लखनऊ : उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन के लिए छठे चरण का मतदान प्रारंभ हो गया है। दस जिलों के 57 विधानसभा क्षेत्र के लिए मॉक पोलिंग के बाद मतदान प्रारंभ हो गया है।
छठे चरण में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ उनके सात मंत्रियों, नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी तथा बसपा विधायक दल के नेता उमाशंकर सिंह व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की प्रतिष्ठा दांव पर है। इस चरण में 2.15 करोड़ मतदाता सीएम योगी आदित्यनाथ सहित 676 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 66 महिला प्रत्याशी हैं। वर्ष 2017 में 57 सीट में 46 सीटों पर भाजपा का कब्जा था।
बलिया में भाजपा प्रत्याशी दयाशंकर सिंह के काफिले पर हमला: बलिया में सदर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी दयाशंकर सिंह के काफिले पर बुधवार रात अराजक तत्वों ने हमला कर दिया। ईंट-पत्थर फेंकने से उनका वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। दुबहड़ थाना क्षेत्र के अखार गांव में दयाशंकर सिंह जनसंपर्क के लिए जा रहे थे तभी एक गाड़ी से आए कुछ लोगों ने विवाद शुरू कर दिया। कहासुनी के बाद मामला बढ़ गया। अराजकतत्वों ने गाड़ी के शीशे को ईंट-पत्थर से तोड़ दिया और फरार हो गए। थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। भाजपा प्रत्याशी दयाशंकर सिंह ने इस हमले के पीछे सपा प्रत्याशी नारद राय को जिम्मेदार ठहराया है। मुख्तार अंसारी से खुद की जान को खतरा होना बताया है।
ईवीएम में खराबी से सीएम योगी आदित्यनाथ 20 मिनट विलंब से डाल सके वोट : गोरखपुर शहर से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को प्रात: 6:57 मिनट पर मतदान केन्द्र पहुंचे थे। इसी दौरान वहां के बूथ पर ईवीएम में खराबी हो गई। जिसके कारण सीएम योगी आदित्यनाथ वोटिंग के लिए अपने निर्धारित समय प्रात: सात बजे के स्थान पर करीब 20 मिनट देरी से मतदान कर सके। हर विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ सवेरे-सवेरे इसी पोलिंग बूथ पर मतदान करते हैं। पिछले 5 साल में उनके लिए पूरी राजनीति बदल गई है। 2017 के चुनाव में बीजेपी के स्टार प्रचारक थे। इस बार मुख्यमंत्री के रूप में ये चुनाव उनके लिए परीक्षा है।
इससे पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरखपुर के गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को भी अपनी दिनचर्या के अनुरूप पूजा-पाठ के बाद गौ-सेवा की और फिर मतदान केन्द्र पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण के लिए गोरखपुर के प्राथमिक विद्यालय गोरखनाथ कन्या नगर क्षेत्र में अपना वोट डाला। इससे पहले उन्होंने अपनी कर्मस्थली गोरखनाथ मंदिर में पूजा की।
छठे चरण में अम्बेडकरनगर, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया व बलिया में मतदान होगा। इस चरण में 11 सीटें सुरक्षित हैं। चुनाव आयोग ने निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी तैयारियों को बुधवार को पूरा कर लिया था। चुनाव आयोग ने इन जिलों के डीएम व पुलिस कप्तान से तैयारियों की विस्तृत रिपोर्ट ली है। छठे चरण में 13,936 मतदान केन्द्रों के 25,326 मतदेय स्थलों (पोलिंग बूथ) पर वोट डाले जाएंगे। आयोग ने 1113 आदर्श मतदान केंद्र बनाए हैं। 76 पिंक पोलिंग बूथ भी बने हैं इनमें सभी कर्मी महिलाएं हैं।
सीएम योगी व नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी सहित कई की प्रतिष्ठा दांव पर : छठे चरण के चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर सीट से चुनाव मैदान में हैं। बलिया की बांसडीह से नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी सपा प्रत्याशी हैं। इटवा सीट से बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी मैदान में हैं तो उनसे मुकाबले में सपा के कद्दावर नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय चुनाव लड़ रहे हैं। फाजिलनगर सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य सपा प्रत्याशी हैं। इसी तरह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू कुशीनगर की तमकुहीराज से चुनाव लड़ रहे हैं। बसपा प्रत्याशिमों में प्रमुख नाम रसड़ा से चुनाव लड़ रहे उमाशंकर सिंह का है। देवरिया की पथरदेवा सीट से कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, सिद्धार्थनगर की बांसी सीट से स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह गोरखपुर की खजनी सीट से उद्यान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीराम चौहान, बलिया की फेफना सीट से खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी, बलिया की बैरिया सीट से ग्राम्य विकास राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला व गोरखपुर के चौरीचौरा विधान सभा क्षेत्र से पशुधन राज्यमंत्री जय प्रकाश निषाद भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। अंबेडकरनगर की कटेहरी सीट से लालजी वर्मा व अकबरपुर से राम अचल राजभर सपा के टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं।
57 में से 46 सीटों पर था भाजपा का कब्जा: वर्ष 2017 के चुनाव में इन 57 सीटों में से 46 सीटें भाजपा के पास थीं। बसपा के पास पांच, सपा के पास दो सीटें थीं। कांग्रेस, अपना दल, सुभासपा व निर्दलीय के खाते में एकएक सीट थी। वहीं, 2012 के विधान सभा चुनाव में सपा के खाते में 32 सीटें थीं। बसपा के पास नौ, भाजपा के पास आठ, कांग्रेस के पास पांच, पीस पार्टी के पास दो व एनसीपी के पास एक सीट थी।
केन्द्रीय बलों की 851 कंपनियां तैनात : एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि मतदान के लिए केंद्रीय बलों की 851 कंपनियां तैनात हैं। इनमें से बूथों पर 798 कंपनी, स्ट्रांग रूम ड्यूटी के लिए 18 कंपनी लगाई गई है। करीब 45 कंपनी केंद्रीय बल कानून व्यवस्था में लगाई गई है। इसके अलावा पुलिस के 6,783 इंस्पेक्टर एवं सब इंस्पेक्टर, 57,550 मुख्य आरक्षी एवं आरक्षियों को लगाया गया है। चुनाव में 17 कंपनी पीएसी, 46,236 होमगार्ड, 1627 पीआरडी जवान व 15,004 चौकीदारों को भी चुनाव ड्यूटी में लगाया गया है।
चुनाव प्रक्रिया की निगरानी के लिए एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक, एक वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक व दो वरिष्ठ व्यय प्रेक्षक भी तैनात किए गए हैं। उन्होंने बताया कि सभी मतदाताओं को जिला निर्वाचन अधिकारी के माध्यम से मतदाता पर्ची वितरित कराई जा चुकी है। इसके जरिए मतदाताओं को मतदेय स्थल व क्रम संख्या की जानकारी हो सकेगी। इसके अलावा मतदाता वोटर हेल्पलाइन एप, भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के माध्यम से भी अपने मतदेय स्थल की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
चप्पेचप्पे पर नजर रखेंगे मजिस्ट्रेट : छठे चरण के मतदान में निगरानी के लिए 56 सामान्य प्रेक्षक, 10 पुलिस प्रेक्षक तथा 18 व्यय प्रेक्षक तैनात किए गए हैं। इनके अलावा 1680 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 228 जोनल मजिस्ट्रेट और 173 स्टैटिक मजिस्ट्रेट व 2137 माइक्रो आब्जर्वर लगाए गए हैं।
छठा चरण : एक नजर में
- कुल मतदाता : 2.15 करोड़
- पुरुष मतदाता : 1.15 करोड़
- महिला मतदाता : 1.00 लाख
- थर्ड जेंडर मतदाता : 1363
- कुल प्रत्याशी : 676
- महिला प्रत्याशी : 66
- कुल इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) : 25,326
- माइक्रो आब्जर्वर : 2137
- सामान्य प्रेक्षक : 56
- व्यय प्रेक्षक : 18
- पुलिस प्रेक्षक : 10
- मतदान में लगे कार्मिक1,10,281
- मतदान कार्य में लगे हल्के वाहन : 6,114
- मतदान कार्य में लगे भारी वाहन : 4,005
- आदर्श मतदान केंद्र1113
- पिंक बूथ 76