प्रेरणा मिलती है। उन्होने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी ने पवित्र रामायण की रचना कर पूरी मानवजाति के कल्याण हेतु धर्म का मार्ग प्रशस्त किया। समरसता व सद्भाव के प्रतीक महर्षि वाल्मीकि जी की शिक्षा व विचार हमें एक समृद्ध व गौरवशाली समाज की रचना करने की प्रेरणा देते है।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि सर्वजगत में अपनी अखंड कर्तव्यनिष्ठा के लिए पूजे जाते हैं। हिंदू धर्म के पवित्र महाकाव्य रामायण रचना महर्षि वाल्मीकि जी द्वारा ही की गई है। उन्होने कहा कि आज के दिन, अश्विन मास की पूर्णिमा तिथि को हर वर्ष महर्षि वाल्मीकि जयंती के रूप में वाल्मीकि जी को स्मरण किया जाता है। उन्होने कहा कि वास्तव में महर्षि वाल्मीकि जी का जीवन हमें बुरे मार्ग से सही मार्ग पर आने की प्रेरणा देता है। यदि हम अपने जीवन को बदलने की ठान लें तो फिर हमें अपने जीवन को सफल बनाने से कोई बुराई नहीं रोक सकती। हर वर्ष महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती को उत्साह से मनाकर हम एक नई ऊर्जा तथा प्रेरणा धारण करते रहेंगे।
महर्षि वाल्मीकि जी स्वच्छ भारत मिशन और जिला पंचायती राज विभाग से जुडे माता वैष्णव देवी जागरण मण्डल, मां शाकुम्बरी देवी जागरण मन्दिर, राधा कृष्ण जागरण मन्दिर, बालाजी जागरण मण्डल, लोक गायक जागरण मण्डल, वैदिक संगीत भजन मण्डल, लोक संगीत भजन मण्डल, राष्ट्रीय जागरण मण्डल, गायत्री जागरण मण्डल, सांस्कृति जन जागरण मण्डल द्वारा भजनों का गायन किया गया।