लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 के पांचवें चरण में 12 जिलों की 61 विधानसभा सीटों के लिए मतदान प्रारंभ हो गया है। पोलिंग पार्टियों ने माक पोल से पहले ईवीएम को परखा, उसके बाद मतदाता को पोलिंग बूथ में प्रवेश मिला। इस चरण में मैदान में उतरे 693 प्रत्याशियों में 90 महिलाएं हैं। पांचवें चरण में 2.25 मतदाताओं में 1.20 करोड़ पुरुष, 1.05 करोड़ महिला और 1727 तृतीय लिंग (थर्ड जेंडर) हैं।
UP Election Phase 5 Voting Live (लाइव यूपी चुनाव चरण 5 मतदान 2022) :प्रयागराज, प्रतापगढ़ व कौशांबी में उत्साह से मतदान- प्रदेश में सर्वाधिक विधानसभा सीटों वाले प्रयागराज समेत प्रतापगढ़ तथा कौशांबी में रविवार को करीब 83 लाख से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर 18 वी विधानसभा के लिए अपने सरताज चुन रहे हैं। सात बजे से ही मतदान का क्रम उत्साह के साथ शुरू हो गया। प्रयागराज में 12 विधानसभा सीटों के लिए 169 उम्मीदवार हैं जबकि प्रतापगढ़ में सात सीटों के लिए 90 प्रत्याशी। कौशांबी में प्रत्याशियों की संख्या 41 है और यहां तीन विधानसभा सीटें हैं। साढ़े चार हजार से ज्यादा मतदेय स्थल पर बूथों की संख्या नौ हजार से ज्यादा है। कुल 22 सीटों का फैसला पांचवें चरण के मतदान में होना है। उल्लेखनीय प्रत्याशियों में मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ( सिराथू -कौशांबी) कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ( इलाहाबाद शहर पश्चिमी) नंद गोपाल नंदी ( इलाहाबाद शहर दक्षिण) रघुराज प्रताप सिंह (कुंडा प्रतापगढ़) तथा राजेंद्र सिंह मोती सिंह (पट्टी प्रतापगढ़) शामिल हैं। इसके अलावा कुछ पूर्व मंत्रियों की किस्मत का भी फैसला होगा। इनमें कौशांबी के मंझनपुर से इंद्रजीत सरोज तथा प्रयागराज की प्रतापपुर विधानसभा सीट से राकेश धर त्रिपाठी व उज्जवल रमण सिंह (करछना) शामिल हैं।
14,030 मतदान केंद्रों पर 25,995 मतदेय स्थल: पांचवें चरण के लिए 14,030 मतदान केंद्रों पर 25,995 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। 560 आदर्श मतदान केंद्र हैं, जबकि 171 महिला कर्मी मतदेय स्थल बनाए गए हैं। भारत निर्वाचन आयोग ने निष्पक्ष, सुरक्षित और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए व्यापक प्रबंध और सुरक्षा व्यवस्था की है। मतदाताओं की सुविधा के लिए वोटर गाइड भी वितरित की गई हैं। मतदेय स्थलों पर जो मतदाता शाम छह बजे उपस्थित रहेंगे, वह सभी अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।
इन 12 जिलों में मतदान: अमेठी, रायबरेली, सुलतानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशांबी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा।
दिग्गजों की परीक्षा : पांचवें चरण में पांच मंडलों (अयोध्या, लखनऊ, चित्रकूट धाम, प्रयागराज व देवीपाटन) के 12 जिलों अमेठी, रायबरेली, सुलतानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशांबी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती व गोंडा में मतदान है। इन 61 सीटों में वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा 47, सपा पांच, बसपा तीन, अपना दल तीन, कांग्रेस एक व निर्दलीय दो सीटों पर जीते थे। 12 जिलों के 61 विधानसभा क्षेत्र में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, राजेनद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह, नंदगोपाल गुप्ता व रमापति शास्त्री तथा राज्य मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय चुनाव लड़ रहे हैं। इन सभी के साथ बेहद चर्चित रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया प्रतापगढ़ के कुंडा से जनसत्ता दल लोकतांत्रिक तथा यहीं से कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता अराधना मिश्रा मोना रामपुर खास से मैदान में हैं। अखिलेश यादव सरकार में पूर्व मंत्री तेज नारायण पाण्डेय उर्फ पवन पाण्डेय अयोध्या से मैदान में हैं तो अमेठी से पूर्व सांसद संजय सिंह भी भाजपा के टिकट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनके साथ पूर्व मंत्री तथा प्रयागराज के हंडिया से विधायक रहे राकेशधर त्रिपाठी इस बार प्रयागराज के प्रतापपुर से अपना दल के टिकट पर मैदान में हैं।
23 विधानसभा सीटें संवेदनशील : पांचवें चरण में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव के लिए सुरक्षा के भी मजबूत प्रबंध हैं। प्रदेश के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि पांचवें चरण के 61 में से 23 विधानसभा क्षेत्र संवेदनशील श्रेणी में रखे गए हैं। इनमें फाफामऊ, सोरांव, फूलपुर, हंडिया, मेजा, करछना, इलाहाबाद पश्चिम, इलाहाबाद दक्षिण, रामपुर खास, पट्टी, कुंडा, बाबागंज, सिराथू, मंझनपुर, गोसाईंगंज, कुर्सी, रामनगर, दरियाबाद, इसौली, लम्भुआ, महसी, पयागपुर और कैसरगंज शामिल हैं। कुल 1119 मजरे व मोहल्ले वल्नरेबल चिन्हित किए गए हैं, जबकि 4547 मतदेय स्थलों को क्रिटिकल माना गया है।
वोटर आइडी के अलावा यह 12 पहचान पत्र मान्य
– आधार कार्ड
– मनरेगा जाब कार्ड
– बैंक या डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक
– श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड
– ड्राइङ्क्षवग लाइसेंस
– पैन कार्ड
– एनपीआर के तहत आरजीआइ द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड
– भारतीय पासपोर्ट
– फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज
– केंद्र, राज्य सरकार, लोक उपक्रम और पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी फोटोयुक्त सेवा पहचान-पत्र
– सांसदों, विधायकों और विधान परिषद सदस्यों को जारी सरकारी पहचान पत्र
– यूनिक डिसएबिलिटी आइडी कार्ड।
ऐसी होगी सुरक्षा व्यवस्था
– कुल 152 पिंक बूथ बनाए गए हैं, जहां 20 महिला निरीक्षक या उपनिरीक्षक व 295 महिला आरक्षी व मुख्य आरक्षी की ड्यूटी रहेगी।
– सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय पुलिस बल तैनात रहेगा। 856.1 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल मिला है।
– बूथ ड्यूटी के लिए 805.11 कंपनी व 14 स्ट्रांग रूम में ईवीएम की सुरक्षा के लिए 4.67 कंपनी लगाई गई है।
– कानून एवं व्यवस्था ड्यूटी में 45.61 कंपनी दी गई है, जिसमें 22.67 कंपनी क्यूआरटी ड्यूटी में रहेगी।
– 47 अंतरराष्ट्रीय-अंतरराज्यीय बैरियर नाकों पर 02.61 कंपनी, 10.17 कंपनी एफएसटी व 10.17 कंपनी एसएसटी के साथ ड्यूटी पर रहेगी।
– उप्र पुलिस के 7337 निरीक्षक-उपनिरीक्षक, 61300 मुख्य आरक्षी-आरक्षी तैनात किए गए हैं। इनके साथ 22 कंपनी पीएसी, 47741 होमगार्ड, 2667 पीआरडी जवान व 12322486 चौकीदारों को लगाया गया है।