उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, हरियाणा, असम में बाढ़ और भूस्खलन पर बोलीं मायावती- मदद के लिये आगे आएं

Lucknow : बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने कहा है कि देश के विभिन्न राज्यों में भी ख़ासकर पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, असम आदि इन राज्यों में भारी बरसात व भूस्खलन आदि के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ से हो रही व्यापक जान-माल व पशुधन की तबाही तथा गुरुग्राम व नोएडा आदि जैसे शहरी इलाकों में भी भारी जल भराव आदि की समस्याओं से करोड़ों परिवारों को ज़बरदस्त कठिनाईयों व आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने लिखा कि ऐसे में मानवता-इन्सानियत के नाते लोगों का पीड़ितों की राहत सहायता के लिये बड़े पैमाने पर स्वतः आगे आने की ख़बरें और तस्वीरें काफी संतोष देने वाली अच्छी ख़बर है, किन्तु ऐसे बुरे हालात में केन्द्र व सम्बंधित राज्य सरकारों को जनता के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी पूरी निष्ठा से निभाने के साथ-साथ मानवतावादी आचरण भी अपनाते हुये सभी पीड़ित परिवारों को हर प्रकार की मदद के लिये तत्काल ज़रूर आगे आना चाहिये.
यूपी की पूर्व सीएम ने लिखा कि इसके साथ ही सरकारों को आगे के लिए सभी जरूरी बुनियादी जन सुविधाओं पर लगातार समुचित ध्यान देना होगा, ताकि जन समस्यायें हर वर्ष प्रभावित व जटिल ना हों तथा आम जनजीवन व ख़ासकर करोड़ों किसानों, ग़रीबों, मज़दूरों एवं अन्य मेहनतकश लोगों की रोज़ी-रोटी अत्याधिक प्रभावित ना हो.
कश्मीर में बाढ़ जैसी स्थिति के कारण शैक्षणिक संस्थान दूसरे दिन भी बंद
घाटी में पिछले दो दिन से भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए कश्मीर में शैक्षणिक संस्थान बृहस्पतिवार को दूसरे दिन भी बंद रहे. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘प्रतिकूल मौसम की स्थिति को देखते हुए और एहतियाती उपाय के रूप में कश्मीर के संभागीय आयुक्त अंशुल गर्ग ने बृहस्पतिवार यानी चार सितंबर 2025 को पूरे कश्मीर में स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और कोचिंग केंद्रों सहित सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है.’’ लगातार बारिश के कारण घाटी में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है, जिसके कारण बुधवार को भी शैक्षणिक संस्थान बंद रहे. झेलम और उसकी सहायक नदियों में बृहस्पतिवार सुबह से जलस्तर घटने लगा है, लेकिन अनंतनाग, बडगाम, कुलगाम, पुलवामा और शोपियां जिलों के कुछ इलाकों में जलभराव है.
दिल्ली में यमुना का जलस्तर 207 मीटर से ऊपर, आसपास के इलाकों में बाढ़ का पानी भरा
दिल्ली के पुराने रेलवे पुल पर यमुना नदी का जलस्तर सुबह नौ बजे 207.47 मीटर था, और उफनती यमुना नदी का पानी आस-पास के इलाकों में लगातार भर रहा है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सुबह छह बजे से सात बजे के बीच जलस्तर 207.48 मीटर पर बना रहा. सुबह पांच बजे जलस्तर 207.47 मीटर था, जबकि सुबह छह बजे यह 207.48 मीटर पर था. अधिकारियों के अनुसार, देर रात दो बजे से सुबह पांच बजे के बीच जलस्तर 207.47 मीटर पर स्थिर रहा. बाढ़ का पानी दिल्ली सचिवालय के पास पहुंच गया, जहां मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्रियों और प्रमुख नौकरशाहों के कार्यालय हैं.
