लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सात मार्च को होने वाले सातवें चरण के मतदान से पहले बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी भड़काऊ भाषण देने के मामले में फंस गए हैं। बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी के बेटे को मऊ से ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने मैदान में उतारा है। अब अब्बास अंसारी के खिलाफ केस दर्ज करने के साथ पुलिस वीडियो की जांच भी कर रही है। मऊ में शुक्रवार को ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की अब्बास अंसारी के समर्थन में जनसभा भी होनी है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के अपर महानिदेशक कानून और व्यवस्था प्रशांत कुमार ने मऊ में एक सभा के दौरान अब्बास अंसारी के भड़काऊ भाषण के एक वीडियो के मामले में जांच का आदेश दिया है। इस वीडियो में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने एक सार्वजनिक रैली में कथित तौर पर एक विवादास्पद बयान दिया था। प्रशांत कुमार ने कहा कि मऊ पुलिस को वीडियो की जांच करने और कार्रवाई करने का आदेश दिया। अब्बास अंसारी मऊ सदर से सपा गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।
मऊ पुलिस ने एडीजी के निर्देश पर एक सार्वजनिक रैली में अपने विवादास्पद बयान को लेकर सपा गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में लड़ रहे अब्बास अंसारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इस संबंध में रिटर्निंग अफसर को एक रिपोर्ट भी दे दी गई है। अब्बास अंसारी गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के बेटे हैं और 2017 के बाद फिर से विधानसभा चुनाव के मैदान में हैं।

अब्बास अंसारी ने गुरुवार को एक चुनावी सभा में बयान दिया था, इस सभा का वीडियो वायरल होने के बाद चर्चा का विषय है। जिसका संज्ञान लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने कार्रवाई की है। इस वीडियो में अब्बास अंसारी जनता से कह रहे हैं कि सूद समेत वापस लौट आऊंगा, जो आज डंडा चला रहे हैं, यहां पर मुख्यमंत्री होने वाले अखिलेश भैया से कह कर आया हूं। छह महीने तक कोई ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं होगा। जो है वह यही रहेगा. जिस जिसके साथ जो जो किया है। उसका हिसाब किताब यहां देना पड़ेगा।
मऊ से पांच बार विधायक रहे मुख्तार अंसारी की जगह पर इस बार उनके बड़े बेटे अब्बास अंसारी मैदान में हैं।
