नई दिल्ली। केंद्र सरकार की सेना भर्ती के लिए अग्निपथ योजना का देश के कई राज्यों में जबरदस्त उपद्रव हो रहा है। बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड और हरियाणा में युवा सड़कों पर निकलकर इस योजना को वापस लेने की मांग कर रहे थे। विरोध-प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों में आग लगा दी और कई जगह जमकर तोड़फोड़ भी किया।

बिहार में तीसरे दिन भी हंगामा जारी, ट्रेन में आग लगाई

बक्सर में अग्निपथ आंदोलन सुबह 5 बजे से दिल्ली-पटना-कोलकाता रेलवे ट्रैक जाम, अप और डाउन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन रुका, डुमरांव स्टेशन के पास हजारों युवा सुबह 5 बजे से ही जुटकर रेलवे ट्रैक पर कर रहे नारेबाजी। समस्तीपुर में ट्रेन में लगाई आग, घटना हाजीपुर-बरौनी रेलखंड के मोहिउद्दीन नगर रेलवे स्टेशन की है। बेगूसराय में अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए छात्रों ने रेल ट्रैक पर टायर जलाकर बरौनी कटिहार रेल खंड के किया जाम, बलिया लखमीनिया स्टेशन पर सैकड़ों छात्र आगजनी कर विरोध प्रदर्शन। गोपालगंज और छपरा में भी प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन जला दी गई थी। लखीसराय में प्रदर्शनकारियों ने एक ट्रेन को आग के हवाले कर दिया। 4-5 डिब्बे आग से प्रभावित हुए हैं। हंगामे के कारण यात्री ट्रेन से उतर गए थे।

यूपी में भी प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन में आग लगाई

यूपी के बलिया रेलवे स्टेशन पर खड़ी ट्रेन में प्रदर्शनकारियों ने लगाई गई आग। पुलिस और आरपीएफ के जवान बोगी काटने में जुटे। यात्रियों को ट्रेन से उतारकर प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी थी। अग्निपथ स्कीम का विरोध कर रहे है युवाओं ने स्टेशन पर हंगामा करने की भी कोशिश की।

मध्य प्रदेश, उत्तराखंड में भी विरोध

मध्यप्रदेश में ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने ग्वालियर और इंदौर में विरोध प्रदर्शन किया गया। ग्वालियर में एक रेलवे स्टेशन के पास प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया और कुछ दुकानों में आग लगा दी जिससे कुछ समय के लिए ट्रेन का संचालन प्रभावित हुआ। इंदौर में करीब 150 युवकों ने अग्निपथ योजना का विरोध किया। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में कई युवाओं ने अग्निपथ योजना के विरोध में को शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। पिथौरागढ़ के उपजिलाधिकारी सुंदर सिंह ने कहा कि सिलथम चौक पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया, लेकिन इससे वड्डा, मुनस्यारी, धारचूला मार्गों पर कुछ देर के लिए जाम लग गया। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के जम्मू शहर के कई इलाकों में युवाओं ने ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया। झारखंड में भी इस योजना के खिलाफ रांची के मेन रोड स्थित सेना भर्ती कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया।

राजस्थान में भी बवाल

राजस्थान के अनेक हिस्सों में भी युवाओं ने अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध- प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। हालांकि, पुलिस अधिकारियों का दावा है कि कहीं से किसी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं है। युवाओं ने विशेष रूप से राजधानी जयपुर सहित सीकर, नागौर, अजमेर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर तथा झुंझुनू जैसे जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया। योजना के विरोध में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन भी अधिकारियों को सौंपे गए।

हरियाणा में हिंसक हुआ प्रदर्शन

हरियाणा के पलवल में भी गुरुवार को अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक हो गया। इस दौरान पथराव और गाड़ियों में आगजनी की गई। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए बल प्रयोग किया और प्रशासन ने इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है। पुलिस ने 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। अधिकारियों ने बताया कि गुरुग्राम, रेवाड़ी, चरखी दादरी, हिसार और रोहतक में भी विरोध प्रदर्शन हुए। पलवल के पुलिस अधीक्षक मुकेश मल्होत्रा ने एक बयान में बताया कि घटना में दो एसएचओ (थानेदार) सहित 15 पुलिस कर्मचारियों को गंभीर चोटें आई हैं, जबकि पांच सरकारी गाड़ियों को उपद्रवियों ने जलाकर नष्ट कर दिया। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने जिला उपायुक्त कैंप कार्यालय में भी पथराव कर दिया और कैंप कार्यालय के भीतर दाखिल हो गए और गार्ड कक्ष में आग लगा दी।

अग्निवीर भर्ती की आयु सीमा में बदलाव

अग्निपथ भर्ती योजना के खिलाफ गुरुवार को कई राज्यों में युवा सड़कों और रेलवे ट्रैकों पर उतरने के बाद सरकार ने भर्ती योजना के पहले बैच के लिए आयु सीमा में बदलाव करने की घोषणा की है। अग्निपथ भर्ती योजना के पहले बैच के लिए ऊपरी आयु सीमा 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी है। 2022 के लिए प्रस्तावित भर्ती के लिए आयु में छूट सिर्फ एक बार दी जाएगी। पहले इस योजना के लिए आयु सीमा 17.5 से 21 वर्ष निर्धारित की गई थी। योजना की घोषणा के दो दिनों के भीतर अपने पहले संशोधन में केंद्र ने कहा, ‘इस तथ्य का संज्ञान लेते हुए कि पिछले दो साल के दौरान भर्ती करना संभव नहीं था, सरकार ने यह फैसला किया है कि 2022 के लिए प्रस्तावित भर्ती प्रक्रिया में एकमुश्त छूट दी जाएगी।