राहुल गांधी के बयान पर गुजरात में भी हंगामा, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस मुख्यालय पर लगाए पोस्टर
कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने कल लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान हिंदूओं को लेकर कुछ ऐसा बोल दिया जिसके बाद उनकी दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। राहुल गांधी ने लोकसभा में हिंदूओं को लेकर जो बयान दिया उसके बाद कल दिल्ली में भाजपा के तमाम नेताओं ने उनके इस बयान की निंदा करते हुए राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग की। वहीं देर रात गुजरात में भी राहुल गांधी का विरोध शुरू हो गया। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गुजरात में राहुल गांधी के विरोध में पोस्टर्स लगाए।
गुजरात में भी राहुल गांधी को विरोध
लोकसभा में राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान ने उनके लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। दिल्ली में विपक्षी नेताओं का विरोध झेलने के बाद अब राहुल गांधी को गुजरात में भी विरोध झेलना पड़ रहा है। कल देर रात बजरंग दल के कार्यकर्ता अहमदाबाद स्थित गुजरात प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में घुस गए और वहां कोई पोस्टर्स लगाए। इसके अलावा वहां पहले से लगे बोर्ड में राहुल गांधी के चेहरे पर कालिख भी पोती गई।
आखिर क्या है पूरा मामला?
कल लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हो रही थी जिसमें राहुल गांधी ने भाग लेते हुए कुछ ऐसा कह दिया जिसका अब खूब विरोध हो रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि, ‘सभी धर्मों और हमारे सभी महापुरुषों ने अहिंसा और निडरता की बात की है। वे कहते थे कि डरो मत, डराओ मत। शिवजी कहते हैं डरो मत, डराओ मत। वे अहिंसा की बात करते हैं मगर जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा, नफरत और असत्य की बात करते हैं।’
भाजपा नेताओं ने किया विरोध
राहुल गांधी के इस बयान के आते ही भाजपा ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया। संसद के भीतर और बाहर दोनों जगह विरोध प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री ने कहां कि यह एक गंभीर मामला है कि राहुल गांधी पूरे हिंदू समाज को हिंसक कर रहे हैं। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘हिंदू हिंसा करते हैं, झूठ बोलते हैं और नफरत फैलाते हैं, यह कहकर राहुल गांधी ने करोड़ों हिंदुओं का अपमान किया है। इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।’
राहुल गांधी ने क्या कहा?
अपने बयान पर होते विरोध को देखने के बाद राहुल गांधी ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा, ‘भाजपा, नरेन्द्र मोदी जी या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पूरा हिंदू समाज नहीं हैं। हम भी हिंदू हैं।’