यूपीः 5778 तक पहुंची की संक्रमितों की संख्या, 138 की मौत

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 5778 तक पहुंच गई। उत्तर प्रदेश के प्रमुख स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में कोरोना संक्रमण से अबतक कुल 138 की मौत हो चुकी है जबकि प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या 2243 है। प्रदेश में अब तक 3238 मरीज पूरी तरह ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
कोरोना से अबतक 138 मरीजों की मौत
यूपी में अब सभी 75 जिलों में कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। वहीं कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़कर 138 पहुंच गया है।
इन जिलों में हुुई मौत-
आगरा 28, मेरठ 21, वाराणसी 4, बुलंदशहर 1, कानपुर नगर 9, बस्ती 2, संभल 1, लखनऊ 2, मुरादाबाद 11, फिरोजाबाद 6, अलीगढ़ 9, गोरखपुर 3, बरेली 1, अमरोहा 1, मथुरा 4, श्रावस्ती 1, गाजियाबाद 2, झांसी 4, प्रयागराज 3, एटा 2, नोएडा 5, हापुड़ 1, महोबा-1, ललितपुर 1, मैनपुरी 2, बिजनौर 1, प्रतापगढ़ 2, अयोध्या 1, संत कबीर नगर 4, जालौन 2, आजमगढ़ 1, कुशीनगर 1, कानपुर शहर 9, कानपुर देहात 1, एटा 2, चित्रकूट 1, महाराजगंज-1 के साथ कुल 138 की मौत हो चुकी है।
बस्ती1संभल 1लखनऊ1मुरादाबाद9फिराेजाबाद4अलीगढ़3गाेरखपुर1बरेली1अमराेहा1मथुरा4श्रावस्ती1गाजियाबाद2झांसी2प्रयागराज1एटा1 नाेएडा3हापुड़1ललितपुर1मैनपुरी1बिजनाैर1कुल-25 जिले कुल मृतक-86

हेल्पलाइन नंबर जारी
प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि हेल्पलाइन नंबर 1800-180-5145 पर फोन करें और लक्षणों के आधार पर जितनी जल्दी स्वास्थ्य केन्द्र आएंगे, स्वस्थ होने की संभावना उतनी ही अधिक होगी। उन्होंने बताया कि जिनकी अधिक उम्र है, ऐसे कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज भी बिल्कुल ठीक होकर जा रहे हैं या जो पहले से गंभीर बीमारियों के शिकार थे, वे भी पूर्णतया ठीक होकर गये हैं । प्रमुख सचिव ने कहा, ‘परेशानी केवल उन्हें हो रही है जो आखिरी समय में अस्पताल आ रहे हैं इसलिए जैसे ही लक्षण नजर आये, तत्काल अस्पताल आयें।’
उन्होंने आम जनता से अनुरोध किया कि उसे अपने इर्द गिर्द अगर ऐसे लक्षण वाले व्यक्ति मिलते हैं तो उसे बताइये। उनसे सामान्य व्यवहार करें। ना तो उनसे डरना है और ना ही उन्हें हीन दृष्टि से देखना है । ये बीमारी किसी को भी हो सकती है । टेली परामर्श के बारे में प्रसाद ने कहा कि बहुत से लोग लॉकडाउन के चलते अस्पताल में नहीं जा पा रहे हैं । ऐसे में टेली-परामर्श अधिक से अधिक होना चाहिए। प्रसाद ने प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया से अनुरोध किया कि विभिन्न शहरों में जो डाक्टर टेली-परामर्श के लिए अपनी सेवाएं दे रहे हैं, उसे नियमित रूप से नि:शुल्क प्रचारित एवं प्रसारित करें।
संक्रमण से घबराने की नहीं बल्कि बचाव की जरूरत: अमित मोहन
इससे पहले प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य)अमित मोहन प्रसाद ने कहा, ‘इस संक्रमण से घबराने की नहीं बल्कि बचाव करने की जरूरत है। सोशल डिस्टेंसिंग का कडाई से पालन करना है। एक मीटर से अधिक दूरी बनाकर रखेंगे तो संक्रमण की संभावना बहुत कम रहती है ।’ प्रसाद ने कहा, ‘चेहरे को मास्क, गमछे, दुपटटे या रूमाल से ढांकें। हाथ को साबुन और पानी से कम से कम 30 सेकेण्ड तक धोयें। प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिए योग करें। नीम का सेवन करें। तुलसी और अदरख का काढा पियें । अजवाइन लें और गर्म पानी पीते रहें।’ प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि कुल संक्रमित लोगों में 79.15 प्रतिशत पुरूष और 20.85 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। 60 वर्ष से अधिक उम्र वर्ग में 7.62 प्रतिशत लोग संक्रमित हुए हैं।