लखनऊ : उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन के लिए नौ जिलों के 59 क्षेत्रों में चौथे चरण का मतदान खत्म हो चुका है। इस दौरान मतदान केंद्रों पर मतदाताओं का काफी उत्‍साह दिखा। सुबह से ही वोटरों की लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिलीं। इस चरण में चार मंत्रियों सहित 624 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनकी किस्मत फैसला ईवीएम में कैद हो गया है। 2017 में नौ जिलों की 59 सीटों में से 51 भाजपा गठबंधन के पास थीं। चार पर समाजवादी पार्टी तथा दो-दो पर बसपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में इन नौ जिलों में कुल 55.31 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में 58.24 प्रतिशत वोट पड़े थे।

पांच बजे लखीमपुर खीरी हो गया आगे : नौ जिलों के 59 विधानसभा क्षेत्रों में पांच बजे तक कुल 57.45 प्रतिशत मतदान हो गया। 10 घंटे के मतदान के बाद लखीनपुर खीरी ने बाजी मारी है। वहां सबसे ज्यादा 62.42 प्रतिशत वोटिंग हुई है। वहीं पीलीभीत में 61.33, सीतापुर में 58.39, हरदोई में 55.29, उन्नाव में 54.05, लखनऊ में 55.08, रायबरेली में 58.40, बांदा में 57.54 तथा फतेहपुर में 57.02 प्रतिशत मतदान हो गया था

 

विधानसभा चुनाव में चौथे चरण का मतदान प्रतिशत

जिला           7 से 9 बजे    9 से  11 बजे   11 से 1 बजे   1 से 3 बजे    3 से 5 बजे

पीलीभीत          10.64         27.44            41.23           54.88           61.33

लखीमपुर खीरी 10.43          26.28            40.90           52.29           62.42

सीतापुर            09.59         22.13            36.98           50.33           58.39

हरदोई             08.14          20.13            34.29           46.29          55.29

उन्नाव              09.26          21.36             35.01          47.29           54.05

लखनऊ           08.06          21.24             35.00          47.69           55.08

रायबरेली          08.03         21.42             40.17           50.84           58.40

बांदा                08.81         23.92             37.66           50.08           57.54

फतेहपुर           09.69         22.52              40.35          52.60           57.02

कुल प्रतिशत     09.10        22.64               37.45          49.89           57.45

आठ घंटे के मतदान के बाद भी पीलीभीत सबसे आगे, लखनऊ व उन्नाव में मतदाता उदास : विधानसभा चुनाव में आठ घंटे के मतदान के दौरान 59 विधानसभा क्षेत्र में दोपहर तीन बजे तक 49.89 प्रतिशत मतदान हो गया था। आठ घंटे के बाद भी पीलीभीत लगातार सर्वाधिक मतदान प्रतिशत के साथ आगे है। दूसरे स्थान पर लखीमपुर खीरी जिला है। हरदोई, सीतापुर, लखनऊ तथा उन्नाव के मतदाता अभी भी उदास से हैं। पीलीभीत में तीन बजे तक 54.88, लखीमपुर खीरी में 52.29, सीतापुर में 50.33, हरदोई में 46.29, उन्नाव में 47.29, लखनऊ में 47.69, रायबरेली में 50.84, बांदा में 50.08 तथा फतेहपुर में 52.60 प्रतिशत मतदान हो गया था।

लखीमपुर खीरी के कादीपुर में अराजकता, युवक ने ईवीएम पर डाला फेवीक्विक, 15 मिनट तक मतदान बाधित: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान के दौरान लखीमपुर खीरी में मतदान ठीक-ठाक चल रहा था। लखीमपुर खीरी की लखीमपुर सदर विधानसभा के कादीपुरसानी गांव में ईवीएम मशीन पर फेवीक्विक लगाया। इसी दौरान कादीपुर क्षेत्र में एक युवक की अराजकता के कारण मतदान करीब करीब 15 मिनट तक बाधित रहा। आरोपित के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, पुलिस उसको गिरफ्तार करने के अभियान में लगी है।

इसने ईवीएम में साइकिल चुनाव चिन्ह वाले स्थान पर फेविक्विक डाल दिया। जिससे कारण उसका संचालन बंद हो गया। इसकी सूचना बीएलओ ने अधिकारियों को दी तो वहां खलबली मच गई। आनन-फानन में जिला प्रशासन ने ईवीएम बदलवा दी और करीब 15 मिनट बाद मतदान फिर से बहाल हुआ। लखीमपुर खीरी सदर विधानसभा क्षेत्र कादीपुर सानी पोलिंग बूथ का यह प्रकरण सामने आते ही डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने तत्काल ईवीएम चेंज करा दी वहां मतदान दोबारा शुरू हो चुका है।

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धूप तेज होने के साथ बढ़ी मतदान की गति, 11 बजे तक 59 सीट पर 22.64 प्रतिशत मतदान: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में चौथे चरण के मतदान में बुधवार को धूप तेज होने के साथ ही मतदाता भी जोश में आ गए। नौ जिलों के 59 विधानसभा क्षेत्रों में 11 बजे तक 22.64 प्रतिशत मतदान हो गया था। पीलीभीत ने अपनी बढ़त बरकरार रखी है। पीलीभीत में चार घंटे में 27.44 प्रतिशत मतदान हो गया था। इसी के साथ लखीमपुर खीरी में भी मतदाता काफी जोश में हैं। यहां भी 26.28 प्रतिशत मतदान हो गया था। हरदोई, लखनऊ तथा रायबरेली में वोटर अभी भी सुस्त हैं। 11 बजे तक पीलीभीत में 27.44, लखीमपुर खीरी में 26.28, सीतापुर में 22.13, हरदोई में 20.13, उन्नाव में 21.36, लखनऊ में 21.24, रायबरेली में 21.24, बांदा में 23.92 तथा फतेहपुर में 22.52 प्रतिशत मतदान हो गया था।

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में परिवार के साथ किया मतदान, लोगों से वोट भी करने का आग्रह: 

लखनऊ से भारतीय जनता पार्टी के सांसद तथा देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को लखनऊ में मतदान किया। राजनाथ सिंह ने अपनी पत्नी, बेटे नीरज तथा पुत्रवधू के साथ गोमती नगर के विपुल खंड के मतदान केन्द्र में जाकर अपने अधिकार का प्रयोग किया। राजनाथ सिंह ने मतदान के बाद कहा कि उत्तर प्रदेश में आज विधानसभा चुनाव के चौथे चरण का मतदान हो रहा है।

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लखनऊ समेत इस चरण की कुल 59 सीटों पर सभी मतदाताओं से मेरा अनुरोध है कि वे अपना मताधिकार का प्रयोग करें और नए उत्तर प्रदेश के निर्माण में सहभागी बनें। पहली बार वोट कर रहे मतदाताओं से विशेष आग्रह है कि वे लोकतंत्र को मजबूत करने आगे आयें। राजनाथ सिंह ने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को जितनी सीटों पर कामयाबी हासिल हुई थी, लगभग उतनी ही सीटों पर हमें इस बार भी कामयाबी हासिल होगी। हमारी सरकार के प्रदर्शन के आधार पर लोग इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि सचमुच प्रदेश में सुशासन और विकास की सरकार देने वाली पार्टी भाजपा है।

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नौ बजे तक 9.10 प्रतिशत मतदान, पीलीभीत में पड़े सर्वाधिक वोट, रायबरेली में मतदाता सुस्त : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान में सुबह से ही लोगों के केन्द्रों पर पहुंचने के बीच दो घंटे में 9.10 प्रतिशत मतदान हो गया है। नौ जिलों की 59 विधानसभा सीट पर हो रहे मतदान के दौरान पीलीभीत के मतदाता सात से नौ बजे के बीच काफी चुस्त रहे। सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में इस दौरान सबसे कम वोट पड़े हैं। पीलभीत में 10.64 प्रतिशत, लखीमपुर खीरी में 10.43, सीतापुर में 9.59, हरदोई में 8.14, उन्नाव में 9.26, लखनऊ में 8.06, रायबरेली में 8.03, बांदा में 8.81 तथा फतेहपुर में 9.69 प्रतिशत मतदान हो गया था।

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उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री मोहसिन रजा ने लखनऊ में सपरिवार किया मतदान : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में चौथे चरण का मतदान जारी है। लखनऊ में लोग सुबह से ही घरों से निकलकर मतदान केन्द्र पहुंच रहे हैं। लखनऊ में बसपा अध्यक्ष मायावती के बाद अन्य नेताओं ने भी अपने घर के निकट के केन्द्र पर जाकर मतदान किया। योगी आदित्यनाथ सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रजा ने अपनी पत्नी तथा पुत्र के साथ गोमती नगर के विवेक खंड में सेंट जान बास्को स्कूल के मतदान केन्द्र में जाकर वोट डाला। मोहसिन ने कहा कि आज लोकतंत्र के महापर्व में उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ जनता भाजपा के पक्ष में वोट कर रही है क्योंकि आज उत्तर प्रदेश सु​रक्षित हाथों में है। केन्द्र सरकार में मंत्री कौशल किशोर ने मलिहाबाद से भाजपा प्रत्याशी विधायक जया देशी कौशल के साथ मतदान किया। नगर की महापौर संयुक्ता भाटिया ने अपने परिवार के साथ आलमबाग के सिंगार नगर के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में मतदान किया।

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बसपा अध्यक्ष मायावती ने लखनऊ में डाला अपना वोट : बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बुधवार को प्रात: सात बजे लखनऊ में मतदान किया। माल एवेन्यू में बसपा मुखिया ने अपने आवास के पास ही लखनऊ मांटेसरी स्कूल में जाकर अपना वोट डाला। लखनऊ मांटेसरी स्कूल में सुबह से ही लाइन लगी थी, इसी बीच में मायावती ने भी लाइन में लगकर अपने अधिकार का प्रयोग किया। लखनऊ मोंटेसरी स्कूल में बने मतदान केन्द्र में चौथे चरण के लिए चार बूथों पर मतदान हो रहा है।

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चौथे चरण में पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, बांदा व फतेहपुर में मतदाता सुबह से ही मतदान करने से लिए लाइन में लगे हैं। चौथे चरण में 2.13 करोड़ मतदाता 624 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 91 महिला प्रत्याशी हैं। इस चरण में 16 सीटें सुरक्षित हैं। चुनाव आयोग ने निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। 2017 में इन सीटों पर 62.55 प्रतिशत मतदान हुआ था।

दांव पर कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा: चौथे चरण में योगी आदित्यनाथ सरकार के चार मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। लखनऊ पूर्व से नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन व लखनऊ कैंट से कानून मंत्री ब्रजेश पाठक चुनाव लड़ रहे हैं। रणवेंद्र प्रताप सिंहउर्फ धुन्नी सिंह फतेहपुर की हुसैनगंज व सहयोगी दल अपना दल (सोनेलाल) कोटे से मंत्री जय कुमार सिंह जैकी बिंदकी सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। प्रवर्तन निदेशालय से नौकरी छोड़कर आए राजेश्वर सिंह लखनऊ की सरोजनीनगर से भाजपा उम्मीदवार के रूप में किस्मत आजमा रहे हैं। इस सीट से सपा सरकार में मंत्री रहे अभिषेक मिश्र उनको टक्कर देने के लिए खड़े हैं। लखनऊ मध्य से सपा के रविदास मल्होत्रा की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। विधान सभा उपाध्यक्ष नितिन अग्रवाल इसी चरण में हरदोई से चुनाव लड़ रहे हैं। रायबरेली में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आईं अदिति सिंह मैदान में हैं। रायबरेली की ऊंचाहार सीट से सपा के पूर्व मंत्री मनोज पांडेय चुनाव लड़ रहे हैं।

सुरक्षा के व्यापक प्रबंध : मतदान के लिए केंद्रीय बलों की 860 कंपनियां तैनात की गई हैं। इनमें से बूथों पर 800 कंपनी, स्ट्रांग रूम ड्यूटी के लिए छह कंपनी लगाई गई है। करीब 53 कंपनी केंद्रीय बल कानून व्यवस्था पर अपनी पैनी नजर रखेगा। इसके अलावा पुलिस के 7,022 इंस्पेक्टर एवं सब इंस्पेक्टर, 58,132 मुख्य आरक्षी एवं आरक्षियों को लगाया गया है। इनके साथ 21 कंपनी पीएसी, 50,490 होमगार्ड, 1850 पीआरडी जवान व 8,486 चौकीदारों को भी चुनाव ड्यूटी में लगाया गया है। शांतिपूर्ण व निष्पक्ष मतदान के लिए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध हैं। चौथे चरण में 13,817 मतदान केन्द्रों के 24,643 मतदेय स्थलों (पोलिंग बूथ) पर वोट डाले जाएंगे। आयोग ने 874 आदर्श मतदान केंद्र बनाए हैं। 142 पिंक पोलिंग बूथ भी बने हैं। इनमें सभी कर्मी महिलाएं होंगी। दिव्यांगजन की सुविधा के लिए सभी मतदान केंद्रों पर व्हील चेयर व जगह-जगह वालंटियर की भी व्यवस्था की गई है।

2017 में 59 में से 50 सीटें थीं भाजपा के पास : वर्ष 2017 के चुनाव में इन 59 सीटों में से 50 सीटें भाजपा के पास थीं। सपा के पास चार, कांग्रेस व बसपा के पास दो-दो सीटें ही थीं। एक सीट अपना दल के खाते में आई थी। वहीं, 2012 के विधान सभा चुनाव में सपा के खाते में 39 सीटें थीं। बसपा के पास 12, भाजपा के पास चार, कांग्रेस के पास तीन व पीस पार्टी के पास एक सीट थी।

चौथा चरण : एक नजर में

-कुल मतदाता : 2.13 करोड़

पुरुष मतदाता : 1.14 करोड़

महिला मतदाता : 99.30 लाख

थर्ड जेंडर मतदाता : 966

कुल प्रत्याशी : 624

महिला प्रत्याशी : 91

कुल इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) : 24,643

माइक्रो आब्जर्वर : 3110

सामान्य प्रेक्षक : 57

व्यय प्रेक्षक : 18

पुलिस प्रेक्षक : 09

मतदान में लगे कार्मिक-1,15,725

मतदान कार्य में लगे हल्के वाहन : 5,595

मतदान कार्य में लगे भारी वाहन : 5,773

आदर्श मतदान केंद्र-874

पिंक बूथ-142।

भाजपा और सपा की ताकत व कमजोरी

भारतीय जनता पार्टी की ताकत :  पिछले चुनाव में भाजपा 59 में से 50 सीटें जीती थी। कार्यकर्ताओं में उत्साह है।

– इनमें अवध और बुंदेलखंड क्षेत्र की भी सीटें हैं, जहां स्थिति मजबूत मानी जाती है।

– राम मंदिर निर्माण शुरू होने से भी भाजपा को अवध में और मजबूती की उम्मीद है।

भाजपा की कमजोरी: इन सीटों में लखीमपुर खीरी और आसपास की सीटें भी आती हैं, जहां किसानों को रौंदने की घटना में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी का पुत्र आरोपित है।

– पीलीभीत, पलिया, निघासन आदि क्षेत्रों के कुछ किसान कृषि कानून विरोधी आंदोलन में सक्रिय रहे थे। वह नुकसान पहुंचाने का प्रयास करेंगे।

– कुछ सीटों पर स्थानीय विधायकों से नाराजगी थी और भाजपा ने बहुत कम ही टिकट काटे हैं।

समाजवादी पार्टी की ताकत: बेसहारा पशु वाला मुद्दा सपा लगातार उठा रही है। ग्रामीण क्षेत्र में इससे लाभ की उम्मीद।

– 300 यूनिट बिजली फ्री का मुद्दा इस अंचल की ग्रामीण आबादी को लुभा सकता है।

– लखीमपुर खीरी, पीलीभीत आदि क्षेत्रों में सपा किसानों के मुद्दे को भाजपा के खिलाफ भुना सकती है।

सपा की कमजोरी : परंपरागत यादव और मुस्लिम मतदाता तुलनात्मक रूप से कम है।

– भाजपा के कई कद्दावर नेताओं का क्षेत्र है अवध, जहां उनका स्थानीय प्रभाव सपा के लिए चुनौती होगा।

– गरीब वर्ग का बड़ा लाभार्थी वोटबैंक भाजपा के पास है, जबकि सपा की निर्भरता वादों पर है।