लखनऊ। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) की तर्ज पर अब उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र (UP SCR) भी बनेगा। लखनऊ और कानपुर सहित इसमें सात जिले शामिल हो सकते हैं। जनसंख्या के बढ़ते दबाव को देखते हुए शहरों के सुनियोजित विकास के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने इसकी जरूरत बताई है। निर्देश दिया है कि इस संबंध में जल्द प्रस्ताव तैयार किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने लखनऊ मेट्रो रेल के दूसरे चरण का प्रस्ताव भी एक सप्ताह में तैयार करने के लिए कहा है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर आयोजित वीडियो कान्फ्रेंसिंग से आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, आवास एवं विकास परिषद और सभी शहरी विकास प्राधिकरणों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सतत-समन्वित प्रयासों से राजधानी लखनऊ आज मेट्रोपोलिटन सिटी के रूप में अत्याधुनिक नगरीय सुविधाओं से लैस हो रही है।

विभिन्न नगरों से लोग यहां आकर अपना स्थायी निवास बनाना चाहते हैं। आसपास के जिलों में भी जनसंख्या का दवाब बढ़ रहा है और कई बार अनियोजित विकास की शिकायतें भी मिलती हैं। ऐसे में भविष्य की आवश्यकता को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की तर्ज पर उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र का गठन किया जाना चाहिए। इस राज्य राजधानी क्षेत्र में लखनऊ के साथ-साथ उन्नाव, सीतापुर, रायबरेली, बाराबंकी, कानपुर नगर और कानपुर देहात को शामिल किया जा सकता है।

सीएम योगी ने निर्देश दिया कि सभी पहलुओं पर अध्ययन और विमर्श करते हुए यथाशीघ्र विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत की जाए। यह क्षेत्र बनने के बाद इसका क्षेत्रफल लगभग 28 हजार वर्ग किलोमीटर और आबादी 2.52 करोड़ से अधिक होगी।

सीएम ने लखनऊ मेट्रो को लेकर भी निर्देश दिया। कहा कि लखनऊ में मेट्रो की सेवा आमजन को खूब भा रही है। कोविड काल से पहले करीब 72000 यात्री हर दिन मेट्रो का सफर कर रहे थे। अब बार फिर यात्रियों की संख्या बढ़ी है। इसे देखते हुए मेट्रो के अगले चरण का प्रस्ताव तैयार कर एक सप्ताह में प्रस्तुत करें। लखनऊ ग्रीन कारिडोर, लखनऊ नगर निगम सीमा विस्तार, बटलर झील व सीजी सिटी में वेटलैंड के पुनरोद्धार का भी निर्देश दिया।

लखनऊ में बनेगा विश्वस्तरीय कन्वेंशन सेंटर

योगी ने कहा है कि राजधानी लखनऊ की महत्ता को देखते हुए यहां एक सर्वसुविधायुक्त कन्वेंशन सेंटर की आवश्यकता है। कन्वेंशन सेंटर ऐसा हो जो कि विश्वस्तरीय आयोजनों की मेजबानी कर सके। कम से कम 35 एकड़ के विशाल परिसर का लक्ष्य लेकर भूमि चयन, प्रारूप आदि तय करते हुए इस संबंध में आवश्यक प्रस्ताव तैयार करें। इसके साथ ही अवध शिल्पग्राम की उपयोगिता को बढ़ाने की जरूरत बताई। कहा कि यहां पंद्रह दिन में एमएसएमई, कौशल विकास, हुनर हाट जैसे आयोजन हों। आवास विकास परिषद अवध शिल्पग्राम और काकोरी शहीद स्मृति उद्यान को डायनामिक फसाड लाइटिंग से और आकर्षक रूप देने का प्रयास करे।

भूमाफिया स्वीकार नहीं, होती रहेगी कठोर कार्रवाई

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से दो टूक कहा कि प्रदेश में किसी गरीब के घर पर दबंग का कब्जा कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता। प्रधिकरणों और नगरीय निकायों में भूमाफिया के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति के साथ कठोरतम कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। भूमि सरकारी हो या निजी, अवैध कब्जे की हर शिकायत पर पूरी संवेदनशीलता के साथ त्वरित कार्रवाई होगी। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी प्राधिकरण, स्थानीय निकाय यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी किसी भी परिस्थिति में अवैध बस्तियां, रिहायशी कालोनी बसने न पाए। हर कालोनी में सभी जरूरी सुविधाएं हों।

13 शहरों का बनेगा डेवलपमेंट प्लान

मुख्यमंत्री ने 13 शहरों से डेवलपमेंट प्लान मांगा है। इनमें लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, झांसी, मथुरा, बरेली, मेरठ, आगरा, चित्रकूट, वाराणसी और प्रयागराज शामिल हैं। वहीं, लीड्स- 2021 नीति के तहत गाजियाबाद, प्रयागराज, आगरा, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और मेरठ की शहरी लाजिस्टक योजना जल्द तैयार करने का निर्देश दिया है।

दुनिया को सौर ऊर्जा का संदेश देगी अयोध्या

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने की कार्ययोजना पर तेजी से काम करें। यह प्रयास वैश्विक पटल पर अयोध्या को एक विशिष्ट पहचान देने वाला होगा। अयोध्या से पूरी दुनिया को ऊर्जा संरक्षण का संदेश मिलेगा। यहां के ऐतिहासिक स्थलों पर भित्ति चित्र कलाकृति, रामकथा गैलरी, ओपन एयर थियेटर से जुड़े काम समय से पूरे होने चाहिए। रामायण परंपरा की ‘कल्चरल मैपिंग’ कराई जाए। इसी प्रकार राम वन गमन पथ पर रामायण वीथिकाओं का निर्माण हो। ब्रह्मकुंड, संध्या कुंड, मनुमुनि कुंड, विद्या कुंड, अग्नि कुंड, सीताकुंड, दशरथ कुंड, खजुआ कुंड सहित आठ कुंडों के कायाकल्प, संरक्षण संचालन और रखरखाव का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाए। वैदिक विधि से जल शुद्धिकरण की सुविधा भी हो।

मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण का होगा विस्तार

मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण में गोकुल और बलदेव के क्षेत्र को समाहित करते हुए इसका विस्तारीकरण करने की योजना है। योगी ने औपचारिक प्रस्ताव तैयार करने को कहा। वहीं, बरसाना में राधारानी के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं को जल्द ही रोपवे की सुविधा मिल सकेगी। यह महत्वपूर्ण परियोजना इसी वर्ष दिसंबर तक पूरी करने का निर्देश दिया।

काशी में भी रोपवे जल्द

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी में कैंट रेलवे स्टेशन से गिरजाघर तक बनने वाला रोपवे आमजन को एक अनूठी नगरीय परिवहन व्यवस्था देगा। इस परियोजना को शीर्ष प्राथमिकता के साथ शुरू करें।

मुख्यमंत्री ने यह भी दिए निर्देश

  • भवन का मानचित्र पास कराने, शुल्क जमा करने जैसी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए आम आदमी को परेशान न होना पड़े। इसके लिए विकास प्राधिकरणों को अपनी कार्यशैली को सरल बनाना होगा।
  • शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित जो कालोनियां अभी तक नगर निगमों को हस्तांतरित नहीं हुई हैं, वहां प्राधिकरण की जिम्मेदारी है कि आमजन को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराएं।
  • विकास परियोजनाओं का निर्धारण करते समय आगामी 50 वर्षों की स्थिति को ध्यान में रखें। मास्टर प्लान में सुनियोजित विकास का पूरा खाका होना चाहिए।
  • हर विकास प्राधिकरण, नगरीय निकाय में टाउन प्लानर की तैनाती की जाए। प्राधिकरणों को अपनी परियोजनाओं के लिए वित्तीय प्रबंधन भी खुद ही करने पर गंभीरता से विचार करना होगा।
  • प्राधिकरण की सीमा में सभी आवासीय, निजी, शासकीय भवनों में रेन वाटर हारवेस्टिंग को प्रोत्साहित किया जाए। इस संबंध में एक सुस्पष्ट नियमावली तैयार कर प्रस्तुत करें।
  • जनवरी, 2023 में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में अधिकाधिक निवेशकों को रीयल एस्टेट क्षेत्र में निवेश के प्रति आकर्षित करने के लिए इंटीग्रेटेड टाउनशिप की नई नीति इसी माह के अंत तक प्रस्तुत करें।